Indian Army Rank List in Hindi :- इंडियन आर्मी हमारी देश की सबसे बड़ी तथा सम्मानित आर्मी है। ये देश की सुरक्षा के लिए सदैव बॉर्डर पर खड़ी रहती है तथा आपातकालीन स्थितियों के लिए सदैव तत्पर रहती है।
हमारे देश में 3 तरह की सेनाये होती है। जैसे- जल सेना, थल सेना, और नभ सेना। ये तीनों सेनाये देश को चारों ओर से सुरक्षित रखती है। भारत के राष्ट्रपति थल सेना के सुप्रीम कमांडर होते है तथा भारतीय सेना में लगभग 14 लाख से अधिक सैनिक है जिसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्र को बाहरी आतंक से बचाना और सीमाओं में शांति व्यवस्था को बनाये रखना होता है तथा देश में प्राकृतिक आपदाओं के समय देश के नागरिको की रक्षा करना है।
इंडियन आर्मी में तीन सेना होती है और तीनो सेनाओ का सलामी देना का तरीका अलग होता है क्या आप जानते है ऐसा क्यों होता है।
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सभी भारतीय सेनाओं में उनके सभी सैनिकों के लिए अलग-अलग रैंक व पद होते है जो उन्हें अन्य सिपाहियों से अलग दर्शाता है इसी प्रकार रैंको के आधार पर अधिकार भी दिए जाते है जिससे वह आपतकालीन स्थिति में उस अधिकार का प्रयोग कर आदेश भी दे सकता है।
indian army officer ranks के माध्यम से आप सेना में विभिन अधिकारियो का वरीयता क्रम जान सकेंगे। इसी प्रकार थल सेना में भी सेना को अलग-अलग रैंको में विभाजित किया गया है जो निम्न है।
यदि आप इंडियन आर्मी में पद और रैंक Army officer ranks से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको इस लेख में हम Indian Army Rank List in Hindi के बारे में समस्त जानकारी देने वाले हैं आप इसे ध्यानपूर्वक पढ़ें और अपने ज्ञान को बढ़ाएं।
भारतीय सेना में रैंक एवं पद –
इंडियन आर्मी में रैंक (Indian Army Rank) :- इंडियन आर्मी में कुल 17 रैंक एवं पद होते हैं सभी पदों के नाम क्रमानुसार नीचे दिये गये हैं। आप नीचे दी गयी सारणी के माध्यम से देख सकते है –
क्र.सं | पद |
1 | फील्ड मार्शल |
2 | जनरल |
3 | लेफ्टिनेंट जनरल |
4 | मेजर जनरल |
5 | ब्रिगेडियर |
6 | कर्नल |
7 | लेफ्टिनेंट कर्नल |
8 | मेजर |
9 | कैप्टन |
10 | लेफ्टिनेंट |
11 | सूबेदार मेजर |
12 | सूबेदार |
13 | नायब सूबेदार |
14 | हवलदार |
15 | नायक |
16 | लांस नायक |
17 | सिपाही |
इंडियन आर्मी में पद और रैंक –
इंडियन आर्मी के सभी पदों को 2 भागों में विभाजित किया गया है जिसमे एक सीनियर पद तथा एक जूनियर पद को सम्मिलित किया गया है तथा सिपाहियों की वर्दी पर कुछ चिन्ह दिए होते है जो उनके पदों को दर्शाता है और पदों के अनुसार अधिकारियों के पास उनके अलग-अलग अधिकार होते हैं।
सीनियर कमीशन अधिकारी – SENIOR COMMISSIONED OFFICERS
1. फील्ड मार्शल
- यह पद सेना में सबसे बड़ा होता है लेकिन यह पद सम्मान के रूप में दिया जाता है। फील्ड मार्शल की उपाधि आर्मी सेवा समाप्त होने के बाद भी रहती है अर्थात व्यक्ति के जीवित रहने तक वह इस उपाधि से सम्मानित होता रहता है। लेकिन वर्तमान समय में सेना ने इस पद को समाप्त कर दिया है। इसका चिन्ह निम्न प्रकार से होता है।
- फील्ड मार्शल के बैज पर 5 बिंदु स्टार, राष्ट्रीय प्रतीक तथा क्रॉस बैटन के साथ गोल्डन लॉरेल पुष्पांजलि की माला बनी हुई होती है।
- ये इंडियन आर्मी की सबसे बड़ी उपाधि होती है।
- ये उपाधि युद्धकालीन के समय उनकी बहादुरी के लिए दी जाती है।
- भारत में अभी तक केवल 2 व्यक्तियों को ही इस उपाधि से सम्मानित किया गया है।
- Sam Manekshaw – इन्हे ये रैंक 1 जनवरी, 1973 को दिया गया था।
- Kodandera M. Cariappa – इन्हे 15 जनवरी,1986 को प्रदान किया गया।
- जनरल – ये फील्ड मार्शल के बाद की सबसे बड़ी रैंक है लेकिन फील्ड मार्शल रैंक को खत्म करने के बाद ये इंडियन आर्मी की सबसे बड़ी रैंक हो गयी है। यह रैंक इंडियन आर्मी के सेनाध्यक्ष के पास है तथा यह चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ के पास के भी हो सकती है इसे लेफ्टिनेंट जनरल से ऊपर रखा गया है।
- इस इंडियन आर्मी अधिकारी के बैज पर 4 स्टार बने है होते है।
- जनरल अधिकारी के कंधे पर 5 बिंदु वाला एक गोल्डन स्टार, अशोक चिन्ह और क्रॉस बैटन यानि क्रॉस की गयी तलवार होती है।
- लेफ्टिनेंट जनरल – यह जनरल रैंक के बाद की रैंक होती है तथा मेजर जनरल से बड़ी रैंक होती है। ये एक बड़ी इंडियन आर्मी का नेतृत्व करती है जिसमे 60,000 से 70,000 सैनिक होते है।
- लेफ्टिनेंट जनरल अधिकारी के बैज पर 3 स्टार लगे हुए होते है।
- इस अधिकारी के कंधे पर एक गोल्डन अशोक चिन्ह और क्रॉस बैटन होता है।
- इसके चुनाव के लिए उस सैनिक की 36 साल की कमीशन सेवा जरुरी है।
- इसकी सेवानिवृति की उम्र 60 साल है।
- मेजर जनरल – यह रैंक लेफ्टिनेंट जनरल के बाद की सबसे बड़ी उपाधि तथा ब्रिगेडियर से बड़ी उपाधि होती है।
- इस आर्मी ऑफिसर के बैज पर एक गोल्डन स्टार और क्रॉस बैटल लगा हुआ होते है। ये डिवीजनों के कमांडर के रूप में कार्य करते है जिनकी संख्या 10,000 और 16,000 सैनिकों के बीच होती है।
- इस चुनाव के लिए उस सैनिक की 28 साल की कमीशन सेवा जरुरी होती है।
- मेजर जनरल की सेवानिवृति 58 वर्ष तक तय की गयी है।
- ब्रिगेडियर – ये मेजर जनरल के बाद तथा कर्नल से बड़ी रैंक होती है इस अधिकारी के बैज पर 3 स्टार और एक अशोक चिन्ह होता है। इस रैंक को पाने के लिए 25 साल की कमीशन सेवा जरुरी होती है।
- इसकी सेवानिवृति उम्र 56 होती है।
- कर्नल – ये ब्रिगेडियर के बाद और लेफ्टिंनेंट कर्नल से बड़ी रैंक है इस अधिकारी के कंधे पर राष्ट्रीय प्रतीक और 2 स्टार बने हुआ होते है। यह रैंक इंडियन नेवी और इंडियन एयर फोर्स के कैप्टन के बराबर होती है और इस रैंक को पाने के लिए 15 साल की सैन्य सेवा जरुरी होती है।
- कर्नल 56 वर्ष तक सेवानिवृत होता है।
- लेफ्टिनेंट कर्नल – ये मेजर से बड़ी रैंक होती है। इस अधिकारी के बैज पर राष्ट्रीय प्रतीक और एक-पांच बिंदु वाला स्टार तथा राष्ट्रीय प्रतीक होता है इसके लिए 13 साल की कमीशन सेवा और पार्ट-D पेपर को उत्तीर्ण करना होता है।
- मेजर – यह कैप्टन से बड़ी और लेफ्टिनेंट से छोटी रैंक होती है ,इस पद वाले अधिकारी के बैज पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक लगा होता है। इस पद के लिए 6 साल की कमीशन सेवा और पार्ट B पेपर को उत्तीर्ण करना आवश्यक होता है।
- कैप्टन – यह मेजर के बाद तथा लेफ्टिनेंट से बड़ी रैंक होती है , कैप्टन के बैज पर 3 स्टार बने होते है। कैप्टन बनने के लिए 2 साल तक की सैन्य सेवा तथा सभी नियमों का पालन करना पड़ता है।
- लेफ्टिनेंट – यह कैप्टन के बाद और सभी जूनियर से बड़ी रैंक होती है, लेफ्टिनेंट सभी जूनियर पद वाले अधिकारियों को आदेश दे सकता है। लेफ्टिनेंट के बैज पर 2 स्टार लगे होते हैं।
जूनियर कमीशन अधिकारी – JUNIOR COMMISSIONED OFFICERS
- सूबेदार मेजर – यह जूनियर अधिकारी पद में सबसे बड़ा पद होता है इस अधिकारी के बैज पर गोल्डन राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चिन्ह लगा होता है।
- सूबेदार – यह सूबेदार मेजर के बाद तथा नायब सूबेदार से बड़ी रैंक होती है। सूबेदार के बैज पर 2 गोल्डन स्टार बने होते है।
- नायब सूबेदार -यह सूबेदार के बाद की रैंक होती है जिसके बैज पर 1 गोल्डन स्टार लगा होता है।
- हवालदार – सिपाहियों के प्रोन्नति के आधार पर इसका चुनाव किया जाता है। हवालदार के बैज पर Three rank chevrons यानि 3 रैंक की पट्टी बनी होती है।
- नायक – यह हवलदार के बाद और लांस नायक से बड़ी रैंक होती है। नायक के बैज पर 2 रैंक की पट्टी लगी होती है।
- लांस नायक – सिपाहियों की प्रोन्नति होने पर वह सबसे पहले लांस नायक पद पर होते है। लांस नायक के बैज पर 1 रैंक की पट्टी होती है।
- सिपाही -सिपाही की वर्दी पर कोई भी रैंक नहीं होती है, बिना रैंक वाले सिपाही एक सामान्य सिपाही होता है जो रैंक वाले अधिकारियों का आदेश का पालन करते हैं तथा देश की रक्षा करता है।
सामान्य सिपाही की उन्नति यानि प्रमोशन होने पर ही वह आगे की रैंको को ग्रहण करता है तथा सिपाही से जूनियर और सीनियर पद को ग्रहण करता है। भारत के कई आर्मी ऑफिसर को परम वीर चक्र से भी सम्मानित किया जा चुका है जो की उनकी वीरता का प्रतीक है।
AK-47 राइफल विश्व की सबसे खतरनाक राइफल में से एक है। क्या आप जानते है AK-47 की फुल फॉर्म क्या होती है।
इंडियन आर्मी की ट्रेनिंग के लिए भारत का एक सबसे मुख्य व प्रसिद्ध स्थान IMA है लेकिन क्या आपको पता है IMA Full Form क्या है।
Indian Army Rank List से सम्बंधित प्रश्न उत्तर
इंडियन आर्मी में मेजर जनरल की सेवानिवृति की उम्र 58 होती है।
इंडियन आर्मी में सिपाही के अनुशासन और साहस के कारण उसका उन्नति यानि प्रोमोशन होता रहता है और कुछ पदों को पाने के लिए उसे इंडियन आर्मी द्वारा कराये गए पेपरों को भी देना पड़ता है जिससे उसकी रैंक बढ़ सके।
इंडियन आर्मी के सेना प्रमुख [ जनरल ऑफ़ आर्मी चीफ ] COAS के रूप में 3 वर्ष या 62 वर्ष की आयु में रिटायर यानि सेवानिवृत होते है।
इंडियन आर्मी में कुल 17 रैंक होती है जो उनके पदों को दर्शाता है।
भारत में अभी तक केवल 2 आर्मी अधिकारियों को ही फील्ड मार्शल की उपाधि दी गयी है।
फील्ड मार्शल की उपाधि युद्ध कालीन समय में सबसे अधिक बहादुरी दिखाने वाले अधिकारी को दी जाती थी किन्तु वर्तमान समय में इस उपाधि को समाप्त कर दिया गया है।
इंडियन आर्मी में सबसे बड़ी रैंक जनरल यानि थल सेनाध्यक्ष की होती है।
वर्तमान समय में इंडियन आर्मी के सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे हैं जिन्होंने 30 अप्रैल 2022 में देश के नए सेना अध्यक्ष का कार्यभार संभाला है।
सेनाध्यक्ष के पद की अवधि 3 वर्ष या 62 वर्ष आयु (दोनों में जो भी पहले हो) होती है।
इंडियन आर्मी 7 कमांडो संगठनो में बांटी गयी है।
भारत के प्रथम सेनाध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह जडेजा थे।
इसके लिए आप को एनडीए में प्रवेश लेना होगा। इसके लिए आपको यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली NDA परीक्षा को पास करना पड़ेगा वही ग्रेजुएट स्टूडेंट को इसके लिए सीडीएस एग्जाम को क्वालीफाई करना पड़ता है।
भर्ती के माध्यम से ज्वाइन करने के लिए उम्र 17.5 वर्ष से लेकर 23 वर्ष तक होनी चाहिए।
शैक्षिक प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, जाती प्रमाण पत्र, 6 महीने के अंदर पुलिस द्वारा जारी किया गया चरित्र प्रमाण पत्र,एनसीसी ए /बी /सी प्रमाण पत्र आदि चाहिए होंगे। विस्तार से और अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं।
हेल्पलाइन नंबर
इस लेख में हमने आपको इंडियन आर्मी में पद और रैंक और इससे संबंधित अनेक सूचनाएँ प्रदान की है। यदि आप इससे जुडी किसी प्रकार की अन्य कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाकर मैसेज करके पूछ सकते है। हमारे द्वारा आपके प्रश्न का उत्तर अवश्य दिया जायेगा। आशा करते है आपको हमारे द्वारा इस लेख में दी गयी जानकारी के माध्यम से सहायता मिलेगी।