तो दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की हम सभी इस धरती पर निवास करते है और हमारी यह धरती बहुत वर्षों पुरानी है। जी हाँ दोस्तों आपको यह बता दे की पृथ्वी पर बहुत वर्षों से जीवन मौजूद है। क्योंकि आप अगर इतिहास की बात करें तो इतिहास में ऐसी बहुत सी कथाएं है। जो की धरती पर ही हुई है और उनको हुए काफी अधिक वर्ष हो चुके है। आप आप सभी यह जानना चाहते ही की कितने वर्षों पुरानी होती है। बहुत वर्षो पहले वर्षों की गणना करने के लिए किसी अन्य चीजों का प्रयोग किया जाता है। पहले के समय में इस प्रकार की गणना करने के लिए विक्रम संवत और शक संवत का प्रयोग करते थे। तो दोस्तों क्या आप ने इससे पहले कभी इनका नाम सुना है ? अगर नहीं तो आप चिंता न करें क्योंकि आज हम बताने वाले है की विक्रम संवत और शक संवत क्या होता है ?
तो दोस्तों क्या अपने कभी Vikram Samvat Aur Shak Samvat के बारे में सुना है अगर नहीं तो इसमें आप में से किसी को भी चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के जरिये इसके बारे में बहुत सी अन्य जानकारी प्रदान करने वाले है। जैसे की – विक्रम संवत क्या होता है और शक संवत क्या होता है और इससे सम्बंधित अन्य जानकारी के बारे में भी हम आपको इस लेख में बताने वाले है। तो दोस्तों की आप भी इसके बारे में इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है। अगर हाँ तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा।
क्योंकि इस लेख में ही हमने विक्रम संवत और शक संवत से सम्बंधित जानकारी के बारे में बताया हुआ है। जिसको पढ़ने से ही आप इसके बारे में जान सकोगे। तो दोस्तों इस लिए कृपया करके हमारे इस लेख को ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़े और इससे सम्बंधित अन्य जानकारी के बारे में भी जाने
यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं
इसपर भी गौर करें :- जूलियन और ग्रेगोरियन कैलेंडर का इतिहास
Article Contents
विक्रम संवत क्या होता है | What is Vikram Samvat?
तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की विक्रम संवत का उपयोग एक प्रकार से पुराने समय में कैलेंडर के तौर पर किया जाता था। विक्रम संवत की शुरुआत पुराने समय में राजा विक्रमादित्य के द्वारा उनके समय में की गयी थी। आपको यह भी बता दे की उस समय में एक बहुत बड़े खगोल शास्त्री जी थे। जिनकी उस समय काफी अधिक मान्यता थी। उनका नाम शास्त्री वराहमिहिर था। यह उस समय के काफी बड़े खगोल शास्त्री थे। इनकी मदद से ही विक्रम संवत के प्रसारण के लिए कोई भी कठिनाई नहीं आयी। केवल यह ही नहीं बल्कि आप सभी को यह भी बता दे की इस संवत की शुरुआत उज्जैन से हुई थी।
आप सभी को इसके पीछे का कारण भी बता दे की इसकी शुरुआत उज्जैन से इसलिए हुई थी क्योंकि उज्जैन एक ऐसी जगह है जहाँ से कर्क रेखा होकर गुजरती है। जिसके कारण वहां पर समय गणना, घड़ी आदि कई महत्वपूर्ण चीजें भी जुडी हुई है। इसी कारण से उज्जैन की इतनी मान्यता है और वही से इसकी शुरुआत की गयी है। आज के समय में अधिकतर लोग अंग्रेजी कैलेंडर का उपयोग करते है। अब आप सोच रहे होंगे की अगर अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक़ अभी सन 2023 चल रहा है तो फिर विक्रम संवत में कौनसा वर्ष चल रहा होगा। तो आपको बता दे की अंग्रेजी कैलेंडर से विक्रम संवत करीब 57 वर्षों सेआगे है। यानि के (2023 + 57) = 2080 .तो दोस्तों अगर बात विक्रम संवत की करें तो वर्तमान समय में विक्रम संवत के अनुसार 2080 चल रहा है।
आखिर 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है नया साल, जानिए इतिहास
Shak Samvat क्या होता है ?
तो दोस्तों आप सभी को सबसे पहले तो यह बता दे की शक संवत का प्रयोग भी पुराने समय में वर्षों की गणना यानि के कैलेंडर के तौर पर किया जाता था। क्या आप यह जानते है की शक संवत को भारत के आधिकारिक कैलेंडर के रूप से भी जाना जाता है। इसको भारत में सरकारी तौर पर भी मान्यता प्रदान की गयी है। इसको आधिकारिक मान्यता प्रदान करने के पीछे भी कुछ कारण थे। वह यह है की पुराने समय के यानि प्राचीन काल के शिला लेखों में इसका वर्णन किया गया है। इसलिए भी इसको सरकार के द्वारा इसको भारत का आधिकारिक कैलेंडर के रूप में भी जाना जाता है।
इसके साथ साथ आप सभी को यह भी बता दे की शक संवत का उपयोग विक्रम संवत के बाद में शुरू हुआ था। दोस्तों आपको यह भी बता दे की अगर बात वर्तमान के समय की करें तो अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक वर्तमान वर्ष 2023 है और अगर बात शक संवत की करें तो शक संवत यानि के भारत के आधिकारिक कैलेंडर अंग्रेजी कैलेंडर से करीब 78 वर्ष पीछे है। यानि के (2023 – 78) = 1945 .तो दोस्तों अगर बात भारत के आधिकारिक कैलेंडर की करें तो अभी सन 1945 चल रहा है।
हिन्दू नव वर्ष कब व क्यों मनाया जाता है? हिन्दू नववर्ष का महत्व
Vikram Samvat Aur Shak Samvat के बीच में अंतर क्या है ?
तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की वैसे तो Vikram Samvat Aur Shak Samvat के महीनों के नाम एक ही है परन्तु दोनों एक दूसरे से भिन्न है। क्योंकि यह दोनों की शुरुआत अलग अलग पक्ष में होती है। तो आपको बतादे की विक्रम संवत की शुरुआत महीने में आने वाली पूर्णिम के बाद आने वाले कृष्ण पक्ष को विक्रम संवत का न्य माह प्रारम्भ हो जाता है और दूसरी और शक संवत का नया महीना अमावस्या के बाद आने वाले शुक्ल पक्ष को इसके नए महीने की शुरुआत होती है। इन दोनों के बीच में एक अंतर और भी है वो यह है की इन दोनों संवत के बीच में 135 वर्षों का अंतर है।
कुछ सम्बंधित प्रश्न व उनके उत्तर
विक्रम संवत की शुरुआत पुराने समय में राजा विक्रमादित्य के द्वारा उनके समय में की गयी थी।
भारत का आधिकारिक कैलेंडर का दर्जा शक संवत को प्राप्त है।
तो दोस्तों अगर बात विक्रम संवत की करें तो वर्तमान समय में विक्रम संवत के अनुसार 2080 चल रहा है।
Vikram Samvat Aur Shak Samvat के बीच में 135 वर्षों का अंतर है।