Karpuri Thakur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को एक विशेष लेख लिखकर याद किया। उन्होंने अपने लेख में कहा कि कर्पूरी ठाकुर एक महान नेता थे जिन्होंने बिहार की तरक्की के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के विचार और कार्य आज भी प्रेरणा देते हैं।
पीएम मोदी ने अपने लेख में कहा कि कर्पूरी ठाकुर एक महान नेता थे जिन्होंने बिहार की तरक्की के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने (Narendra Modi) कहा कि कर्पूरी ठाकुर के विचार और कार्य आज भी प्रेरणा देते हैं।
कर्पूरी ठाकुर अभावो में सफल हुए
कर्पूरी ठाकुर एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे। उन्होंने अपने जीवन में गरीबी और अभावों के बावजूद अपनी प्रतिभा और मेहनत से सफलता हासिल की। वे बिहार के लिए एक अमूल्य निधि थे।
पीएम मोदी ने ‘जननायक’ पर लेख लिखा
आज 24 जनवरी, 2024 को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और सामाजिक न्याय के पुरोधा कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जन्म जयंती है। भारत सरकार ने उनकी इस विशेष तिथि पर उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा की है।
कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौझिया गांव में हुआ था। वे एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
कर्पूरी ठाकुर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की। वे 1952 में पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए। इसके बाद वे लगातार चार बार बिहार विधानसभा के सदस्य रहे।
कर्पूरी ठाकुर ने 1968 से 1970 तक बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान बिहार में कई महत्वपूर्ण विकास कार्य हुए। उन्होंने बिहार में भूमि सुधार लागू किया, जिससे किसानों को उनकी जमीन का अधिकार मिला। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार किया।
कर्पूरी ठाकुर सामाजिक न्याय के पुरोधा थे। उन्होंने हमेशा गरीबों और दलितों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। वे बिहार में सामाजिक न्याय के लिए एक मील का पत्थर साबित हुए।
कर्पूरी ठाकुर एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे। उन्होंने अपने जीवन में गरीबी और अभावों के बावजूद अपनी प्रतिभा और मेहनत से सफलता हासिल की। वे बिहार के लिए एक अमूल्य निधि थे।
कर्पूरी ठाकुर के विचार और कार्य
- सामाजिक न्याय: कर्पूरी ठाकुर का मानना था कि समाज में सभी लोगों को समान अधिकार और अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने गरीबों और दलितों के अधिकारों के लिए हमेशा लड़ाई लड़ी।
- आर्थिक विकास: कर्पूरी ठाकुर का मानना था कि आर्थिक विकास के बिना सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की स्थापना नहीं हो सकती। उन्होंने बिहार में आर्थिक विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
- लोकतंत्र: कर्पूरी ठाकुर एक लोकतांत्रिक नेता थे। उन्होंने हमेशा लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा की।
कर्पूरी ठाकुर की विरासत
कर्पूरी ठाकुर की विरासत आज भी बिहार और भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके विचार और कार्य आज भी हमें सामाजिक न्याय, आर्थिक विकास और लोकतंत्र के लिए प्रेरित करते हैं।
अन्य खबरें भी देखें:
- UP Shadi Anudan Status Check 2023 | शादी अनुदान की स्थिति उत्तर प्रदेश
- बिहार छात्रवृत्ति योजना 2023-24 : Bihar Scholarship Scheme, ऑनलाइन आवेदन फॉर्म
- फोन का आविष्कार किसने और कब किया? Who invented Mobile Phone in Hindi
- पशु मेला राजस्थान | Rajasthan Pashu Mela 2023
- Goa Land Records: Search Map, Survey Plan & Mutation Records By Name