तो दोस्तों जैसा की आप सभी जानते ही है की हर किसी व्यक्ति की अपनी अपनी पसंद होती है। किसी व्यक्ति को सोना पसंद है तो किसी को बाहर घूमना पसंद होता है। क्योंकि उन लोगो को खुले आसमान में चलना या फिर घूमना बहुत पसंद होता है। पसंद हो भी क्यों न क्योंकि यह आसमान ही इतना खूबसूरत होता है। जब आसमान में हम सभी को नीला नीला रंग दिखाई देता है और जब उस आसमान में बादल आ जाते है तो वह दृश्य देखने लायक होता है। परन्तु दोस्तों आप सभी के मन में कभी न कभी अजीबों गरीब सवाल तो उठते ही होंगे जैसे की – यह आसमान नीला क्यों होता है ? आप सभी के मन में यह सवाल तो अवश्य उठता ही होगा। जिसका उत्तर जानने के लिए आप हमेशा ही परेशान रहते होंगे। तो दोस्तों क्या आप भी इस प्रश्न को लेकर परेशान है और इसका उत्तर जानना चाहते है।
तो उसके लिए आप में से किसी को भी चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के जरिये इससे सम्बंधित बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले है जैसे की – आसमान नीला क्यों है इसका कारण क्या है ? और इससे सम्बंधित कई अन्य जानकारी के बारे में आज हम आपको इस लेख में बताने वाले है। तो दोस्तों क्या आप भी इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हो अगर हाँ तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा। क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी के बारे में बताया हुआ है जिसको पढ़ने से ही आप इसके बारे में जान सकोगे। तो दोस्तों इसलिए कृपया करके हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।
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आसमान नीला क्यों होता है | Why Sky Is Blue In Color in Hindi ?
तो दोस्तों अगर आप सभी के मन में भी यह सवाल उठता है की आसमान नीला क्यों होता है तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि अब हम आपको इस लेख में इस प्रश्न के उत्तर के बै में बताने वाले है तो कृपया जानने के लिए दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े। तो दोस्तों आप सभीको यह बता दे की इसके पीछे बहुत से कारण होते है जिनके बारे में हम आप सभी को यहाँ पर बताने वाले है।
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प्रकाश के कारण होता है ऐसा | it is because of the light
तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की वैज्ञानिको के मुताबिक़ ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब सूर्य की किरणे धरती पर पढ़ती है तो जब प्रकाश का संपर्क धरती क साथ होता है तो इसी के कारण से सभी को आसमान का रंग नीला दिखाई पढता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जिस प्रकार से जब सूर्य की किरणे धरती के वायुमंडल के कानो से टकराती है तो ऐसे में इंद्रधनुष का निर्माण होता है जो की सभी को आसमान में देखाई पढ़ता है। आप सभी को यह भी बता दे की इस प्रक्रिया को रेले स्कैटरिंग के नाम से भी जाना जाता है। इसका नाम रेले स्कैटरिंग इसलिए रखा गया है क्योंकि इस चीज की खोज रेले स्कैटरिंग के द्वारा ही की गयी थी इसलिए इसका नाम उसी व्यक्ति के नाम पर रख दिया गया।
प्रकाश ऊर्जा की तरंगों के रूप में करता है यात्रा | Light travels in the form of waves of energy
- तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रकाश यानि के light ऊर्जा (energy) की तरंगो के रूप में सफर करता है। इसलिए ही सूर्य की रौशनी हर जगह पर फ़ैल जाती है। आसमान में नीला रंग इसलिए भी दिखाई पढता है क्योंकि हमारे इस वायुमंडल में बाकी रंगो के मुक़ाबले नीला रंग सबसे अधिक है और जब सूर्य की किरणे वायुमंडल से होकर आती है।
- तो इसी के कारण हम सभी को आसमान नीला दिखाई पढता है। इसी कारण से हमें दिन में आसमान नीला दिखाई पढता है और कई बार अपने भी यह देखा होगा की सुबह के वक़्त और शाम के समय में सूर्य व आसमान लाल दिखाई पढता है। ऐसा होने का भी एक कारण है वो यह है की सूर्य की किरणे धरती ओर पढ़ने से पढेल वायुमंडल की एक परत से होकर धरती पर पढ़ती है जिसके कारण ही ऐसा होता है।
आसमान नीला क्यों होता है इसका एक अन्य कारण | Another reason why the sky is blue.
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर यह बताने वाले है की आसमान नीला क्यों हो जाता है। इसके पीछे एक अन्य कारन भी है जिसके बारे में हम आप सभी को यह बताने वाले है। ऐसा इसलिए होता है की धरती का अधिकतर भाग जल से घिरा हुआ है जो की करीब 70 प्रतिशत है और पानी का रंग नीला होता है और धरती पर अधिक पानी होने के कारन पानी का प्रतिबिंब आसमान में दिखाई पढता है जिसके कारण ही सभी लोगो को आसमान नीला दिखाई पढता है।
इससे सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर यहाँ पर जानिए
आप सभी को यह बता दे की वैज्ञानिको के मुताबिक़ ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब सूर्य की किरणे धरती पर पढ़ती है तो जब प्रकाश का संपर्क धरती क साथ होता है तो इसी के कारण से सभी को आसमान का रंग नीला दिखाई पढता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जिस प्रकार से जब सूर्य की किरणे धरती के वायुमंडल के कानो से टकराती है तो ऐसे में इंद्रधनुष का निर्माण होता है जो की सभी को आसमान में देखाई पढ़ता है। आप सभी को यह भी बता दे की इस प्रक्रिया को रेले स्कैटरिंग के नाम से भी जाना जाता है।
इसके पीछे एक अन्य कारन भी है जिसके बारे में हम आप सभी को यह बताने वाले है। ऐसा इसलिए होता है की धरती का अधिकतर भाग जल से घिरा हुआ है जो की करीब 70 प्रतिशत है और पानी का रंग नीला होता है और धरती पर अधिक पानी होने के कारन पानी का प्रतिबिंब आसमान में दिखाई पढता है जिसके कारण ही सभी लोगो को आसमान नीला दिखाई पढता है।
जब सूर्य की किरणे वायु मंडल के कुछ कणों से टकराती है तो इसी कारण से ही इंद्रधनुष का निर्माण होता है।
तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की इंद्रधनुष में सात रंग होते है जिनका नाम कुछ इस प्रकार है – बैंगनी, इंडिगो, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल