Home Loan Repayment Documents: हर व्यक्ति का यह सपना होता है कि उसका खुद का घर हो। इस सपने को पूरा करने के लिए लोग बैंक से लोन लेते हैं। आजकल होम लोन लेना बहुत आसान हो गया है। आप अपनी सैलरी के अनुसार बैंक में जाकर होम लोन का एप्लीकेशन दे सकते हैं। होम लोन लेना एक जिम्मेदारी भरा काम होता है। इसकी किश्तें हर महीने समय पर चुकानी चाहिए।
होम लोने के दस्तावेज़ जरुरी है
आमतौर पर होम लोन लंबी अवधि का लोन होता है। इसलिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप अपनी आय के अनुसार होम लोन की राशि का चुनाव करें। कई बार लोग लोन (Home Loan) के पैसे एकमुश्त चुका देते हैं।
ऐसे में लोन चुकाने के बाद यह बेहद जरूरी है कि आप अपने जरूरी डॉक्यूमेंट्स बैंक से जरूर ले लें। ऐसा नहीं करने पर आपको बाद में किसी और बैंक से लोन लेने पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
होम लोन चुकाने के बाद जरुरी दस्तावेज
- नो ड्यूज सर्टिफिकेट (No Dues Certificate)
- होम लोन का लेटर ऑफ अप्रूवल
- होम लोन का एग्रीमेंट
- होम लोन की किश्तों का स्टेटमेंट
- होम लोन की पूरी राशि का भुगतान करने का प्रमाण पत्र
बैंक से नो-ड्यूज सर्टिफिकेट लें
होम लोन चुकाने के बाद नो-ड्यूज सर्टिफिकेट लेना बहुत जरूरी है। यह एक कानूनी दस्तावेज होता है जो यह प्रमाणित करता है कि लोन लेने वाले व्यक्ति ने अपने लोन को पूरी तरह से चुका दिया है। इस सर्टिफिकेट (No-Dues Certificate) के बिना लोन लेने वाले व्यक्ति को अपनी संपत्ति को बेचने या किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर करने में परेशानी हो सकती है।
नो-ड्यूज सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए, आपको अपने बैंक में एक आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन पत्र में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि नाम, पता, आधार नंबर आदि, और अपने होम लोन का विवरण जैसे कि लोन राशि, ब्याज दर, और भुगतान की गई राशि आदि भरनी होगी।
संपत्ति के असली पेपर्स लेना न भूले
बैंक से लोन लेते समय बैंक संपत्ति के मूल दस्तावेज अपने पास रख लेता है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि यदि लोन लेने वाला व्यक्ति लोन चुकाने में विफल रहता है तो बैंक संपत्ति को बेचकर अपने पैसे वसूल सकता है। इस तरह के लोन को कोलैटरल लोन (Collateral Loan) कहा जाता है।
जब लोन लेने वाला व्यक्ति लोन चुका देता है तो बैंक संपत्ति के मूल दस्तावेज उसे वापस कर देता है। इसके बाद लोन लेने वाला व्यक्ति अपनी संपत्ति को बेचने या किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर करने के लिए स्वतंत्र होता है।
अपना क्रेडिट स्कोर जाँच लें
लोन चुकाने के बाद अपना क्रेडिट स्कोर चेक करना बहुत जरूरी है। क्रेडिट स्कोर एक अंक है जो आपकी वित्तीय साख को दर्शाता है। यह (Credit Score) ऋणदाताओं को यह निर्धारित करने में मदद करता है कि आपको कितना लोन दिया जाना चाहिए और आपकी ब्याज दर कितनी होनी चाहिए।
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