गणतंत्र दिवस की झांकी: कैसे और कौन करता है चयन, क्यों होती है इस दिन परेड, जानिए इसका इतिहास

तो दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की बाये वर्ष की शुरुआत हो चुकी है। आप यह भी जानते है की वर्ष का सबसे पहला महीना जनवरी होता है। जनवरी के महीने में सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है – गणतंत्र दिवस। इसके बारे में तो आप सभी जानते ही है की यह कितना महत्वपूर्ण त्योहार होता है।

गणतंत्र दिवस हमारे भारत देश का राष्ट्रिय त्यौहार है क्योंकि इसी दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। तो इस दिन हमारे देश में जगहों जगहों पर हमारे देश का ध्वज फेहराया जाता है।

उसके साथ साथ हमारे देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड व झांकी का आयोजन भी किया जाता है। तो दोस्तों अब आप सभी के मन में गणतंत्र दिवस की झांकी को लेकर बहुत से प्रश्न मन में उठ रहे होंगे जैसे की – गणतंत्र दिवस की झांकी क्या है और यह क्यों होती है ?

यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं

आप सभी यह जानते है की हमारे देश के दो राष्ट्रीय पर्व है। जिनको गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्र दिवस के नाम से जाना जाता है। लेकिन क्या आप यह जानते है की इन दोनों में क्या अंतर है। जानने के लिए यहाँ क्लिक करिये

गणतंत्र दिवस की झांकी:
गणतंत्र दिवस की झांकी: कैसे और कौन करता है चयन, क्यों होती है इस दिन परेड

तो दोस्तों क्या आप नहीं जानते है की गणतंत्र दिवस की झांकी क्या होती है ? अगर नहीं जानते है तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को पढ़ना होगा क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी दी हुई है जैसे की – गणतंत्र दिवस की झांकी: कैसे और कौन करता है चयन, क्यों होती है इस दिन परेड, जानिए इसका इतिहास आदि जैसी जानकारी।

तो दोस्तों अगर आप भी इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा। क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी के बारे में बताया हुआ है। जिसको पढ़ने से ही आप इसके बारे में जान सकोगे। तो दोस्तों इसलिए कृपया करके हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़े और इससे सम्बंधित जानकारी प्राप्त करें।

गणतंत्र दिवस की झांकी क्या और कैसे होती है

तो दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हर वर्ष भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर हर वर्ष परेड और झांकियों का प्रदर्शन किया जाता है। इस दिन की झांकियों और परेड में कई राज्यों की केंद्र मंत्रालय की झांकियों को भी शामिल किया जाता है।

आप सभी को यह भी बता दे की इस दिन होने वाली झांकियों के लिए देश के अलग अलग राज्य के द्वारा अपने झांकियों का प्रदर्शन किय जाता है। केवल यह ही नहीं बल्कि हमारे देश की तीनों सेनाओं के द्वारा परेड भी की जाती है। इस दिन तीनों सेनाओं की परेड के साथ साथ अलग अलग थीम की झांकियों का प्रदर्शन किया जाता है।

आप सभी को यह भी बता दे की इस दिन होने वाली झांकियों में सभी राज्यों की झांकी का प्रदर्शन नहीं किया जाता है। उनमे से केवल कुछ राज्यों की झांकियों का ही चयन किया जाता है। उसके बाद केवल चयनित राज्यों की झांकियों का प्रदर्शन किया जाता है।

झांकियों का चयन कौन करता है और कैसे किया जाता है ?

आप सभी को यह बता दे की झांकियों का चयन करने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है। केवल चयन की जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि परेड और झांकी के आयोजन और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी भी रक्षा मंत्रालय की ही होती है।

email letter

Subscribe to our Newsletter

Sarkari Yojana, Sarkari update at one place

आप सभी को यह बता दे की इस दिन राजपथ में होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान देश के राष्ट्रपति ही इस दौरान चीफ गेस्ट के तौर पर वहां मौजूद होते है न केवल देश के राष्ट्रपति बल्कि तीनों आर्मी के चीफ भी उस समय वहां उस कार्यक्रम में मौजूद होते है।

इसके लिए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का भी सुझाव भी माँगा जाता है। किस राज्य की झांकी होगी और किसकी नहीं उसके लिए एक्सपर्ट की समिति में तैयार की जाती है।

उस कमिटी के द्वारा ही उन राज्यों का चयन किया जाता है जिनकी झांकी होगी और किसकी नहीं होगी। आपको यह भी बतादे की इस समिति में कल्चर, पेंटिंग, संगीत, कृषि, कोरियोग्राफी, कला, साहित्य अदि जैसे कई अन्य क्षेत्रों के एक्सपर्ट को भी इसमें शामिल करते है।

क्यों होती है इस दिन परेड, जानिए इसका इतिहास

दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की 26 जनवरी के ही दिन हमारे देशका संविधान लागू हुआ था। उस दिन के बाद ही देश के संविधान में लिखी गयी हर बात सभी के लिए कानून के तौर पर मानी जाती है। जैसा की आप सभी जानते है की हमारे देश की सुरक्षा करने के कार्य भारतीय सेना के द्वारा किया जाता है।

इसलिए इस दिन देश की तीनो सेनाओं के द्वारा परेड की जाती है और उसके साथ साथ देश के राष्ट्रपति को भी सलामी दी जाती है। आपको बता दे की सेना की परेड के साथ साथ इस दिन होने वाली झांकियों का भी इतिहास रहा है।

आपको यह भी बता दे की वर्ष 1953 में 26 जनवरी को प्रथम बार झांकी का आयोजन किया गया था। जिसने वहाँ के सभी लोगो का मन मोह लिया था। उस समय होने वाली झांकी में सांस्कृतिक कार्यों के साथ साथ बहुत से आदिवासी नृत्य भी शामिल थे जिनका प्रदर्शन भी किया गया था।

इससे सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर

गणतंत्र दिवस की झांकी का आयोजन कहाँ पर होता है ?

तो दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हर वर्ष भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर हर वर्ष परेड और झांकियों का प्रदर्शन किया जाता है

झांकियों का चयन कौन करता है

आप सभी को यह बता दे की झांकियों का चयन करने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है। केवल चयन की जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि परेड और झांकी के आयोजन और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी भी रक्षा मंत्रालय की ही होती है।

26 जनवरी को किसके द्वारा परेड की जाती है ?

आपको यह बता दे की 26 जनवरी को देश की तीनों सेनाओं के द्वारा परेड का आयोजन किया जाता है।

26 जनवरी को किस स्थान पर परेड की जाती है ?

26 जनवरी के दिन भारत की राजधानी दिल्ली के राजपथ पर परेड का आयोजन किया जाता है।

Leave a Comment