Higher Education Investment: महंगाई बढ़ने के साथ ही शिक्षा भी महंगी हो चुकी है। भारत में उच्च शिक्षा की लागत लगातार बढ़ रही है। एक इंजीनियरिंग डिग्री हासिल करने के लिए 6 से 12 लाख रुपये का खर्च आता है जबकि प्राइवेट काॅलेज से यह डिग्री लेने पर 15 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं।
वहीं MBBS का कोर्स या मेडिकल फिल्ड में अन्य डिग्री लेने में कम से कम 25 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं। इसके अलावा MBA डिग्री के लिए 15 लाख रुपये फीस लग सकता है।
अगर आप अपने बच्चे को उच्च शिक्षा देना चाहते हैं तो आज की तुलना में और अधिक फंड जुटाना पड़ेगा। इसका कारण यह है कि उच्च शिक्षा की लागत लगातार बढ़ रही है। महंगाई, प्रतिस्पर्धा और मुद्रास्फीति जैसे कारकों के कारण उच्च शिक्षा की लागत बढ़ रही है।
सिर्फ सेविंग पुरानी बात हुई
यदि आप केवल बचत करके उच्च शिक्षा के लिए फंड जुटाने की योजना बना रहे हैं तो आपके पास पर्याप्त धन नहीं हो सकता है। इसका कारण यह है कि बचत की दर आमतौर पर निवेश की दर से कम होती है। उच्च शिक्षा के लिए फंड जुटाने के लिए आपको निवेश की योजना बनानी होगी।
इक्विटी फंड में निवेश करना सही होगा
अपने बच्चों के आयु के हिसाब से निवेश के लिए प्लानिंग करना महत्वपूर्ण है। यदि आप जन्म से ही अपने बच्चे के लिए निवेश की प्लानिंग करते हैं तो आपके पास उच्च शिक्षा के लिए अधिक समय होगा और आप अपने निवेश को अधिकतम कर सकते हैं।
इक्विटी फंड में निवेश एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि यह लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्रदान करता है। हालांकि इक्विटी फंड में निवेश जोखिम भरा हो सकता है इसलिए आपको अपनी जोखिम क्षमता को समझना चाहिए।
उदाहरण के लिए यदि आप हर महीने 5000 रुपये का निवेश 15 साल तक करते हैं और 14% का औसत रिटर्न प्राप्त करते हैं, तो आपके पास 9 लाख रुपये होंगे। यदि आप इस राशि को अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए उपयोग करते हैं, तो यह एक अच्छा वित्तीय आधार प्रदान कर सकता है।
निवेश में बच्चे को आयु का गणित
यदि आप 10 साल के आसपास अपने बच्चे के लिए निवेश शुरू कर रहे हैं तो आपको इक्विटी फंड में निवेश करने पर विचार करना चाहिए। इक्विटी फंड लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्रदान करते हैं इसलिए वे 7 से 8 साल की अवधि के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
यदि आप 14 से 15 साल के आसपास अपने बच्चे के लिए निवेश शुरू कर रहे हैं तो आपको कम जोखिम वाले निवेश विकल्पों पर विचार करना चाहिए। फिक्स डिपाॅजिट, आरडी स्कीम और अन्य कम जोखिम वाले निवेश विकल्प 2 से 3 साल की अवधि के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
हालांकि, आपको इन योजनाओं में निवेश करने के लिए अधिक राशि का निवेश करना होगा। उदाहरण के लिए, यदि आप 14 साल की उम्र में अपने बच्चे के लिए निवेश शुरू करते हैं और 30 लाख रुपये के लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको हर महीने 50,000 रुपये का निवेश करना होगा।
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