जैसा की आप सभी जानते है की हम सभी को विद्यालय में बहुत से विषयों के बारे में पढ़ाया जाता था। उन सभी विषयों में से एक विषय था इतिहास। इतिहास हमको Social studies विषय के अंतर्गत पढ़ाया जाता था। इतिहास के अंदर हमको पहले के समय में घटित घटनाओ के बारे में बताया जाता है। लेकिन क्या आप यह जानते है की आखिर इतिहास क्या होता है और इतिहास का जनक किसे कहा जाता है ? तो दोस्तों क्या आप भी यह जानना चाहते है की Father Of History in Hindi किसे कहा जाता है। तो दोस्तों अगर आप इसके बारे में नहीं जानते है तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम आप सभी को हमारे इस लेख में इसके बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले है। जैसे की – इतिहास का जनक किसे कहा जाता है ? Father Of History in Hindi
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तो दोस्तों क्या आप भी इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है। अगर हाँ तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी प्रदान की हुई है। जिसको पढने से ही आप भी जान सकेंगे की इतिहास का जनक किसको कहा जाता है। इसलिए दोस्तों अगर आप भी यह जानकारी प्राप्त करना चाहते है। तो कृपया हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े व इससे सम्बंधित कई अन्य जानकारी भी प्राप्त करें।
Article Contents
इतिहास क्या होता है | इतिहास की परिभाषा क्या है ?
आप सभी को सबसे पहले यह बतादे की इतिहास शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला है इति+हास जिसका अर्थ होता है – यह निश्चय था। आप सभी को यह भी बतादे की इसको अंग्रेजी में History के नाम से भी जाना जाता है। जिसका अर्थ होता है बुनना। लेकिन बात अगर करें की इतिहास क्या होता है। तो आपको यह बतादे की इतिहास उसको कहा जाता है जब प्राचीन काल में घाटी हुई घटनाओं को एक कहानी के रूप में दिखाया व बताया जाता है। तो उसी को इतिहास के नाम से जाना जाता है।
इतिहास की परिभाषा क्या है – अगर बात इतिहास की करें तो इतिहास उसको कहा जाता है की जब प्राचीन काल में किसी भी स्थान पर कोई भी घटित घटना जो की किसी व्यक्ति, स्थान, सार्वजनिक क्षेत्रों से सम्बंधित घटनाओ को एक व्यवस्थित रूप से बताना या उसको पेश करना ही इतिहास कहलाता है। केवल यह ही नहीं बल्कि भूतकाल में हुई कोई भी घटना का प्रमाण भी इतिहास कहलाता है। या फिर इसको यह भी कहा जा सकता है की प्राचीन काल में घटित घटनाओ को साक्ष्य तौर पर या फिर तथ्य के तौर पर आधारित वर्णन ही इतिहास के नाम से जाना जाता है।
इतिहास कितने प्रकार के होते है ?
अब आप सभी यह सोच रहे होंगे की आखिर इतिहास के भी प्रकार होते है। तो आपको यह बतादे की हाँ इतिहास के भी प्रकार होते है जिनके बारे में आज हम आप सभी को यहाँ पर इस लेख में जानकारी प्रदान करने वाले है। इसलिए यह जानने के लिए दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े।
इतिहास तीन प्रकार का होता है। जो कुछ इस प्रकार है –
- प्राचीन इतिहास – आप सभी को बतादे की प्राचीन इतिहास के अंतर्गत मध्य युगके समय से पहले की घटित सभी घटनाओं का वर्णन किया गया है। इतिहास का यह भाग मानव जाती की शुरुआत से करीब 5 वी शताब्दी तक की घटनाओं का वर्णन इसी भाग में होगा।आपको यह भी बतादे की यह एक बहुत ही बड़ा विषय है जिसके अंतर्गत पुरातत्व, नृविज्ञान, भाषा विज्ञान और कला इतिहास सहित अंतःविषय दृष्टिकोणों होते है।
- मध्ययुगीन इतिहास – आप सभी को यह भी बतादे की इतिहास के इस भाग में यानि के मध्ययुगीन इतिहास के अंतर्गत प्राचीन इतिहास के बाद की कुछ घटनाओं का वर्णन होता है। यानि के इतिहास के इस भाग में 5 वी शताब्दी से लेकर 15 वी शताब्दी की अवधी के बारे में बताया हुआ होता है। इतिहास के इस भाग में भी बहुत सी चीजों का बखान किया गया है जैसे की – राजनीतिक संरचनाएं, सामाजिक संगठन, आर्थिक विकास, धार्मिक परिवर्तन, सांस्कृतिक रुझान और कलात्मक अभिव्यक्ति।
- आधुनिक इतिहास – आप सभी को यह बतादे की इतिहास के इस भाग में मध्ययुगीन युग के बाद के समय की घटित घटनाओ का वर्णन है। इस इतिहास में 15 वी शताब्दी के बाद से लेकर वर्तमान समय तक के इतिहास के बारे में बताया गया होगा। आधुनिक इतिहास में बहुत सी चीजों का इतिहास है जैसे की – सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक प्रगति सहित ऐतिहासिक अदि।
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इतिहास का जनक किसे कहा जाता है ? Father Of History in Hindi
तो दोस्तों अगर बात करें इतिहास के जनक की तो क्या आप यह जानते है की इतिहास का जनक किसे कहा जाता है। तो उसके लिए सभी को यह बतादे की इतिहास का जनक हिरोडोटस (Herodotus) को कहा जाता है। आपको यह भी बतादे की सबसे पहले हिस्ट्री शब्द के बारे में इन्होने ही दुनिया को बताया था। हिरोडोटस यूनान देश के पहले इतिहासकार एवं भूगोलवेत्ता थे। इनको संस्कृत भाषा में हरिदत्त के नाम से भी जाना जाता था। केवल यह ही नहीं बल्कि बिशप विलियम स्टब्स को आधुनिक इतिहास के जनक के रूप में जाना जाता है।
भारत के इतिहास के जनक मेगस्थनीज को माना जाता है। क्योंकि एक समय में यानि सन 290 में मेगस्थनीज जो की यूनान का नागरिक थे। वह उस समय भारत आये और भारत के पटना जिलें में जिसको पहले के समय में पाटलिपुत्र कहा जाता था। मेगस्थनीज पाटलिपुत्र चन्द्रगुप्त के दरबार में पहुंचे थे उन्होंने वहां पर बहुत वर्ष बिताएं थे। उसके बाद इन्होने भारत के इतिहास पर एक पुस्तक लिखी जिसका नाम इंडिका था।
नाम | हेरोडोटस (Herodotus) |
जन्म | 484 BCE |
मृत्यु | 425 BCE |
आवास | समोस |
जातीयता | यूनानी, कैरियन्स |
व्यवसाय | इतिहासकार, राजनीतिज्ञ, लेखक |
किताब | हिस्टोरिका |
पहचान | इतिहास का जनक (Father of History) |
इतिहास से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर
आपको यह बतादे की पटना को पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था। जो की वर्तमान में बिहार की राजधानी है।
इतिहास तीन प्रकार का होता है। जो कुछ इस प्रकार है –
प्राचीन इतिहास
मध्ययुगीन इतिहास
आधुनिक इतिहास
इतिहास का जनक हिरोडोटस (Herodotus) को कहा जाता है।
मेगस्थनीज द्वारा इंडिका पुस्तक लिखी गयी थी जो की भारतीय इतिहास पर आधारित है।