MLA का फुल फॉर्म क्या है – Full form of MLA in Hindi

जैसे की आप जानते ही होंगे की भारत के सभी राज्यों में अपनी विधान सभा होती है और इस विधान सभा में उपस्थित सदस्यों को ही एमएलए कहा जाता है। विधानसभा की बैठकों और कार्यवाहियों में हिस्सा लेने के लिए विधानसभा का सदस्य होना या विधायक होना आवश्यक है। आज के इस लेख में हम आपको MLA KA FULL FORM IN HINDI, MLA का फुल फॉर्म क्या होता है ,MLA कौन होते हैं इसकी जानकारी साझा करने जा रहे हैं आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें।

प्रधानमंत्री की सैलरी कितनी है ?

MLA का फुल फॉर्म
MLA का फुल फॉर्म

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MLA का फुल फॉर्म क्या है – Full form of MLA in Hindi

विधायक / MLA का पूरा नाम Member Of Lagislative Assembly है ,MLA को हिंदी में विधानसभा का सदस्य कहा जाता है साधारण शब्दों में MLA वह व्यक्ति है जो विधायक कहलाता है ,यह विधानसभा के सदस्य होते हैं। विधानसभा जो की हर राज्य में स्थापित होती है।

  • M का मतलब होता है –MEMBER
  • L का मतलब होता है –LAGISLATIVE
  • A का मतलब होता है –ASSEMBLY

MLA कौन होता है ?

प्रत्येक राज्य में एक विधानसभा होती है। MLA किसी निर्वाचित क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा निर्वाचित वह प्रतिनिधि होता है जिसे किसी निर्वाचन क्षेत्र के विधानमंडल या विधानसभा के लिए मतदाताओं द्वारा चुना जाता है। हर राज्य में वहां की जनसँख्या के आधार पर विधान सभा या विधान परिषद होती है। MLA को साधारण भाषा में विधायक कहा जाता है। विधानसभा के सदस्य MLA कहलाते हैं।

जैसे की आप जानते हैं हमारे देश में प्रत्येक राज्य और कुछ केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा होती है इसी विधानसभा के सदस्यों को एमएलए (Member Of Lagislative Assembly) या विधायक कहा जाता है। विधायक देश के राष्ट्रपति के चुनाव में बतौर वोटर प्रत्यक्ष रूप में हिस्सा लेते हैं। विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर किसी भी मंत्री से इन समस्याओं को लेकर बात कर सकता है और इन समस्याओं के समाधान के लिए उचित दबाब भी बना सकता है। एक विधायक को अपने क्षेत्र के विकास और जनता से जुडी समस्याओं के समाधान के लिए करोड़ों रुपए के फण्ड आवंटित किये जाते हैं।

इसका प्रयोग वह अपने क्षेत्र के विकास के लिए करता है। एक MLA अपने क्षेत्र से सम्बंधित समस्याओं को विधानसभा में उठता है जहाँ मुख्यमंत्री और अन्य तमाम मंत्री उपस्थित होते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा की एक विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र का वकील होता है जो अपने विधानसभा क्षेत्र से जुडी जनता की समस्याओं को विधानसभा में पेश करता है।

MLA (Member Of Lagislative Assembly )के लिए योग्यता

एक निर्वाचित जिले का विधायक/एमएलए ( Member Of Lagislative Assembly ) बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताओं का होना आवश्यक है –

  1. याद आप एक विधायक पद के लिए अपनी उम्मीदवारी रखते हैं तो इसके लिए आपके पास देश की राष्ट्रीयता होनी चाहिए है, यानि की आपका भारतिय नागरिक होना आवश्यक है।
  2. विधायक के लिए उम्मीदवार की आयु 25 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  3. उम्मीदवार व्यक्ति को मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
  4. किसी लाभ के पद पर न हो।
  5. सजायाफ्ता न हों।
  6. एक MLA उमीदवार व्यक्ति को अपने राज्य का मतदाता होना आवश्यक है।
  7. कोई भी दिवालिया व्यक्ति MLA के पद के लिए उमीदवार नहीं बन सकेगा।

विधायकों का कितना वेतन होता है ?

प्रत्येक राज्य के विधयकों /एमएलए को ‘विधायक निधि’ से वेतन दिया जाता है ,प्रत्येक राज्य विधानसभा में 1 करोड़ से लेकर 4 करोड़ प्रतिवर्ष दी जाती है. यह फंड हर राज्य के लिए अलग-अलग प्रदान किया जाता है। विधायक निधि के अतिरिक्त प्रत्येक विधायक हर माह एक निश्चित वेतन दिया जाता है यह वेतन हर राज्य के लिए अलग-अलग होता है।

वर्तमान समय में भारत में अन्य राज्यों की तुलना में तेलंगाना राज्य के विधायकों को सबसे अधिक वेतन प्राप्त होता है। तेलंगाना राज्य में एमएलए ( विधायकों ) का वेतन तथा अलाउंसेज को यदि मिला कर देखा जाये तो यहाँ के विधायकों को कुल मिलाकर 2.50 लाख रुपये प्रति माह वेतन दिया जाता है। यदि वेतन देखा जाये तो वह सिर्फ 20 हजार रुपये है, किन्तु भत्‍ते के रूप में विधायकों को 2 लाख 30 हजार रुपये प्राप्त होते हैं। राज्यों में सबसे कम वेतन पाने वाले विधायकों में त्रिपुरा के विधायक आते हैं जिन्हें हर माह 34 हजार रुपये (जो की अन्य राज्यों से कम है) वेतन प्राप्त होता है।

विधायक की सैलरी कितनी होती है

10 राज्य जिनमे MLA/विधायकों की सैलरी अधिक है –
राज्य MLA का वेतन
तेलंगाना 2.5 लाख रुपये (सबसे अधिक )
दिल्ली 2.10 लाख रुपये
उत्तर प्रदेश 1.87 लाख रुपये.
महाराष्ट्र 1.70 लाख रुपये.
जम्मू और कश्मीर 1.60 लाख रुपये.
उत्तराखंड 1.60 लाख रुपये.
आंध्र प्रदेश 1.30 लाख रुपये.
हिमाचल प्रदेश 1.25 लाख रुपये.
राजस्थान 1.25 लाख रुपये.
गोवा 1.17 लाख रुपये.

10 राज्य जिनमे MLA /विधायकों की सैलरी कम है

राज्य MLA का वेतन
 गुजरात 65 हजार रुपये
ओडिशा 62 हजार रु.
मेघालय 59 हजार रु.
पुडुचेरी 50 हजार रु.
अरुणाचल प्रदेश49 हजार रु.
मिजोरम 47 हजार रु.
असम 42 हजार रु.
मणिपुर 37 हजार रु.
नागालैंड 36 हजार रु.
त्रिपुरा 34 हजार रु. (सबसे कम )

एमएलए का चुनाव

विधायक जिसे MLA (Member Of Lagislative Assembly) भी कहा जाता है ,उनका चुनाव निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा किया जाता है, विधायकों के चुनाव की प्रक्रिया के बारे में नीचे स्टेप-बाई स्टेप बताया गया है ध्यानपूर्वक पढ़ें –

  • हर राज्य में जनसंख्या वितरण के आधार पर राज में निर्वाचन क्षेत्रों ,विशिष्ट क्षेत्रों का विभाजन होता है।
  • राज्य के वे सभी क्षेत्र जो निर्वाचित क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं उस क्षेत्र से सम्बंधित MLA उम्मीदवारों को वहां की जनता जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो ऐसे नागरिकों द्वारा वोट दिया जाता है।
  • इनका चुनाव वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल की समाप्ति ,हर पांच साल की अवधि में किया जाता है।
  • पात्रता मानदंड को पूरा करने पर ही कोई भी उम्मीदवार निर्वाचन क्षेत्र से MLA का चुनाव लड़ सकते हैं।

कुछ अन्य फुल फॉर्म

MLA KA FULL FORM IN HINDI FAQ

MLA KA FULL FORM क्या है ?

MLA KA FULL FORM Member Of Lagislative Assembly है, जिसे हिंदी में विधानसभा का सदस्य ,विधायक कहा जाता है।

विधायक के लिए उम्मीदवार की आयु कितनी होनी चाहिए ?

विधायक पद के लिए उम्मीदवार की आयु 25 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।

क्या अलग-अलग राज्यों की विधानसभा के सदस्यों के वेतन भी अलग अलग होते हैं ?

जी हाँ ,अलग-अलग राज्यों के विधायकों के वेतन भी अलग-अलग होते हैं।

किस राज्य के विधायकों को सबसे अधिक वेतन प्राप्त होता है।

तेलंगाना राज्य के विधायकों को सबसे अधिक वेतन प्राप्त होता है।

किस राज्य के विधायकों को सबसे कम वेतन प्राप्त होता है।

त्रिपुरा राज्य के विधायकों का वेतन सबसे कम है।

विधायकों को कितना वेतन दिया जाता है ?

भारत में विधान सभा के सदस्य का वेतन 20 हजार से 2 लाख 50 हजार प्रति माह होता है।

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