Small Business Idea: पापड़ बनाने का व्यवसाय एक लाभदायक व्यवसाय है। यह व्यवसाय कम लागत में शुरू किया जा सकता है और इसमें कम श्रम की आवश्यकता होती है। पापड़ की मांग पूरे भारत में है इसलिए इस व्यवसाय को कहीं भी शुरू किया जा सकता है।
केंद्र सरकार मुद्रा योजना (Mudra Yojana) के तहत पापड़ बनाने के व्यवसाय को शुरू करने के लिए लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, पापड़ बनाने के व्यवसाय को शुरू करने के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। लोन की ब्याज दर 7.5% से 12% तक होती है।
मुद्रा योजना के लिए पात्रताएँ
- आप भारतीय नागरिक होने चाहिए।
- आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आपका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।
- आपका व्यवसाय शुरू करने के लिए एक अच्छा व्यापारिक योजना होना चाहिए।
इस तरह से मिलेगा लोन
सरकार की मुद्रा योजना के तहत आपको 6 लाख रुपये की कुल कैपिटल में से 4 लाख रुपये का लोन मिल सकता है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri Mudra Yojana) के तहत किसी भी बैंक में अप्लाई करना होगा। आपने बस एक फॉर्म भरते हुए कुछ दस्तावेज़ जमा करने है और कोई प्रक्रिया शुल्क या गारण्टी भी नहीं देनी है। लोन को 5 वर्षो में लौटाना है।
कम निवेश में अच्छा व्यवसाय – NSIC
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पापड़ का बिजनेस सिर्फ 2 लाख रुपये में शुरू हो सकता है। इसके लिए नेशनल स्मॉल इंडस्ट्री कॉरपोरेशन (NSIC) ने एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है, जिसकी मदद से आपको मुद्रा योजना के तहत 4 लाख रुपये का लोन सस्ते रेट में दिया जाता है।
इस प्रकार कुल लागत लगभग 2 लाख रुपये होती है। NSIC की प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार, 6 लाख रुपये के कुल निवेश से करीब 30 हजार किलोग्राम की प्रोडक्शन की जा सकती है। पापड़ बनाने के व्यवसाय को शुरू करने में निम्न लागतों पर विचार करना होगा-
- फिक्स्ड कैपिटल: इसमें मशीनें, उपकरण और भवन आदि शामिल हैं। इसकी लागत लगभग 1 लाख रुपये होती है।
- वर्किंग कैपिटल: इसमें कच्चा माल, श्रम, और अन्य खर्च शामिल हैं। इसकी लागत लगभग 1 लाख रुपये होती है।
पापड़ व्यवसाय शुरू करने में जरुरी मशीनरी
- स्विफ्टर: यह मशीन आटे को साफ करने के लिए उपयोग की जाती है।
- मिक्सर: यह मशीन आटे को गूंथने के लिए उपयोग की जाती है।
- प्लेटफॉर्म बैलेंस: यह मशीन आटे को तौलने के लिए उपयोग की जाती है।
- इलेक्ट्रिकली ऑपरेटेड ओवन: यह मशीन पापड़ को सुखाने के लिए उपयोग की जाती है।
- मार्बल टेबल टॉप: यह टेबल पापड़ को बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- चकला बेलन: यह उपकरण पापड़ को बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- एल्युमीनियम के बर्तन: यह बर्तन कच्चे माल को रखने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- रैक्स: यह रैक पापड़ को सुखाने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
इतने स्थान में व्यवसाय हो सकेगा
पापड़ बनाने के व्यवसाय के लिए कम से कम 250 वर्ग फुट की जगह की आवश्यकता होती है। यदि आपके पास खुद की जगह नहीं है, तो आप इसे किराये पर ले सकते हैं। किराये की दर आपके स्थान और जगह की स्थिति पर निर्भर करती है। कम से कम 5 हजार रुपये आपको किराया हर महीने देना होगा।
व्यवसाय में इतनी इनकम हो सकती है
पापड़ बनाने के व्यवसाय में मुनाफा निवेश राशि का 5वा हिस्सा होता है। उदाहरण के लिए, यदि आप 5 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो आपको हर महीने लगभग 1 लाख रुपये की आय हो सकती है। इसमें से आपका मुनाफा लगभग 35 से 40 हजार रुपये हो सकता है।
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