तो दोस्तों जैसा की आप सभी यह तो जानते ही होंगे की हमारे इस भारत में अनेको बिजनेसमैन रहते है जो की हमेशा ही अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए हमेशा ही मेहनत करते रहते है। परन्तु बहुत बार बिजनेसमैन को धन की आवश्यकता पढ़ती है ऐसी स्थिति में कोई भी बिजनेसमैन बैंक से लोन लेने का प्रयास करता है और केवल बिजनेसमैन ही नहीं बल्कि कई बार लोगो को अपनी कुछ इच्छाओ को पूर्ण करने के लिए बैंक से लोन लेना पढता है और जब बैंक लोन देता है तो हमारा यह फर्ज होता है की हम उस लोन की किस्ते समय पर भरे पर कई बार हर कुछ व्यक्ति किसी कारण बैंक की क़िस्त को भरने में असमर्थ होते है और जब लोग बैंक के लोन की किस्ते बैंक को नहीं भरते है तो ऐसी स्थिति में बैंक में को NPA करार दिया जाता है।
तो दोस्तों अब आप यह सोच रहे होंगे की यह NPA क्या होता है तो दोस्तों अगर आप भी यह नहीं जानते हो की NPA क्या होता है तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के माध्यम से NPA के बारे में बहुत सी बाटे बताने वाले है ,तो दोस्तों अगर आप भी इससे सम्बंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा क्योंकि इस लेख को पढ़ने के बाद ही आप NPA से सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकोगे और जान सकोगे की NPA क्या होता है और इसकी फुल फॉर्म क्या होती है तो इसलिए कृपया करके हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।
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Article Contents
NPA का फुल फॉर्म क्या होता है | What is the full form of NPA?
- The full form of NPA in english – Non Performing Assets
- NPA की फुल फॉर्म हिंदी में – गैर निष्पादित संपत्ति
एनपीए क्या होता है ?
तो दोस्तों जैसा की हमने आप सभी को यहां पर बताया है की NPA की फुल फॉर्म Non Performing Assets है जिक्सो हिंदी में गैर निष्पादित संपत्ति भी कहा जाता है। तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की गैर निष्पादित संपत्ति एक ऐसी स्थिति होती है जब अगर बैंक किसी को भी लोन देता है और कोई व्यक्ति या फिर बहुत से व्यक्ति बैंक की क़िस्त को समय से नहीं चुका पाते है तो ऐसे में बैंक के पैसे फस चुके होते है और इस स्थिति में बैंक को NPA यानि के Non Performing Assets घोषित कर दिया जाता है। जिसके कारण बैंकों को नुकसान उठाना पढता है।
अगर आप सभी को भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार बताये तो NPA वो होता है जब किसी की कोई संपत्ति यानि के Assets कोई भी आय देना बंद कर देते है यानि के उस सम्पति से उनको कोई भी लाभ प्राप्त नहीं होता है तो ऐसी स्थिति को Non Performing Assets के नाम से जाना जाता है।
NPA के कितने प्रकार होते है | How many types of NPA are there?
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यह पर यह बताने वाले है की एनपीए के कितने प्रकर होते है तो यह सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए दी गयी जानकारी को अंत तक पढ़े।
तो दोस्तों रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने Non Performing Assets को तीन भागों में विभाजित किया गया है जो कुछ इस प्रकार है
- Sub Standard Assets
- Doubtful Assets
- Lossful Assets
- Sub Standard Assets – इस स्थिति में ऐसा होता है की जब भी कोई खाता या फिर लोन एक वर्ष के लिए लिए या फिर उससे कम समय की अवधी के लिए NPA की स्थिति में रहता है तो ऐसे में उस खाते को Sub Standard Assets कहा जाता है।
- Doubtful Assets – इस स्थिति में यह होता है की अगर कोई खाता एक साल से कुछ अधिक समय केलिए NPA में रहता है तो ऐसे में उस खाते को Doubtful Assets के नाम से जाना जाता है।
- Lossful Assets – Lossful Assets एक ऐसी स्थिति होती है जिसमे जब किसी लोन के खाते से किस्तों की वसूली की उम्मीद न हो तो ऐसे में उस खाते को Lossful Assets कहा जाता है।
NPA से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर
NPA का फुल फॉर्म कुछ इस प्रकार है।
The full form of NPA in english – Non Performing Assets
तो दोस्तों आप सभी को यह बता दे की गैर निष्पादित संपत्ति एक ऐसी स्थिति होती है जब अगर बैंक किसी को भी लोन देता है और कोई व्यक्ति या फिर बहुत से व्यक्ति बैंक की क़िस्त को समय से नहीं चूका पाते है तो ऐसे में बैंक के पैसे फास चुके होते है और इस स्थिति में बैंक को NPA यानि के Non Performing Assets घोषित कर दिया जाता है
NPA की फुल फॉर्म हिंदी में – गैर निष्पादित संपत्ति
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने Non Performing Assets को तीन भागों में विभाजित किया गया है जो कुछ इस प्रकार है
1. Sub Standard Assets
2. Doubtful Assets
3. Lossful Assets