Pradhan Mantri Suryoday Yojana: प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना एक नई योजना है जिसे भारत सरकार ने एक करोड़ से अधिक घरों की छतों पर सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करने के लिए शुरू किया है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के बिजली बिलों में कमी लाना और भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
हर घर में सौर पैनल, इन्वर्टर होगा
योजना के तहत सरकार प्रत्येक घर को सौर पैनल, इन्वर्टर और अन्य उपकरण प्रदान करेगी। इन उपकरणों की कीमत लगभग ₹20,000 है, जिसे सरकार 10 वर्षों में किस्तों में वापस करेगी। घर के मालिकों को केवल 30% राशि का भुगतान करना होगा।
योजना के लाभार्थियों को प्रति यूनिट ₹3.20 के दर से बिजली दी जाएगी। यह दर वर्तमान बिजली दरों से लगभग आधी है। इससे घरों के बिजली बिलों में लगभग ₹5,000 प्रति वर्ष की कमी आएगी।
गरीब-मध्यम वर्ग को सस्ती बिजली मिलेगी
योजना के लिए सरकार ने ₹15,000 करोड़ का बजट आवंटित किया है। योजना के तहत सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करने का काम 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
यह योजना कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ती बिजली प्रदान करेगी। इससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। इसके अलावा यह योजना भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगी।
योजना को लेकर कुछ लोगों ने चिंता व्यक्त की है कि इससे बिजली की वितरण प्रणाली पर दबाव बढ़ सकता है। हालांकि सरकार का कहना है कि यह चिंता गलत है। यह योजना भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।
पीएम ने श्रीराम के आलोक की बात कही
प्रधानमंत्री के इस पोस्ट में उन्होंने (Narendra Modi) दो मुख्य बातें कही हैं। पहली बात यह कि उन्होंने भगवान राम के आलोक का जिक्र किया है। इससे यह संकेत मिलता है कि वह इस योजना को एक धार्मिक और आध्यात्मिक पहलू भी देना चाहते हैं।
दूसरी बात यह कि उन्होंने इस योजना का उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के बिजली बिलों में कमी लाना और भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना बताया है।
पहली बात के बारे में यह कहना कितना सही है यह तो बाद में तय होगा कि लोगों को यह कैसे लगता है। लेकिन दूसरी बात के बारे में यह कहना चाहिए कि यह योजना दोनों वर्गों के लिए बहुत लाभदायक है। इससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा और उन्हें सस्ती बिजली भी मिलेगी।
रोडमैप में इन बातो पर ध्यान रहेगा
योजना के तहत सौर ऊर्जा प्रणाली कहाँ लगाई जाएगी। इस पर सरकार जल्द ही एक रोडमैप पेश कर सकती है। इस रोडमैप में कुछ मुख्य कारकों को ध्यान में रखा जाएगा, जिनमें शामिल हैं-
- सौर ऊर्जा की उपलब्धता: सौर ऊर्जा की उपलब्धता के आधार पर, सरकार उन क्षेत्रों को प्राथमिकता देगी जहां सौर ऊर्जा का उत्पादन अधिक होता है।
- आर्थिक स्थिति: आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- सरकार की नीतियों: सरकार की अन्य नीतियों, जैसे कि प्रधानमंत्री आवास योजना, को भी ध्यान में रखा जाएगा।
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