ANM Full Form:- हर किसी की चाहत ऐसा करियर चुनने की होती है जहाँ वह न सिर्फ पैसे कमा सके अपितु समाज की सेवा भी कर सके। अगर आप भी ऐसा ही करियर चुनने की सोच रहे है जहाँ न सिर्फ आप अपनी इच्छाओ को पूरा कर सके बल्कि मानव सेवा करके आपको संतुष्टि भी प्राप्त हो तो इस लेख के माध्यम से हम आपको एक ऐसे ही कोर्स के बारे में बताएँगे।
आज हम बात करने जा रहे है ANM course के बारे में जो मेडिकल क्षेत्र में नर्सिंग के इच्छुक लड़कियों के लिए 2 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स हैं जिसके माध्यम से आप न सिर्फ मेडिकल क्षेत्र में करियर बना सकते है।
अपितु विभिन सेक्टरों में आपको नौकरी के अवसर भी प्राप्त कर सकते है। इस लेख में हम जानेगे ANM क्या है, ANM Full Form In Hindi, ANM बनने के लिए जरुरी योग्यता, ANM का पाठ्यक्रम, ANM के लिए कैसे आवेदन करे, ANM करने के बाद जॉब के अवसर एवं ANM से जुडी अन्य सभी महत्वपूर्ण जानकारियां।
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यदि आप MBBS Doctor को करियर के रूप में चुनते हो तो MBBS में एडमिशन के लिए आपको NEET का एग्जाम देना होता है लेकिन क्या आप जानते है NEET की फुल फॉर्म क्या होती है ?
Article Contents
ANM Full Form In Hindi – ANM kya hota hai
ANM की फुल फॉर्म होती है Auxiliary Nursing Midwifery (ऑग्जिलरी नर्स मिडवाइफरी है) जिसे हिंदी में सहायक नर्स दाई कहते है। जिस प्रकार प्राचीन समय में जब स्वास्थ्य सुविधायें अच्छी नहीं थी उस समय दाई की जो भूमिका होती थी वही भूमिका आज स्वास्थ्य क्षेत्र में ANM की है। वास्तव में ANM का कार्य बहुत जिम्मेदारी पूर्ण है क्यूंकि उसे डॉक्टर के साथ मेडिकल टर्म में तथा आम आदमी के साथ आम आदमी की भाषा में बात करनी पड़ती है। इस प्रकार वह डॉक्टर तथा रोगी के बीच सेतु का काम करती है।
ANM की आवश्यकता
भारत के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने व सब तक अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच के लिए ANM की भूमिका महत्वपूर्ण है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए ANM द्वारा निभाई जा रही भूमिकायें ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओ को बहुत लाभ पहुंचा रही है।
ANM का कार्य, रोगी व्यक्ति की देखभाल करना और उन्हें पुनः स्वस्थ बनाने में उनकी मदद करना है। उन्हें भावनात्मक रूप से मजबूत होना आवश्यक है ताकि वे रोगी के प्रति विषम परिस्थितियों में भी धैर्य रख सके।
ANM कोर्स से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु
कोर्स का नाम | ANM (Auxiliary Nursing Midwifery) |
डिग्री /डिप्लोमा | डिप्लोमा |
कोर्स की अवधि | 2 वर्ष |
इंटर्नशिप | 6 महीना |
जरुरी योग्यता | 12 वी पास |
न्यूनतम परसेंटेज | 50% |
उम्र सीमा | न्यून-17 वर्ष, अधिकतम- 35 वर्ष |
कार्यक्षेत्र | विभिन सरकारी एवं निजी हेल्थ सेक्टरों, NGO, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र |
सम्बंधित | स्वास्थ्य क्षेत्र से |
जॉब की संभावनाए | स्टाफ नर्स, कम्युनिटी नर्स, ICU नर्स, फॉरेंसिक नर्स, होम केयर नर्स मिलिट्री नर्स एवं अन्य |
ANM में कैसे ले एडमिशन
आपके मन में सबसे महत्वपूर्ण सवाल ये आ रहा होगा की ANM में एडमिशन कैसे ले। तो आये जानते है इसकी प्रक्रिया परतु उससे पहले जान लेते है की इससे सम्बंधित अन्य पात्रताएं
ANM बनने की क्या है प्रक्रिया
ANM बनने के लिए आप कक्षा 12 के बाद पात्र होते है। 12वी अपने किसी भी स्ट्रीम से उत्तीर्ण किया हो आप ANM में एडमिशन के लिए पात्र होते है। एडमिशन या तो मेरिट के आधार पर लिए जाता है या डायरेक्ट एंट्री के आधार पर। जानते है कैसे
मेरिट के आधार पर एडमिशन – इसके प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थी के द्वारा प्राप्त अंको के आधार पर उसे अलग अलग कॉलेजो में एडमिशन दिया जाता है।
डायरेक्ट एंट्री के आधार पर– भारत में अधिकाँश एडमिशन डायरेक्ट एंट्री के आधार पर लिए जाते है। इसके लिए अभ्यर्थियों के कक्षा 12 में प्राप्त अंको को आधार बनाया जाता है। अगर वह न्यूनतम अंक प्राप्त करके पात्र है तो वह अपनी मनचाहे कॉलेज में एडमिशन ले सकता है।
इस प्रकार आप इन दो माध्यमों से ANM कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
ANM course हेतु उम्र सीमाएं
अगर आप भी ANM के लिए तैयारी करने की सोच रहे है तो यह आपको इसकी उम्र के सीमाएं जानना आवश्यक है। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए न्यूनतम उम्र 17 साल एवं अधिकतम उम्र 35 साल है।
ANM में अनिवार्य शैक्षिणिक पात्रता
अगर आप ANM कोर्स में दाखिला लेने की सोच रहे है और आप साइंस बैकग्राउंड से नहीं है तो चिंता करने कोई बात नहीं है क्यूंकि इस कोर्स में आपने किसी भी बैकग्राउंड से 12 पास किया हो आप करने के लिए पात्र है।
ANM मुख्य बातें
अगर आप भी ANM कोर्स करने की सोच रहे हो तो आपको ये मुख्य बातें जानना जरुरी है।
- आपका इस कोर्स के लिए सिर्फ मेडिकली नहीं अपितु मेंटली मजबूत होना भी जरुरी है क्यूंकि आपको मरीजों के साथ विषम परिस्थितियों में काम करना है।
- आपको मरीजों के साथ सहानुभूति प्रदर्शित करना भी जरुरी है इसलिए आपका भावनात्मक रूप से भी मजबूत होना आवश्यक है।
- आपने किसी भी स्ट्रीम से 12th किया हो आप ANM में एडमिशन लेने के लिए पात्र है।
- भारतीय नर्सिंग परिषद् (INDIAN NURSING COUNCIL) की वेबसाइट पर इससे सम्बंधित सभी निर्देश और महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध है।
- आपने अगर 12वी OPEN माध्यम से भी किया हो तो भी आप इस फॉर्म को भरने के लिए पात्र है।
क्या है ANM पाठ्यक्रम की फीस
अगर आप यह जानना चाहते है ANM पाठ्यक्रम की फीस कितनी है तो यह निश्चित नहीं है। अलग अलग कॉलेजो के अलग अलग मानक होने से फीस में बदलाव रहता है। फिर भी यह 10,000 से 60,000 के मध्य होती है। निजी सस्थानो में सरकारी संस्थानों के मुकाबले अधिक फीस है।
क्या है ANM में एडमिशन लेने के लिए जरुरी दस्तावेज
ANM में एडमिशन लेने के लिए निम्न दस्तावेज होना आवश्यक है।
- 10 वी कक्षा की मार्कशीट एवं सर्टिफकेट
- 12 वी कक्षा की मार्कशीट एवं डिग्री
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट
- प्रवासन सर्टिफिकेट
- जन्म प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
क्या है ANM का 2 वर्षीय पाठ्यक्रम
ANM के कोर्स की अवधि 2 वर्ष होती है। आये जानते है दो वर्षीय अवधि का पाठ्यक्रम।
ANM प्रथम वर्षीय पाठ्यक्रम के विषय
ANM प्रथम वर्षीय पाठ्यक्रम का पाठ्यक्रम निम्न है
सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग (हेल्थ प्रमोशन)
- पोषण
- मानव शरीर एवं स्वछ्ता
- एनवायरमेन्टल स्वछता
- मानसिक स्वास्थ्य
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल -1
- संक्रमण एवं प्रतिरक्षा
- संक्रामक बीमारियां
- सामुदायिक स्वास्थ्य समस्याएं
- प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल
- प्राथमिक उपचार एवं रेफरल
- बाल स्वास्थ्य नर्सिंग
ANM द्वितीय वर्ष पाठ्यक्रम
ANM द्वितीय वर्ष का पाठ्यक्रम निम्न है।
- मिडवाइफरी
- स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन
6 महीने इंटर्नशिप का कोर्स
ANM के 6 महीने इंटर्नशिप का पाठ्यक्रम निम्न प्रकार से है।
- अन्तेनटाल वार्ड
- इन्ट्रनसल/लेबर रूम
- पोस्ट नटाल वार्ड
- निओ नटाल केयर
- बाल स्वास्थ्य
- सामुदायिक स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन
यह था ANM का 2 वर्षीय पाठ्यक्रम का विवरण
आप में से बहुत लोग सोच रहे होंगे की ANM करने के बाद करियर के विकल्प क्या-क्या है?
क्या है ANM करने के बाद करियर के विकल्प
ANM ऐसा ऐसे कोर्स है जिसे करने के बाद करियर के ढेरो विकल्प होते है। सरकारों द्वारा समय समय पर सरकारी अस्पतालों में भर्ती निकली जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी आप करता के रूप में कार्य कर सकते है। इसके अतिरिक्त निम्न विकल्प है।
- सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग
- स्टाफ नर्स / ICU नर्स
- नर्सिंग TUTOR
- होम केयर नर्स
- ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र
- हेल्थ केयर नर्स
- चाइल्ड हेल्थ नर्सिंग
- निजी अस्पतालों
- विभिन NGO में
- ओल्ड ऐज होम्स में
- विभिन सरकारी योजनाओं में
इस प्रकार इस कोर्स में करियर की बहुत अधिक सम्भावनाये है।
वास्तव में भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य ढांचा मजबूत बनाने के लिए ANM कोर्स को बढ़ावा देने की जरुरत है। इससे न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाये स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होंगी अपितु असमय बाल मृत्यु और जननी मृत्यु पर भी लगाम लगेगी। इसके अतिरिक्त सबको स्वास्थ्य सम्बंधित सुविधा भी प्राप्त होगी। महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु भी यह आवश्यक है इसे वे आत्मनिर्भर बनेगी और देश स्वस्थ होने के मानव संसाधन का पूर्ण उपयोग हो सकेगा।
जैसे MBBS डॉक्टर एलोपैथी डॉक्टर होते है वैसे ही BHMS होम्योपैथिक डॉक्टर होते है यदि आप भी होम्योपैथिक डॉक्टर (BHMS) बनना चाहते है तो BHMS डॉक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया यहाँ जान सकते है।
ANM Full Form In Hindi (FAQ)
ANM की फुल फॉर्म Auxiliary Nursing Midwifery है जिसे हिंदी में सहायक नर्स दाई भी कहा जाता है।
ANM या Auxiliary Nursing Midwifery का मुख्य कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सम्बंधित कार्यो में सहायता करना है। ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं के प्रसव सम्बंधित कार्यो के लिये अभी भी ANM की भूमिका महत्वपूर्ण है।
हाँ। सम्बंधित योग्यताओं को पूरा करने वाली 12वीं पास लडकियां भी ANM के कोर्स में दाखिला ले सकती है।
Auxiliary Nursing Midwifery में एडमिशन में लिए उम्मीदवार की उम्र 17 से 35 वर्ष के अंतर्गत होनी चाहिए।