UIDAI Full Form: यूआईडीएआई का पूरा नाम | UIDAI की पूरी जानकारी?

दोस्तों जैसा की आप सभी जानते हो की आज के समय में हर किसी व्यक्ति के पास आधार कार्ड होना बहुत ही आवश्यक है। अगर बात आधार कार्ड की करें तो आप सभी ने कभी न कभी UIDAI के बारे में सुना ही होगा। लेकिन क्या आप में से कोई UIDAI Full Form जानते है ? अगर आप इसकी फुल फॉर्म नहीं जानते है। तो इसमें आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है।

UIDAI Full Form:
यूआईडीएआई का पूरा नाम | UIDAI की पूरी जानकारी?

क्योंकि आज हम आप सभी को हमारे इस लेख में UIDAI से सम्बंधित कई जानकारी प्रदान करने वाले है। जैसे की – UIDAI Full Form, UIDAI क्या होता है इसके क्या कार्य होते है ? आदि जैसी कई अन्य जानकारी के बारे में हम आप सभी को हमारे इस लेख में बताने वाले है। अगर आप भी इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है।

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तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा। क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी प्रदान की हुई है। जिसको पढने से ही आप इसके बारे में जान सकोगे। इसलिए कृपया करके हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े व इससे सम्बंधित जानकारी प्राप्त करे

UIDAI Full Form: यूआईडीएआई का पूरा नाम

तो दोस्तों अगर आप भी UIDAI की फुल फॉर्म जानना चाहते है। तो उसके लिए हमने यहाँ पर जानकारी प्रदान की गयी है। जानने के लिए दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े।

  • UIDAI Full Form in English – Unique Identification Authority of India
  • UIDAI Full Form in Hindi – यूनिक आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण)

UIDAI क्या होता है ?

जैसा की हमने आपको बताया है की UIDAI को Unique Identification Authority of India कहते है। जिसको हिंदी में यूनिक आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण) के नाम से भी जाना जाता है। आप सभी को यह बतादे की यह एक सांविधानिक प्राधिकरण है। इसको भारत सरकार के द्वारा स्थापित किया गया है। इसकी स्थापना 2009 में इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत की गयी है। इसकी स्थापना 28 January 2009 को की गयी थी।

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इसकी अथॉरिटी की मदद से भारत के सभी नागरिकों को एक नए एवं अनोखी पहचान मिलती है। UIDAI में 12 अंको की संख्या होती है जिसको Unique Identification Number भी कहा जा सकता है। देश के सभी लोगो की UIDAI संख्या एक दूसरे से भिन्न है। इस अथॉरिटी का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है। इसके साथ साथ इसके देशभर में करीब 8 क्षेत्रीय कार्यालय है। इस अथॉरिटी की स्थापना भारत के सभी नागरिकों को आधार कार्ड नाम की एक अनोखी पहचान जारी करने के लिए की गयी है।

आप सभी को यह भी बतादे की अगर किसी व्यक्ति ने डुप्लीकेट आधार बनवाया है तो UIDAI संख्या की मदद से आसानी से यह पता लगाया जा सकता है की वह असली है या नकली। इसको एक प्रकार एक आइडेंटिटी कार्ड के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। भारत सरकार के द्वारा जारी की गयी योजनाओं में आवेदन करने के लिए आप सभी को आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। इसके बिना आप उन योजनाओं में आवेदन करने में असमर्थ होंगे। क्योंकि किसी भी योजना में आवेदन करने के लिए सरकारी दस्तावेज की आवश्यकता होती है और यह कार्ड भी उन्ही में से एक है। इसलिए यह सभी के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

यूआईडीएआई कितने डिजिट की होती है?

जैसा की हमने आप सभी को बताया है की हर किसी व्यक्ति की एक अनोखी यूआईडीएआई संख्या होती है। यूआईडीएआई संख्या 12 अंकों की होती है। यह संख्या आधार कार्ड पर लिखी हुई होती है। केवल यूआईडीएआई संख्या से भी आपकी पहचान आसानी से की जा सकती है।

इस यूआईडीएआई की मदद से व्यक्ति की सभी उँगलियों के बायोमेट्रिक का आसानी से पता लगाया जा सकता है। केवल यह ही नहीं बल्कि उसमे आँखे भी स्कैन की जाती है, जिससे उसकी आँखों का भी आसानी से पता लगाया जा सकता है। इसमें देश के हर एक व्यक्ति की जानकारी का डाटा होता है। इस डेटाबेस की शुरुआत सरकार के द्वारा सन 2009 में कर दी गयी थी। इसकी स्थापना प्लानिंग कमिशन के अंतर्गत कर दी गयी थी।

सरकारी योजनाओं के लिए आधार क्यों है आवश्यक ?

आप सभी को यह बतादे की आप सभी बिना आधार कार्ड के किसी भी सरकार योजना में आवेदन करने में असमर्थ होंगे। क्योंकि सरकार के द्वारा आधार कार्ड को हर योजना में अनिवार्य कर दिया गया है। क्योंकि सरकारी योजनाओं का लाभ नागरिकों तक भेजने में सरकार आधार कार्ड का ही प्रयोग करती है।

क्योंकि आधार कार्ड में सभी नागरिकों की बिलकुल सही और सटीक जानकारी उपलब्ध रहती है। इसकी मदद से सही नागरिकों तक योजनाओं का लाभ पहुंच पाता है। लेकिन पहले जब आधार कार्ड नहीं थे। तब बहुत से लोग डुप्लीकेट दस्तावेज बनवाकर एवं बिचोलिये सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते थे। जिसकी वजह से सही लोगो तक योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पाता था। इसलिए सरकार के द्वारा सभी योजनाओं में आवेदन करने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया गया है।

आधार कार्ड (यूआईडीएआई) की मदद से देश भ्रष्टाचार काफी हद तक कम हुआ है। क्योंकि अब आधार कार्ड की मदद से सही लोगो तक योजनाओं का लाभ पहुंच पाता है। केवल यह ही नहीं बल्कि आज के समय में सरकार के द्वारा अन्य सरकारी दस्तावेजों को भी आधार कार्ड से जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है। जैसे की – पैन कार्ड, राशन कार्ड, बैंक अकाउंट आदि जैसे दस्तावेज

UIDAI से सम्बंधित प्रश्न

UIDAI की फुल फॉर्म क्या है ?

UIDAI Full Form in English – Unique Identification Authority of India
UIDAI Full Form in Hindi – यूनिक आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण)

यूनिक आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की स्थापना कब हुई थी ?

इसकी स्थापना 28 January 2009 को की गयी थी।

UIDAI की स्थापना किस मंत्रालय के अंतर्गत की गयी थी ?

UIDAI की स्थापना इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत की गयी थी।

यूआईडीएआई कितने डिजिट की होती है?

यूआईडीएआई संख्या 12 अंकों की होती है। यह संख्या आधार कार्ड पर लिखी हुई होती है। केवल यूआईडीएआई संख्या से भी आपकी पहचान आसानी से की जा सकती है।

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