India Stock Market: भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत की अर्थव्यवस्था का आकार सालाना 7-8% की दर से बढ़ रहा है। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और मजबूत बुनियादी ढांचे ने निवेशकों को आकर्षित किया है। इसके परिणामस्वरूप भारतीय शेयर बाजार में निवेश लगातार बढ़ रहा है।
भारत वैश्विक आर्थिक शक्ति बन रहा है
भारत के शेयर बाजार में निवेश बढ़ने से भारतीय कंपनियों को वित्त जुटाने में मदद मिल रही है। इससे भारतीय कंपनियों की विकास और विस्तार की संभावनाएं बढ़ रही हैं। इससे भारत की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिल रहा है।
भारत के शेयर बाजार (NSE) में निवेश बढ़ने से भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिति और मजबूत हो रही है। इससे भारत को एक प्रमुख वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने में मदद मिल रही है।
भारत के शेयर मार्किट में निवेश के कारण
भारत के स्टॉक मार्केट ने पिछले चार वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति की है। 2018 में भारत के स्टॉक मार्केट की वैल्यू 2 ट्रिलियन डॉलर थी जो अब बढ़कर 4.33 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। इस प्रगति के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं-
- भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था: भारत की अर्थव्यवस्था का आकार सालाना 7-8% की दर से बढ़ रहा है। इससे भारतीय कंपनियों की आय और मुनाफा भी बढ़ रहा है। इससे निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने में भरोसा है।
- मजबूत बुनियादी ढांचा: भारत ने पिछले कुछ वर्षों में अपने बुनियादी ढांचे में काफी निवेश किया है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है। इससे भी निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने में भरोसा है।
- नीतिगत सुधार: भारत सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण नीतिगत सुधार किए हैं। इन सुधारों से भारत की अर्थव्यवस्था को और अधिक आकर्षक बनाया गया है। इससे भी निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने में भरोसा है।
इस साल अर्थव्यवस्था तेज़ होगी
इस साल दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दरों में कटौती का भी अनुमान है। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा और इंडियन शेयर मार्केट में तेजी आएगी। ब्याज दरों में कटौती से निवेशकों को सस्ता कर्ज मिलेगा जिससे वे शेयर बाजार में और अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
1 फरवरी को देश का अंतरिम बजट भी पेश होना है। जिसमें होने वाली घोषणाओं का इंतजार निवेशकों को है। बजट में सरकार से कुछ महत्वपूर्ण घोषणाओं की उम्मीद है।
दुनियाभर के निवेशक आकर्षित हुए
विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत से भी निवेशकों का भरोसा बाजार पर बढ़ा है। अगर आम चुनावों में बीजेपी की अगुवाई वाली NDA लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करती है तो इससे देश की इकोनॉमी में और तेजी आने की उम्मीद है।
भारतीय इक्विटी मार्केट्स में पिछले साल लगातार आठवें साल तेजी रही। यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय शेयर बाजार दुनिया के निवेशकों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प बनता जा रहा है।
चीन-हांगकांग शेयर मार्किट मंदी में
दूसरी ओर हॉन्ग कॉन्ग के हेंग सेंग और चीन के शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में लगातार गिरावट आ रही है। इसका कारण चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका है। चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी से वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंच सकता है।
कुल मिलाकर भारतीय शेयर बाजार के लिए इस साल काफी अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। निवेशकों को इस साल भारतीय शेयर बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
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