वन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वन उत्पाद भी हमारे दैनिक जीवन में अहम भूमिका निभाते है। वन के वृक्षों से बहुत से उत्पाद निर्मित किये जाते है जैसे कागज, दवाई, कुर्सी और भी अन्य साधन जो हमे दैनिक जीवन के लिए उपयोगी होते है सब हमे पेड़ो से ही मिलते है। वृक्ष वायु में मौजूद धूल-मिटटी, हानिकारक गैस, कार्बन डाईऑक्सइड का शोधन करके प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदान करती है, और आप सब जानते ही है ऑक्सीजन हम मानव जीवन के लिए कितनी उपयोगी है। जब आप कही सफर पर जाते हो तो आपने कभी न कभी वन तो देखे ही होंगे क्या आपने कभी महसूस किया है जब भी हम वन के पास होते है तो हवा बहुत ही शुद्ध और ठंडी लगती है पेड़-पोधो के आस पास रहने में मन को अंदर से शान्ति भी महसूस होती होगी। आज हम आपको बतायेगे वन किसे कहते है | वन कितने प्रकार के होते है | Forest in Hindi और वनो के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करेंगे।
वन करीब भूमि का एक-तिहाई हिस्सा कवर करते है। लोगो के जीवन और आजीविका के लिए वन का एक महत्वपूर्ण स्थान है। वन पौधो और फसलों को उगाने के लिए समृद्ध मिटटी का उत्पादन करते है। तो दोस्तों क्या अगर आप भी जानना चाहते है की वन किसे कहते है और इससे सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े।
वन किसे कहते है | Forest in Hindi
ऐसे क्षेत्र जहा प्राकृतिक रूप से वृक्षों और वनस्पति अधिक मात्रा में उपस्थित होते है उन्हें वन कहा जाता है। वन को सरल भाषा में जंगल कहते है। वन एक ऐसे प्रकार का पर्यावास है जहा पेड़ पौधे, जीव-जंतु और उनका भोजन उनके निवास स्थान उपलब्ध होता है संसार के अधिकतर जीव-जंतु और पक्षी वनो में निवास करते है।
यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं
वन एक ऐसी जगह होती है जहा वृक्षों की संघनता अधिक होती है। वन एक अमूल्य संसाधन है जो भोजन, वन्य जीव आवास, आश्रय, ईंधन, औषधि सामग्री, शुद्ध हवा और भी बहुत सी मानव जरूरतों की आपूर्ति करता है। वन एक जटिल पारिस्थितिक तंत्र है जिसका निर्माण वृक्षों के साथ साथ झाडियो, पेड़ पौधो, जन्तुओ मृदा, वायुमंडल आदि के पारस्परिक सम्बन्ध से होता है। वनो के द्वारा मनुष्य के कई आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती है। Forest का हिंदी रूपांतरण वन है।
यह भी पढ़े
भारत में कितने प्रकार की मृदा पाई जाती है | Types of Soil in India (Hindi)
Wild Animals Name in Hindi and English | जंगली जानवरों के नाम
वन क्यों महत्वपूर्ण है ?
Forest हमे ऑक्सीजन, धुप से बचने के लिए आश्रय, रोजगार, पोषण और ईंधन देते है। बहुत से लोग भोजन और ईंधन के लिए वनो पर निर्भर रहते है। वन में ही अपना घर बनाकर निवास भी करते है। वन कटाव को रोकने में मदद करते है और मिटटी को संरक्षित करते है। बाढ़ और भूस्खलन को रोकने में काफी मदद करते है। जल चक्र में वनो की भी अहम भूमिका होती है। वृक्ष अपनी द्वारा अवशोषित जल को वायुमंडल में वाष्प बनाकर छोड़ते रहते है फिर वाष्प बादल बनकर वर्षा करते है वर्षा के जल को वृक्ष फिर से सोख लेते है। वन के वृक्ष हमे शुद्ध वायु देते है। वनो के विनाश से कृषि पर असर पड़ता है।
वनो के प्रकार | Types of Forest in Hindi
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर वन के प्रकार के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले है। तो अगर आप भी इसके बारे में जानना चाहते है। तो कृपया करके दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े।
उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन | Tropical evergreen forest
उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन पूर्वोत्तर भारत तथा अंडमान निकोबार द्वीप में उच्च वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते है। ये वन उन क्षेत्रों में होते है जहा मानसून लम्बे समय के लिए आता है। ये वृक्ष एक दूसरे से मिलकर छत का निर्माण करते है। इसी कारण इनके तने तक धूप का प्रकाश नहीं पहुँचता है। इनके पत्ते प्रतिवर्ष नियमित रूप से नहीं झड़ते तभी इनको सदाबहार वन कहा जाता है।
इन वृक्षों की छाल काई से लिपटी रहती है। यह सामान्य तौर पर पाए जाने वालो वृक्षों में जामुन, सुपारी कटहल आम आदि शामिल है। उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन का दूसरा नाम वर्षा वन भी होता है। भारत के पश्चिम बंगाल, मेघालय, असम जैसे राज्यों में ये वन पाए जाते है।
उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन | Tropical Deciduous Forest
यह वन केवल उन्ही क्षेत्रों में पाए जाते है जहा मध्यम स्तर पर वर्षा होती है। इन वनो के वृक्ष ऊँचे होते है तथा उनकी शाखाएँ विस्तृत होती है। इन वनो को कुछ वृक्ष शुष्क मौसम में अपने पत्ते गिरा देते है। इन वनो की मुख्य प्रजाति शीशम, महुआ, आंवला, कुसु और चन्दन है। मानसून आने से पहले ये वृक्ष वर्षा की उपस्थिति में अपनी वृद्धि कर लेते है। शुष्क मौसम की शुरुआत में जब ये वृक्ष अपने पत्ते गिरा देते है तो ये वन एक विशाल घास के मैदान की तरह दिखयी दते है।
उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन | Tropical thorn forest
ये वन उन क्षेत्रों में पाए जाते है जहा वार्षिक वर्षा 50 सेंटीमीटर से कम होती है। इस प्रकार के वन जहा काली मिट्टी होती है वहा पाए जाते है जैसे उत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत। यह के वृक्षों की ऊंचाई 10 मीटर से अधिक नहीं होती। यह विभिन्न तरह की घास और झाडिया पायी जाती है। इन वन में पायी जाने वाली प्रमुख प्रजाति बबूल, बेर, खजूर, नीम खेजड़ी आदि है। इन पेड़ो की ऊंचाई कम होती है इन पर पत्तिया बहुत कम होती है। इन वनो शुष्क वन भी कहते है।
Subscribe to our Newsletter
Sarkari Yojana, Sarkari update at one place
शीतोष्ण पर्वतीय वन | Temperate montane forest
पर्वतीय वन उत्तरी और दक्षिण भारत में पाए जाते है। ये पर्वतीय ढालो पर पाए जाते है। उत्तर भारत में यह नेपाल के पूर्वो क्षेत्रों से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 1800-3000 तक की ऊंचाई पर स्थित होते है और जिन क्षेत्रों में 200 सेंटीमीटर से कम वर्षा होती है वहा पाए जाते है।
शीतोष्ण मैंग्रोव वन | Temperate mangrove forest
यह वन नदियों के किनारे उगते है ये पेड़ लवणयुक्त एवं शुद्ध जल दोनों में वृद्धि करते है। ये नदियों के भाव के साथ आयी मिटटी के साथ ज्यादा तेजी से वृद्धि करते है मैंग्रोव वन के वृक्षों की जड़ कीचड से बहार वृद्धि करती है और श्वसन भी करती है।
शंकुधारी वन | Coniferous forest
शंकुधारी वन हिमालय के उन पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाते है जहा का तापमान कम होता है। इन वनो के वृक्ष सीधे लम्बे होते है जिनकी पत्तिया नुकीली होती है तथा शाखाएँ नीचे की ओर झुकी होती है। इन पेड़ो को सर्दी और गर्मी दोनों का एहसास है। इस वन में पाए जाने वाले ज्यादातर पेड़ सदाबहार होते है। शंकुधारी वन कनाडा यूरोप और एशिया के हिमालय पर पाए जाते है।
अल्पाइन और अर्द्ध अल्पाइन वन | Alpine and semi-alpine forests
अल्पाइन और अर्द्ध अल्पाइन वन हिमालय के उन क्षेत्रों में पाए जाते है जिसकी ऊंचाई 2500-3000 होती है कम ऊँचे और छोटे शंकुवृक्ष, देवदारु, स्प्रूस आदि इस वन के मुख्य वृक्ष है।
वन के लाभ
- वनो से हमे खाद्य पदार्थ मिलते है।
- वनो में बहुत सी जनजाति निवास करती है और इन जनजातियों की सभी आवश्यकताएं वनो से ही पूरी होती है।
- वनो से हमे ईंधन प्राप्त होता है।
- वनो से हमे काफी उपयोगी लकड़ी प्राप्त होती है जिनका उपयोग हम विभिन्न्न कार्यो के लिए कर सकते है।
- वनो से लकड़ी प्राप्त करके उसका कोयला बना कर उपयोग कर सकते है।
- रबड़ भी हमे पेड़ो से प्राप्त होती है।
- वनो से कई प्रकार की प्राकृतिक सामग्री जैसे गोंद, छाल, लाख, जड़ी-बूटिया आदि प्राप्त होती है
- वन बादलो को आकर्षित करते है जिससे वर्षा होती है।
- वन सूक्ष्म जलवायु बनाने में सक्षम होते है।
- वन मृदा अपरदन को कम करता है जिससे बाढ़ का खतरा कम होता है।
- वनो में जब पेड़ो से पत्तिया टूट कर गिरती है तो कुछ समय बाद वे सड़ने गलने लगती है और मिटटी में मिल जाती है जिससे मिटटी की उर्वकता शक्ति बढ़ जाती है।
वन की विशेषताएं
- वन स्वपोषी है अर्थात वन अपने भोजन का निर्माण खुद करते है।
- कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण करके ऑक्सीजन छोड़ते है जो मानव जीवन के लिए बेहद उपयोगी है।
- बाढ़ के समय में मिटटी के कटाव को रोकते है।
- बहुत से जीव-जन्तुओ का आवास है।
- वनो में परिंदे, रेंगने वाले कीड़े, उड़ने वाले कीड़े, शाकाहारी जीव मांसाहारी जीव और भी कई प्रकार के प्राणी शरण लेते है।
- वन में शाकाहारी जीव जन्तुओ के लिए काफी भोज्य पदार्थ होता है जिनको खाकर शाकाहारी जीव अपना पेट भरते है।
- वन न केवल खाद्य पदार्थ जीवधारियों को देते है बल्कि पर्यावरण का भी ख़ास ख्याल रखते है।
- वन मानव की कई आवश्यकता जैसे ईंधन, चारा आदि को पूरा करता है।
- वनो से उद्योगों को कच्चा माल प्राप्त होता है।
- वन काफी सुंदर भी होते है और आकर्षित भी होते है।
वन से जुड़े कुछ प्रश्न उत्तर
वन क्या होते है ?
वन एक जटिल पारिस्थितिक तंत्र है जिसका निर्माण वृक्षों के साथ साथ झाडियो, पेड़ पौधो , जन्तुओ मृदा, वायुमंडल आदि के पारस्परिक सम्बन्ध से होता है।
भारत का सबसे बड़ा जंगल का नाम क्या है ?
भारत का सबसे बड़ा जंगल का नाम सुन्दरवन है।
सदाबहार वन किसे कहते है ?
सदाबहार वन उन क्षेत्रों में होते है जहा मानसून लम्बे समय के लिए आता है। ये वृक्ष एक दूसरे से मिलकर छत का निर्माण करते है। इसी कारन इनके तने तक धूप का प्रकाश नहीं पहुँचता इनके पत्ते प्रतिवर्ष नियमित रूप से नहीं झड़ते तभी इनको सदाबहार वन कहा जाता है।
हमे ऑक्सीजन कहा से मिलती है ?
वृक्ष कार्बन डाईऑक्सइड को ग्रहण करके हमे प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदान करते है।
वनो के प्रकार के नाम लिखिए ?
वन उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन, उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन, उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन, शीतोष्ण पर्वतीय वन, शीतोष्ण मैंग्रोव वन, शंकुधारी वन, अल्पाइन और अर्द्ध अल्पाइन वन
दुनिया का सबसे बड़ा जंगल कौनसा है ?
दुनिया का सबसे बड़ा जंगल अमेज़न रेन फारेस्ट है।