बुखार की कमजोरी कैसे दूर करें- Bukhar ki kamjori kaise dur karen

बदलते मौसम के चलते लोगो को फीवर हो जाता है। यह शरीर में मौजूद संक्रमण से लड़ने का एक natural process है। फीवर आना एक अच्छी बात है। क्यूँकि इस समय शरीर में अन्य प्रकार की बिमारियों के प्रति इम्युनिटी विकसित होती है। लेकिन यदि ज्यादा समय तक बुखार रहता है तो यह आज के समय में किसी भी खतरे से कम नहीं है। बुखार आने से शरीर में कमजोरी आ जाती है। आज हम आपको बुखार की कमजोरी कैसे दूर करें उससे जुड़ी जानकारी को साझा करने जा रहे है।

बुखार की कमजोरी कैसे दूर करें- Bukhar ki kamjori kaise dur karen
बुखार की कमजोरी कैसे दूर करें- Bukhar ki kamjori kaise dur karen

आप सभी जानते होंगे की अधिकतर वह लोग बीमार होते है। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इसलिए हमें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना चाहिए। ताकि हम स्वस्थ रहे। आइये जानते है की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे मजबूत करें

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बुखार की कमजोरी ऐसे दूर करें

बुखार आने पर नार्मल सी बात है की शरीर में कमजोरी आ जाती है। इस कमजोरी को दूर करने के लिए आपको पौष्टिक एवं हल्का खाना बुखार में लेना चाहिए। जिससे शरीर में किसी तरह की कोई कमजोरी न आये। फीवर में खुद को हेल्दी रखने के लिए आप यह चीजे अपनी डाइट में शामिल कर सकते है।

  • खिचड़ी– बुखार में लिवर कमजोर हो जाता है जिस कारण से भोजन पचाने में दिक्कत आती है। खिचड़ी बुखार के लिए एक पौष्टिक आहार है। साथ ही यह एक हल्का खाना भी है जो पाचन करने में भी आसान होगा। फीवर आने पर खिचड़ी का सेवन करने पर आप बुखार से आने वाली कमजोरी को दूर कर सकते है।
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  • उबले हुए अंडे– अंडे में विटामिन बी-6 और बी-12, जिंक और सेलेनियम पोषक तत्व मौजूद होते है। जो हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद है। यह रोगप्रतिरोधक क्षमता का विकास करने में मदद करता है। Bukhar ki kamjori दूर करने के लिए अंडे का सेवन करना काफी फायदेमंद है।
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  • सूजी का उपमा-फीवर आने पर कमजोरी होने से कब्ज की समस्या उत्पन्न हो जाती है ऐसे में आप सूजी के उपमा का सेवन कर सकते है। सूजी का उपमा बुखार की कमजोरी दूर करने में मदद करता है। बुखार में मरीज को अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है। जिस कारण मरीज को किसी भी टाइप का खाना पसंद नहीं आता है साथ ही कमजोरी भी महसूस होती है। इस स्थिति में सूजी का उपमा लेना बेहतर होता है। इससे कब्ज की परेशानी भी दूर होगी और शरीर में ऊर्जा भी आएगी।
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सूप– बुखार की कमजोरी दूर करने के लिए सूप को भी काफी फायदेमंद देखा गया है। सूप में मौजूद सभी पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा प्रदान करते है। बुखार में डाइट चार्ट में सूप शामिल करने पर आप जल्दी से ठीक हो सकते है। बुखार में सूप पीने से जुबान का कड़वापन और कसैलापन काम होने लगता है और साथ ही बुखार से जल्द ही छुटकारा पाने में मदद मिलती है। बुखार में सूप में 24 घंटे में 2 बार लिया जा सकता है।

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बेसन का शीरा– बेसन के शीरे का इस्तेमाल फीवर को ठीक करने के लिए काफी पहले से उपयोग किया जाता है। फीवर सर्दी खासी के लिए इसे काफी हेल्दी खाना माना जाता है। इसके सेवन से बुखार की समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है। यह हमारी इम्युनिटी को बढ़ाता है साथ ही सर्दियों में जुकाम, बुखार, खांसी में भी बहुत फायदेमंद होता है। यह पचने में भी आसान होता है और इस से पेट भी भरा रहता है।

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Bukhar ki kamjori kaise dur karen

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बुखार में ताकत के लिए क्या खाना चाहिए ?

बुखार में बहुत से ऐसे आहार हैं जिन्हे खाने से शरीर में ताज़गी आती है और पेट भी भरा रहता है। जैसे- बुखार में बेसन का शीरा खा सकते हैं, सब्जियों का सूप ले सकते हैं, पत्तीदार सब्जियां आदि खाने से बुखार में शरीर को फायदा मिलता है।

बुखार के बाद शरीर में कमजोरी क्यों आती है ?

बुखार आने के बाद अक्सर खाना छूट जाता है जिस वजह से कमजोरी आती है लेकिन खाने को छोड़ने से बीमारी बढ़ सकती है और सही होने में ज्यादा समय लगता है। इसलिए बुखार में सही आहार लें और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए बहुत पानी पीएं।

बुखार में कौन सा फल खाना उचित रहता है ?

बुखार में खट्टे फलों का खाना सही रहता है जैसे- संतरा, मौसमी, अंगूर आदि। इनमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इनसे शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है और बुखार से ठीक होने में कम समय लगता है।

बुखार में कौन सी चीज़ नहीं कहानी चाहिए ?

बुखार में सबसे पहले मसालेदार भोजन से दूर रहें। इस से शरीर का हाजमा बिगड़ जाता है और बुखार जल्दी ठीक नहीं होगा। इस दौरान हाई फाइबर फ़ूड खाने से बचना चाहिए। क्योंकि इन्हे पचाने में समय लगता है।

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