एलपीजी फुल फॉर्म:- आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एलपीजी गैस के बारे में जानकारी देंगे। जैसे की हम सब जानते हैं, हर घर की रसोई में एल.पी.जी का होना आम बात है, यह घरों में खाना पकाने तथा कुछ वाहनों में ईंधन के रूप में प्रयोग में लायी जाती है। हमने अपने आस पास कहीं न कहीं गैस सलेंडर तो देखे ही हैं, चाहे अपने घर की रसोई में हो या गली नुक्क्ड़ में लगे मोमोस के ठेले वाले के पास, पर दोस्तों हर सलेंडर अलग होता है।
जैसे रसोई गैस का अलग, ऑक्सीजन गैस का सलेंडर अलग आज यहां हम आपको बताएंगे रसोई में इस्तेमाल होने वाले गैस सिलेंडर के बारे में की इसे LPG गैस क्यों कहते हैं, सबसे पहले तो हमे यह जानने की जरुरत है की आखिर LPG का पूरा नाम क्या होता है यानि एलपीजी (LPG) का फुल फॉर्म।
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एलपीजी (LPG) का फुल फॉर्म क्या है
एलपीजी (LPG) का फुल फॉर्म (LPG Ka Full Form) Liquefied Petroleum Gas है। यह गैस रंगहीन,गंधहीन और हवा से भरी होती है। इसे हिंदी में तरलीकृत पेट्रोलियम गैस कहते हैं। इसमें मुख्यता प्रोपेन और ब्यूटेन गैस पाई जाती है। गैस के रिसाव का पता लगाने के लिए इस तरल गैस में तीव्र दुर्गन्ध वाले एथिल मर्केप्टन नामक यौगिक को मिलाया जाता है। इसके अलावा अन्य गैस प्रोपेलीन, ब्यूटीलीन, एथेन ईथीलीन आइसोब्यूटेन का मिश्रण होता है। एलपीजी गैस में प्रोपेन और ब्यूटेन गैस का 95% होता है तथा 5% अन्य गैस का मिश्रण होता है। यह गैस खाना पकाने,एवं कुछ वाहनों में इंधन के रूप में प्रयुक्त होती है।
भारत में एल.पी.जी गैस कई सरकारी और प्राइवेट कम्पनियों के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। भारत में मुख्य रूप से तीन निजी कंपनियों के द्वारा रसोई गैस (एल.पी.जी) उपलब्ध कराया जाता है। जो इस प्रकार से हैं
- इण्डेन गैस कंपनी
- हिन्दुस्तान पेट्रोलियम गैस कम्पनी
- भारत गैस कम्पनी
इंडेन गैस कम्पनी -इस कम्पनी के द्वारा पहला गैस कनेक्शन 1965 में कोलकाता में जारी किया गया था। इस कंपनी को आई.ओ.सी (इंडियन) ऑयल कॉर्पोरेशन का सहयोग प्राप्त है। आप इसके कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या अपने नजदीकी इण्डेन गैस एजेंसी से सहायता ले सकते हैं।
(LPG Emergency Helpline Number – 1906)
हिन्दुस्तान गैस कंपनी -इस कंपनी की शुरुआत 1974 में हुई थी तथा इसका मुख्यालय मुंबई शहर में है। यह पेट्रोलियम तेल और गैस का मुख्य रूप से व्यापार करता है। इसके कनेक्शन के लिए आप अपने नजदीकी एच.पी गैस एजेन्सी से संपर्क कर सकते हैं।
भारत गैस एजेंसी– इस एजेंसी के द्वारा वर्ष 2000 में गैस की ऑनलाइन सेवा प्रारम्भ की गयी थी। यह भारत पेट्रोलियम कंपनी की सहयोगी कंपनी है।
एलपीजी गैस के प्रमुख उपयोग क्या-क्या हैं
- एलपीजी गैस का सबसे प्रमुख उपयोग रसोई में खाना बनाने में किया जाता है। जिसका उपयोग ग्रामीण व शहरी आबादी करती है। ग्रामीण इलाकों में भी अब लकड़ियों की जगह एलपीजी गैस का प्रयोग होने लगा है।
- स्टील उद्योग में एलपीजी का बड़ी मात्रा में उपयोग किया जाता है।
एलपीजी से होने वाले फायदे क्या हैं
- सबसे बड़ा लाभ एलपीजी गैस का ये है की आपको इस गैस के जलने से होने वाले किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं झेलना पड़ेगा। क्यूंकि यह गैस जलने के बाद विषैली गैस में परिवर्तित नहीं होती।
- इस गैस के प्रयोग से वायुमंडल के ओज़ोन परत के क्षति होने की आशंका नहीं रहती ।
- एलपीजी अच्छा और साफ़ सुथरा ईंधन है जिसका उपयोग हर घर की रसोईं में आसानी से खाना बनाने में किया जाता है।
- एलपीजी गैस का रखाव आसानी से किया जा सकता है। तरल रूप में होने की बावजूद भी आप इसे कहीं भी आसानी से ले जा सकते हैं।
- वायु प्रदूषण होने से रोकती है। क्यूंकि इसकी ज्वाला धुआं रहित होती है।
एलपीजी गैस से होने वाले खतरे
- तरल पेट्रोलियम गैस एक अत्यधिक ज्वलनशील गैस है इसके रिसाव होने से विस्फोट होने का डर बना रहता है।
- यदि इस गैस का संपर्क अधिक मात्रा में फेफड़ों से होता है,तो इंसान की मौत तक हो सकती है।
यदि आपके पास एलपीजी गैस कनेक्शन नहीं है तो क्या करे ?
आजकल हर घर में एलपीजी गैस कनेक्शन होता ही है। यदि आपके पास गैस कनेक्शन नहीं है तो आप नीचे दिए गए स्टेप्स की सहायता से गैस कनेक्शन ले सकते है- यदि आप ऑनलाइन इंडेन गैस कंपनी का कनेक्शन लेना चाहते है तो आपको नीचे दिए गए स्टेप फॉलो करने होंगे। –
- सबसे पहले आपको इंडियन ऑयल की ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट करना होगा। cx.indianoil.in पर जाते ही आपके पास रजिस्टर फॉर न्यू कनेक्शन का विकल्प आएगा।
- इसके बाद आपको नीचे दिए गए ऑप्शन में रजिस्टर फॉर ऑनलाइन न्यू कनेक्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुलेगा जिमे आपको रजिस्टर नाउ करना होगा।
- रजिस्टर नाउ करते ही आपकी स्क्रीन पर नया पेज ओपन होगा जिसमे आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी (जो की ओप्शनल होता है) अगर आपके पास ईमेल आईडी नहीं है तो कोई बात नहीं आप इस विकल्प को छोड़ सकते हैं और इसके बाद आपको कैप्चा कोड भरना होता है।
- इन सभी ऑप्शन (विकल्प) को भरने के बाद आपको प्रोसीड ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- प्रोसीड करने के बाद आपके सामने नया पेज ओपन होगा जिसमे आपके द्वारा दिए गए नंबर पर आये हुए वन टाइम पासवर्ड (ओ.टी.पी) को आपको OTP वाले ऑप्शन में भरना होगा।
- यदि आपके मोबाइल पर कोई ओटीपी (OTP) नहीं आया है तो आप उसी पेज में नीचे दिए गए रीसेंड ओटीपी पर क्लिक करके दुबारा ओ.टी.पी प्राप्त कर सकते हैं।
- इसके बाद आपको वेरिफाई वाले बटन पर क्लिक करना होगा।
- वेरिफाई क्लिक करते ही आपके सामने न्यू पेज ओपन होगा जिसमे आपको अपना नया पासवर्ड बनाना होगा करना होगा।
- इस नये पासवर्ड को आपको कन्फर्म पॉसवर्ड वाले विकल्प पर भी डालना होगा।
- इसके बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- आपका पासवर्ड सेट हो जाएगा आपको नए पेज में PLEASE CLICK HERE TO LOGIN का ऑप्शन आएगा जिसमे आपको क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपको अपना यूजर नेम (ईमेल आईडी, फ़ोन नंबर) डालना होगा और पासवर्ड डालना होगा और सबमिट करना होगा।
- लॉग इन करने के बाद आपकी स्क्रीन पर Apply For New Connection submit KYC वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपको KYC (Know Your Customer Details) पर जाकर अपनी पर्सनल डिटेल्स जैसे अपना नाम, मोबाइल नंबर लिंग, डेट ऑफ़ बर्थ (जन्मतिथि), पता, शहर या गांव का नाम, पिनकोड, राज्य, जिला आदि जानकारियों को भरना होगा
- सभी डिटेल्स को भरने के बाद आप save & continue पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपको Required document में अपना identity proof जैसे आधार कार्ड,पेन कार्ड,रसन कार्ड मे आदि में से किसी को भी आइडेंटिटी प्रूफ में दे सकते हैं। और address proof भी देना होगा इनको सेलेक्ट करने के बाद डॉक्यूमेंट को अटैच करना होगा अटैच करने के बाद save and continue ऑप्शन में क्लिक करे।
- अब आपको अन्य डिटेल्स भरनी होगी। तथा अंत में declaration पर जाकर आपको सबमिट पर क्लिक करना होगा।
- आपका KYC पूरा हो जाने के बाद आपको 6 से 10 दिन का समय लग जाएगा एलपीजी कनेक्शन को प्राप्त करने में।
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एएलपीजी (LPG) का फुल फॉर्म से जुड़े सवाल जबाब
एलपीजी फुल फॉर्म Liquefied Petroleum Gas(LPG) है जिसे हिंदी में तरलीकृत पेट्रोलियम गैस कहा जाता है।
एलपीजी गैस का प्रयोग रसोई में खाना बनाने तथा कुछ वाहनों में ईंधन के रूप में, उद्योगों में होता है।
एलपीजी गैस तेल शोधन की प्रक्रिया के दौरान डीज़ल पेट्रोल आदि के साथ आश्वन टावर का प्रयोग करके कच्चे तेल से बनाया जाता है।
वैसे तो एलपीजी गैस अपने प्राकृतिक रूप में गंधहीन है। परन्तु आपने देखा होगा जब यह गैस लीक होती है तो इसमें गंध आती है यह गंध वास्तव में इथाइल मकैप्टन नामक यौगिक की है जिसे इस गैस में मिलाया जाता है।
एलपीजी गैस कई गैसों के मिश्रण से मिलकर बनी होती है। इसमें प्रोपेलीन, ब्यूटीलीन, एथेन ईथीलीन, आइसोब्यूटेन आदि गैसों का मिश्रण होता है।
एलपीजी गैस को कई सरकारी और प्राइवेट कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराया जाता है।
एलपीजी गैस को मुख्य तीन निजी कम्पनियां के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है – इण्डेन गैस कंपनी, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम गैस कम्पनी, भारत गैस कम्पनी
यदि आप एलपीजी गैस कनेक्शन चाहते है तो आपको आधार कार्ड,पेन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि की आवश्यकता पड़ेगी ।
जी हाँ, आप ऑनलाइन गैस का कनेक्शन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको एलपीजी की आधिकारिक साइट http://cx.indianoil.in पर जाना होगा। या आप इनके एलपीजी टोल फ्री नंबर-1800 -2333-555 पर सम्पर्क कर सकते हैं।