आसमान नीला क्यों होता है | Why Sky Is Blue In Color in Hindi

बहुत से लोगो को खुले आसमान में चलना या फिर घूमना बहुत पसंद होता है। पसंद हो भी क्यों न क्योंकि यह आसमान ही इतना खूबसूरत होता है। जब आसमान में हम सभी को नीला नीला रंग दिखाई देता है और जब उस आसमान में बादल आ जाते है तो वह दृश्य देखने लायक होता है। परन्तु दोस्तों आप सभी के मन में कभी न कभी अजीबों गरीब सवाल तो उठते ही होंगे जैसे की – यह आसमान नीला क्यों होता है ? आप सभी के मन में यह सवाल तो अवश्य उठता ही होगा। जिसका उत्तर जानने के लिए आप हमेशा ही परेशान रहते होंगे। तो दोस्तों क्या आप भी इस प्रश्न को लेकर परेशान है और इसका उत्तर जानना चाहते है।

आसमान नीला क्यों होता है | Why Sky Is Blue In Color in Hindi
आसमान नीला क्यों होता है | Why Sky Is Blue In Color in Hindi

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आसमान नीला क्यों होता है | Why Sky Is Blue In Color in Hindi ?

“आसमान का नीला रंग – यह एक ऐसी प्राकृतिक सुंदरता है जो हमेशा से हमारे आश्चर्य और कल्पनाओं का विषय रही है। बच्चे से लेकर बड़ों तक, हर किसी ने कभी न कभी यह सवाल जरूर किया होगा कि आखिर आसमान नीला क्यों होता है? यह प्रश्न न केवल वैज्ञानिक जिज्ञासा को जन्म देता है, बल्कि हमारी प्रकृति के साथ गहरे संबंध को भी दर्शाता है। आसमान का नीला रंग एक वैज्ञानिक घटना का परिणाम है, जो प्रकाश के प्रकीर्णन से संबंधित है। इस लेख में, हम इस अद्भुत घटना की व्याख्या करेंगे, यह समझाते हुए कि कैसे प्रकाश के विभिन्न घटक वायुमंडल में प्रकीर्णित होकर हमें आसमान को नीला दिखाते हैं। इससे हम न केवल अपने आस-पास के परिवेश को बेहतर समझ पाएंगे, बल्कि यह ज्ञान हमें प्रकृति के प्रति और भी अधिक सम्मान और जिज्ञासा से भर देगा।”

प्रकाश के कारण होता है ऐसा | it is because of the light

तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की वैज्ञानिको के मुताबिक़ ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब सूर्य की किरणे धरती पर पढ़ती है तो जब प्रकाश का संपर्क धरती क साथ होता है तो इसी के कारण से सभी को आसमान का रंग नीला दिखाई पढता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जिस प्रकार से जब सूर्य की किरणे धरती के वायुमंडल के कानो से टकराती है तो ऐसे में इंद्रधनुष का निर्माण होता है जो की सभी को आसमान में देखाई पढ़ता है। आप सभी को यह भी बता दे की इस प्रक्रिया को रेले स्कैटरिंग के नाम से भी जाना जाता है। इसका नाम रेले स्कैटरिंग इसलिए रखा गया है क्योंकि इस चीज की खोज रेले स्कैटरिंग के द्वारा ही की गयी थी इसलिए इसका नाम उसी व्यक्ति के नाम पर रख दिया गया।

प्रकाश ऊर्जा की तरंगों के रूप में करता है यात्रा | Light travels in the form of waves of energy

  • तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रकाश यानि के light ऊर्जा (energy) की तरंगो के रूप में सफर करता है। इसलिए ही सूर्य की रौशनी हर जगह पर फ़ैल जाती है। आसमान में नीला रंग इसलिए भी दिखाई पढता है क्योंकि हमारे इस वायुमंडल में बाकी रंगो के मुक़ाबले नीला रंग सबसे अधिक है और जब सूर्य की किरणे वायुमंडल से होकर आती है।
  • तो इसी के कारण हम सभी को आसमान नीला दिखाई पढता है। इसी कारण से हमें दिन में आसमान नीला दिखाई पढता है और कई बार अपने भी यह देखा होगा की सुबह के वक़्त और शाम के समय में सूर्य व आसमान लाल दिखाई पढता है। ऐसा होने का भी एक कारण है वो यह है की सूर्य की किरणे धरती ओर पढ़ने से पढेल वायुमंडल की एक परत से होकर धरती पर पढ़ती है जिसके कारण ही ऐसा होता है।

आसमान नीला क्यों होता है इसका एक अन्य कारण | Another reason why the sky is blue.

तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर यह बताने वाले है की आसमान नीला क्यों हो जाता है। इसके पीछे एक अन्य कारन भी है जिसके बारे में हम आप सभी को यह बताने वाले है। ऐसा इसलिए होता है की धरती का अधिकतर भाग जल से घिरा हुआ है जो की करीब 70 प्रतिशत है और पानी का रंग नीला होता है और धरती पर अधिक पानी होने के कारन पानी का प्रतिबिंब आसमान में दिखाई पढता है जिसके कारण ही सभी लोगो को आसमान नीला दिखाई पढता है।

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इससे सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर यहाँ पर जानिए

आसमान नीला क्यों होता है

आप सभी को यह बता दे की वैज्ञानिको के मुताबिक़ ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब सूर्य की किरणे धरती पर पढ़ती है तो जब प्रकाश का संपर्क धरती क साथ होता है तो इसी के कारण से सभी को आसमान का रंग नीला दिखाई पढता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जिस प्रकार से जब सूर्य की किरणे धरती के वायुमंडल के कानो से टकराती है तो ऐसे में इंद्रधनुष का निर्माण होता है जो की सभी को आसमान में देखाई पढ़ता है। आप सभी को यह भी बता दे की इस प्रक्रिया को रेले स्कैटरिंग के नाम से भी जाना जाता है।

क्या आसमान नीला होने का कोई अन्य कारण भी है ?

इसके पीछे एक अन्य कारन भी है जिसके बारे में हम आप सभी को यह बताने वाले है। ऐसा इसलिए होता है की धरती का अधिकतर भाग जल से घिरा हुआ है जो की करीब 70 प्रतिशत है और पानी का रंग नीला होता है और धरती पर अधिक पानी होने के कारन पानी का प्रतिबिंब आसमान में दिखाई पढता है जिसके कारण ही सभी लोगो को आसमान नीला दिखाई पढता है।

इंद्रधनुष कैसे बनता है ?

जब सूर्य की किरणे वायु मंडल के कुछ कणों से टकराती है तो इसी कारण से ही इंद्रधनुष का निर्माण होता है।

इंद्रधनुष में कौन कौन से रंग होते है ?

तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की इंद्रधनुष में सात रंग होते है जिनका नाम कुछ इस प्रकार है – बैंगनी, इंडिगो, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल

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