भगवान का छप्पन भोग क्या होता है? हिन्दू परंपरा में ये चीजे इस भोग में होती है

छप्पन भोग एक हिंदू परंपरा है जिसमें भगवान को 56 प्रकार के भोजन अर्पित किए जाते हैं। यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है और हिंदू धर्म में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। छप्पन भोग का उल्लेख कई हिंदू ग्रंथों में मिलता है जिनमें रामायण, महाभारत और पुराण शामिल हैं।

छप्पन भोग की परंपरा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह परंपरा भगवान के प्रति भक्तों की भक्ति और श्रद्धा को दर्शाती है। छप्पन भोग का प्रसाद भगवान को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए अर्पित किया जाता है।

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

छप्पन भोग की परंपरा का एक अन्य महत्व यह है कि यह हिंदू संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। Chappan Bhog में विभिन्न प्रकार के व्यंजन शामिल होते हैं जो भारत की विविधता और समृद्ध संस्कृति को दर्शाते हैं।

Chappan Bhog

मुख्य छप्पन भोगो के विवरण

छप्पन भोग में विभिन्न प्रकार के व्यंजन शामिल होते हैं जिनमें मीठे, नमकीन, खट्टे और तीखे व्यंजन शामिल होते हैं। आमतौर पर छप्पन भोग में शामिल व्यंजनों में शामिल हैं –

  • मीठे व्यंजन: रसगुल्ला, चंद्रकला, रबड़ी, शूली, दधी, भात, दाल, चटनी, कढ़ी, साग-कढ़ी, मठरी, बड़ा, कोणिका, पूरी, खजरा, अवलेह, वाटी, सिखरिणी, मुरब्बा।
  • नमकीन व्यंजन: मधुर, कषाय, तिक्त, कटु पदार्थ।
  • खट्टे व्यंजन: शक्करपारा, घेवर, चिला, मालपुआ, जलेबी, मेसूब, पापड़, सीरा, मोहनथाल, लौंगपूरी, खुरमा।

छप्पन भोगी की प्राचीन कथा

एक बार एक गरीब किसान था जिसका नाम रामू था। रामू बहुत ही भक्त था। वह भगवान विष्णु की पूजा करता था। एक दिन रामू को एक सपना आया। सपने में भगवान विष्णु ने उसे कहा कि वह छप्पन भोग का प्रसाद उन्हें अर्पित करे।

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

रामू ने सपने के अनुसार छप्पन भोग का प्रसाद बनाया। उसने विभिन्न प्रकार के मीठे, नमकीन और खट्टे व्यंजन बनाए। जब प्रसाद तैयार हो गया तो रामू ने उसे मंदिर में ले जाकर भगवान विष्णु को अर्पित किया।

भगवान विष्णु ने रामू की भक्ति से प्रसन्न होकर उसे आशीर्वाद दिया। उन्होंने रामू से कहा कि छप्पन भोग का प्रसाद भगवान को बहुत प्रिय है। जो कोई भी छप्पन भोग का प्रसाद भगवान को अर्पित करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

रामू भगवान विष्णु के आशीर्वाद से बहुत खुश हुआ। वह हर साल छप्पन भोग का प्रसाद भगवान विष्णु को अर्पित करता था।

छप्पन भोग के नाम

मीठे व्यंजन

रसगुल्ला, चंद्रकला, रबड़ी, शूली, दधी, भात, दाल, चटनी, कढ़ी, साग-कढ़ी, मठरी, बड़ा, कोणिका, पूरी, खजरा, अवलेह, वाटी, सिखरिणी, मुरब्बा, खीर, खजला, मालपुआ, जलेबी, मेसूब, पापड़, सीरा, मोहनथाल, लौंगपूरी, खुरमा, लड्डू, मोदक, गुलाब जामुन, सोहन हलवा, बेसन के लड्डू, इमरती, गुलाब जामुनी, मालपुआ, शीतलपचार, फल।

नमकीन व्यंजन

मधुर, कषाय, तिक्त, कटु पदार्थ

खट्टे व्यंजन

शक्करपारा, घेवर, चिला, मालपुआ, जलेबी, मेसूब, पापड़, सीरा, मोहनथाल, लौंगपूरी, खुरमा।

छप्पन भोग का प्रसाद आमतौर पर हिंदू मंदिरों में भगवान को अर्पित किया जाता है। इसके अलावा, छप्पन भोग का प्रसाद जन्मदिन, शादी और अन्य धार्मिक समारोहों में भी दिया जाता है।

अन्य खबरें भी देखें:

Leave a Comment