पान के पत्ते का सेवन प्राचीन काल से ही प्रचलित है। आखिर हो भी क्यों ना ! इसका स्वाद है ही इतना लाजवाब। लेकिन अपने लाजवाब स्वाद के कारण ही पान के पत्ते को पसंद नहीं किया जाता बल्कि इसके स्वास्थ्य सम्बंधित गुणों के कारण भी इसे प्राचीन काल से ही कई रोगो के इलाज और स्वास्थ्य को फिट रखने के लिए उपयोग किया जाता रहा है। चरक संहिता से लेकर सुश्रुत संहिता तक में पान के पत्तो के सेवन को स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बताया गया है। इसके अतिरिक्त आयुर्वेद में भी इसके महत्व को लेकर विस्तृत वर्णन किया गया है। पेट की समस्याओ से लेकर शरीर की दुर्बलता दूर करने और पाचन सम्बंधित दिक्कतों को दूर करने के लिए भी पान के पत्तों का सेवन किया जाता है। चलिए जानते है क्या-क्या है पान के पत्ते के फायदे
औषधीय गुणों से भरपूर है पान
- प्राचीन काल से ही पान के औषधीय गुणों के कारण वृहद् पैमाने पर पान का सेवन किया जाता रहा है। राजा-महाराजा से लेकर मध्यवर्गीय परिवार के लोग तक स्वास्थ्य के लिए पान का सेवन किया करते थे। आधुनिक समय में भी पान के पत्ते को स्वास्थ्य सम्बंधित कारणों से खूब पसंद किया जाता रहा है। बता दे की पान में एंटी-सेप्टिक, एंटी-डायबिटिक, एंटी-इंफेक्टिव, और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते है जिसके कारण यह स्वास्थ्य सम्बंधित अनेक लाभ देता है। इसके अतिरिक्त अगर इसे सौंफ, लौंग, इलायची, गुलकंद और सुपारी के साथ मिलाकर सेवन किया जाये तो इससे इसका लाभ कई गुणा बढ़ जाता है। साथ ही पान के पत्ते का सेवन किसी भी रूप में करने से स्वास्थ्य सम्बंधित अनेक लाभ होते है।
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पेट की समस्याओ में फायदेमंद है पान
- पेट की दिक्कतों जैसे की कब्ज-अपच और अन्य पेट की समस्याओ को दूर करने के लिए पान के पते का सेवन फायदेमंद है। दरअसल पान के सेवन से आपके शरीर की अम्लता दूर होती है और यह आपके शरीर के pH मान को संतुलित करने में मदद करता है। इससे आपके खाने का पाचन बेहतर ढंग से हो पाता है। पुराने समय से हो लोग खाना खाने के बाद पान का सेवन करते आ रहे है जिससे की पाचन क्रिया बेहतर होती है। इसके लिए रात को पान के पत्तों के छोटे-छोटे टुकड़े करके पानी में डाल दे। इसे रात भर भिगोने के लिए छोड़ दे। सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करने से स्वास्थ्य सम्बंधित दिक्कतें दूर होंगी।
संक्रमण से राहत दिलाने में मददगार
- पान के पत्तो में एंटी-फंगल और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते है ऐसे में जलने-कटने पर यह राहत प्रदान करता है। इसके लिए आप पान के पत्तो का पेस्ट बनाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगायें। कुछ दिनों में ही पान के एंटी-फंगल और एंटी-सेप्टिक गुणों के कारण संक्रमण ठीक होने लगता है और रोगी को राहत मिलने लगती है। इसके अलावा अन्य प्रकार के त्वचा संक्रमण के इलाज के लिए भी यह कारगर है। साथ ही उम्र के कारण होने वाले घुटनो के दर्द में भी पान के पत्ते का सेवन राहत दिलाता है।
मुँह में लाये ताजगी
- मुँह की दुर्गन्ध के कारण अकसर लोगो को शर्मिंदा होना पड़ता है साथ ही इससे मुँह सम्बंधित अन्य बीमारी होने का खतरा भी बना रहता है। आपको बता दे की पान में एंटी-माइक्रोबियल प्रोपर्टीज होती है जो की मुँह की दुर्गन्ध को खत्म करके आपको राहत पहुँचाती है साथ ही आपके मुँह को ताजगी भी प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त पान के पत्ते के सेवन से कैविटी, प्लांक, सूजन, दाँतो की सड़न और मुँह सम्बंधित अन्य रोगो से भी बचाव होता है।
पान के पत्ते के फायदे : Betel Leaf Benefits
पान के पत्ते सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। इन्हें चबाने के साथ-साथ पानी के साथ उबालकर पीने में ज्यादा फ़ायदा है। खाली पेट खाने से गंभीर बीमारी सांस तक लड़ने में मदद मिलती है।
पान के पत्ते विटामिन-सी, राइबोफ्लाविन, नियासिन, थियामाइन, कैरोटीन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
इससे मुँह की दुर्गन्ध दूर होती है, इसमें काफी मात्रा में एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। जो कि मुँह में बनने वाली दुर्गन्ध के बैक्टीरिया का खत्म करता हैं।
पान के पत्ते विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट के भरपूर श्रोत हैं। जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। साथ ही ये ह्रदय रोग, मधुमेह जैसी बिमारियों को दूर करने में मदद करते है।