जेरूसलम का इतिहास क्या है – Jerusalem History in Hindi

हर किसी धर्म का कोई न कोई धार्मिक स्थान यानि के शहर होता हैं जैसे की हिन्दुओं के बहुत से तीर्थ स्थान भी हैं जैसे की – मथुरा, वृन्दावन, वाराणसी, अयोध्या, उज्जैन, रामेश्वरम और जगन्नाथ ऐसे ही हर धर्म के तीर्थ स्थान होते हैं उनमे से मुस्लिम लोगो के कुछ तीर्थ स्थान है –  तेहरान, मदीना, बगदाद, मोसुल, रोम, ईजिप्ट, लोनान आदि जिनमे से एक हैं जेरूसलम। जेरूसलम को मुस्लिम लोगो व ईसाई लोगो का तीर्थ स्थान भी माना जाता हैं। इस शहर को यहूदियों को शहर भी माना जाता हैं। तो क्या आप ने इसके बारे में सुना है या इसके बारे में आप जानते हैं अगर नहीं तो आप बिलकुल निश्चिन्त हो जाइये क्योंकि आज हम आपको इस लेख के माध्यम से Jerusalem के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले हैं जैसे की – Jerusalem क्या हैं ? जेरूसलम का इतिहास क्या हैं, आदि

जेरूसलम का इतिहास क्या है - Jerusalem History in Hindi
जेरूसलम का इतिहास क्या है – Jerusalem History in Hindi

अगर आप भी जेरूसलम और उससे सम्बंधित जानकरी प्राप्त करना चाहते हो तो उसके लिए आपको हमारे इस लेख को ध्यानपूर्वक व अंत तक पढ़ना होगा तब ही आप भी जेरूसलम के बारे में अधिक जानकरी प्राप्त कर सकेंगे।

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जेरूसलम क्या हैं ? What is Jerusalem

जेरूसलम को मुस्लिम लोगो का और ईसाई लोगो का पवित्र, तीर्थ शहर माना जाता है। यह शहर इजराइल में स्थित हैं और आज के समय में इस शहर को लेकर बहुत से विवाद होते रहते हैं क्योंकि इजराइल और फिलिस्तीन नाम के देश दोनों ही इस शहर को अपनी राजधानी होने का दावा करते हैं। बताया यह भी जाता हैं की यहाँ पर एक मंदिर भी जिसका नाम हैं सोलोमन मंदिर इस मंदिर को सिनेगॉग के नाम से भी जाना जाता हैं और उसी मंदिर के परिसर में एक मस्जिद,चर्च और सिनेगॉग भी बनायीं गयी हैं।

इस शहर को यहूदियों का शहर भी कहा जाता हैं। क्योंकि यहाँ पर भारी मात्रा में यहूदी लोग निवास करते हैं। जेरूसलम शहर में अल-हरम नाम की एक मस्जिद है, इस मस्जिद को गोल्डन टेम्पल और डोम ऑफ़ द रॉक के नाम से जाना जाता हैं। सी शहर में इसी के पास में एक मस्जिद भी हैं जिसका नाम हैं अल अक्सा मस्जिद और इसके पीछे एक दीवार हैं जिसको पश्चिमी दीवार के नाम से जाना जाता हैं और इसको यहूदियों का सबसे पवित्र स्थल भी माना जाता हैं और इसी से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर एक चर्च भी स्थित हैं और उस चर्च को ईसाईयों का सबसे पवित्र चर्च माना जाता हैं।

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यहाँ पर जो यहूदियों का मंदिर था वह उनका सबसे पवित्र मंदिर था और उस मंदिर को 72वीं सदी में रोमनों के द्वारा तोड़ दिया गया था और आज के समय में इस मंदिर की केवल एक ही दीवार बची हैं। माना यह भी जाता हैं की इस भूमि को इसा मसीह की कर्म भूमि भी माना जाता हैं और हजरत मुहम्मद भी इसी शहर से जन्नत गए थे। केवल यह ही नहीं बल्कि इस शहर को पर्यटक स्थल भी माना जाता हैं क्योंकि इस शहर में करीब 158 गिरजाघर और करीब 73 मस्जिद स्थित है जिनको देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।

माना यह भी जाता हैं की यहूदियों का जो मंदिर है जिसका नामा सोलोमन मंदिर है वह बहुत ही पुराना मंदिर हैं वह करीब 937 B.C में बनाया गया था। यह मंदिर इतना बड़ा था की इसको एक बार पूरा देखने के लिए पूरा दिन लग जाता था। लेकिन यह मंदिर लड़ाइयों की वजह से टूट गया। में केवल दीवारें बची हैं। इस मंदिर को राजा सुलेमान ने बनवाया था। इस कीलें क चारदीवारी में सभी यहूदी इकठ्ठा होते हैं और सभी साथ में प्रार्थना करते हैं।

जेरूसलम का इतिहास | History of Jerusalem

जेरूसलम एक बहुत ही पुराना शहर हैं। जेरूसलम शहर तीन धर्म के लिए पवित्र माना जाता है जो की हैं इस्लाम धर्म, ईसाई और यहूदी। क्योंकि यह शहर तीनों धर्म का धार्मिक यानि के पवित्र स्थल है इसलिए तीनों धर्म यानि के इस्लाम, ईसाई और यहूदी तीनों धर्म के व्यक्ति इस शहर पर हुकूमत करना चाहते है और इस शहर को अपने कब्जे में लेना चाहते हैं। माना यह जाता है की इस जगह पर पहली बार 3500 B.C में मनुष्य ने रहना शुरू किया था। उसके बाद यहाँ पर 1000 बीसी में यहूदियों के शाशक डेविड ने यहाँ पर राज किया था। डेविड द्वारा इस जगह को अपनी राजधानी घोषित कर दिया गया था।

Jerusalem शहर में डेविड के बेटे यानि के सोलोमन ने इस जगह पर एक मंदिर की स्थापना की थी जिस मंदिर का नाम सोलोमन अंदिर था और उसको सिनेगॉग के नाम से भी जाना जाता है। बेबीलोनियन द्वारा 586 ईसा पूर्व में उस मंदिर को नष्ट यानि के तोड़ दिया गया था। उसके बाद इस शहर से सभी यहूदियों को निकल दिया गया था और उसके 50 वर्ष के बाद फ़ारसी राजा साइरस ने सभी यहूदियों को वापस जेरूसलम में रहने की आज्ञा दी थी और यहूदियों के मंदिर को फिर से बनाने की भी अनुमति प्रदान की थी। इस जगह पर बहुत से शाशकों द्वारा राज किया गया था जिनमे से एक सिकंदर भी था। सिकंदर ने इस जगह को युद्ध करके हासिल की थी।

जेरूसलम का इतिहास से सम्बंधित कुछ प्रश्न और उनके उत्तर

जेरूसलम शहर कहाँ पर स्थित हैं ?

जेरूसलम शहर इजराइल में स्थित है।

Jerusalem किस देश की राजधानी हैं ?

वर्स्टमन समय में Jerusalem को इजराइल की राजधानी माना गया हैं।

Jerusalem में स्थित यहूदियों के मंदिर का क्या नाम हैं ?

Jerusalem में स्थित यहूदियों का एक मंदिर जिसको सोलोमन मंदिर कहते और इस मंदिर को सिनेगॉग के नाम से भी जाना जाता हैं।

यहूदियों का देश किसको माना जाता हैं ?

यहूदियों का देश इजराइल को माना जाता है क्योंकि इजराइल में अधिकतर जनसँख्या यहूदी ही हैं।

कौन-कौन सा धर्म जेरूसलम को अपना पवित्र स्थल मानते हैं ?

ईसाई धर्म,इस्लाम धर्म,यहूदी ये तीनों धर्म ही जेरूसलम को अपना तीर्थ स्थल मानते हैं।

जेरूसलम को ईसाईयों द्वारा अपना धार्मिक स्थल क्यों माना जाता हैं ?

जेरूसलम को ईसाईयों द्वारा अपना धार्मिक स्थल इसलिए माना जाता है क्योंकि इस ईसाईयों के गुरु इसा मसीह की कर्म भूमि कहा जाता है।

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