BIS Full Form in Hindi – तो दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की हम सभी भारत देश में रहते है। आप सभी यह भी जानते ही होंगे की भारत की जनसँख्या कितनी अधिक है। अगर आपको नहीं पता हो तो बता दे की भारत विश्व में जनसँख्या के मुताबिक़ दूसरे स्थान पर आता है और पहले स्थान पर चीन आता है।
आप सभी यह भी जानते ही होंगे की जिस भी देश की अधिक जनसँख्या होती है उस देश की उतनी ही अधिक जरूरते होती है। तो दोस्तों देश के लोगो की जरूरते काफी अधिक होने के कारण देश में बहुत से गलत कार्य करते है। कुछ लोग नकली सामान बनाकर बेचते है। जो की बहुत ही गलत चीज होती है जिसकी वजह से लोगो को भी हानि पहुंच सकती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार के द्वारा बहुत से सामानों पर हॉलमार्क लगाया जाता है।
जिससे की पता चलता है की की वह चीज असली है जिसकी गारंटी सरकार के द्वारा दी जाती है। यह हॉलमार्क सरकार के द्वारा बहुत सी चीजों को दिया जाता है जैसे की – gold, silver, platinum, diamond, onix आदि जैसी चीजें। आप सभी को यह भी बता दे की इसको BIS हॉलमार्क के नाम से भी जाना जाता है।
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अब आप सभी यह सोच रहे होंगे की अब यह BIS क्या ? तो दोस्तों क्या आप भी यह नहीं जानते है की BIS क्या है व इसके कार्य क्या है। तो दोस्तों अब आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के जरिये BIS के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले है जैसे की – BIS Full Form in Hindi : BIS क्या है व इसके कार्य क्या है ?आदि जैसी कई अन्य जानकारी।
तो दोस्तों अगर आप भी इसके बारे में जानना चाहते है तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी के बारे में बताया हुआ है जिसको पढ़ने से ही आप इसके बारे में जान सकोगे। तो दोस्तों इसलिए कृपया करके हमारे अंत तक पढ़े व इससे सम्बंधित जानकारी प्राप्त करें।
बीआईएस फुल फॉर्म हिंदी में | BIS Full Form in Hindi
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर BIS की फुल फॉर्म हिंदी में बताने वाले है। तो अगर आप भी इसकी फुल फॉर्म जानना चाहते है तो दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े।
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बीआईएस की फुल फॉर्म हिंदी में कुछ इस प्रकार है –
- BIS Full Form in English – BUREAU OF INDIAN STANDARDS
- BIS Full Form in Hindi – भारतीय मानक ब्यूरो
बीआईएस क्या है ?
तो दोस्तों सबसे पहले तो आप सभी को यह बता दे की बीआईएस की फुल फॉर्म BUREAU OF INDIAN STANDARDS होता है और इसको हिंदी में भारतीय मानक ब्यूरो के नाम से जाना जाता है। तो दोस्तों आप सभी को बता दे की यह एक प्रकार की माहौर होती है। इस माहौर को भारतीय मानक ब्यूरो हॉल मार्क भी कहा जाता है। यह हॉलमार्क मूल्य धातुओं को प्रदान किया जाता है। इससे माहौर से यह पता उस धातु को खरीदने वाले को यह पता लग सकता है की वह धातु कितने प्रतिशत असली है और उस धातु में कितने प्रतिशत किस चीज की मिलावट की गयी है।
आप सभी बता दे की यह कोई नयी चीज नहीं है बल्कि यह हॉलमार्क काफी समय से चलता आ रहा है। हर किसी देश की अपनी माहौर यानि के हॉलमार्क होता है। भारत में हॉलमार्क को 26 नवंबर सन 1986 को पारित किया था लेकिन उसको सरकार के द्वारा 1 अप्रैल 1987 को लागू किया गया था। दोस्तों आप सभी को यह भी बता दे की हमारे देश में बीआईएस की केवल पांच शाखाएं है –
- दिल्ली
- मुंबई
- कोलकाता
- चेन्नई
- चंडीगढ़
लेकिन भारतीय मानक ब्यूरो का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
BIS का कार्य क्या है ?
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर BIS के कार्य के बारे में बताने वाले है। तो अगर आप भी इसके कार्य जानना चाहते है तो दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े।
- भारतीय मानक ब्यूरो अपने मानकीकरण और अनुरूपता मूल्यांकन की मदद से लोगो को सुरक्षित, विश्वसनीय और गुणवत्ता सामान प्रदान करने में मदद करता है। जिसकी मदद से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर देता है।
- भारतीय मानक ब्यूरो पर्यावरण की भी रखा करने का कार्य करती है।
- बीआईएस देश में मानक और प्रमाणन योजनाओं को समर्थन करने का कार्य भी करता है।
- उपभोक्ता से सम्बंधित गतिविधियों पर ध्यान रखने का कार्य भी करता है।
- बीआईएस इन सभी कार्यों के साथ साथ उत्पाद प्रमाणन, प्रयोगशाला सेवाओं, प्रशिक्षण सेवाओं आदि जैसे भी कई कार्यो को करता है।
इससे सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर जानिए
बीआईएस की फुल फॉर्म कुछ इस प्रकार है –
BIS Full Form in English – BUREAU OF INDIAN STANDARDS
BIS Full Form in Hindi – भारतीय मानक ब्यूरो
तो दोस्तों आप सभी को बता दे की यह एक प्रकार की माहौर होती है। इस माहौर को भारतीय मानक ब्यूरो हॉल मार्क भी कहा जाता है। यह हॉलमार्क मूल्य धातुओं को प्रदान किया जाता है। इससे माहौर से यह पता उस धातु को खरीदने वाले को यह पता लग सकता है की वह धातु कितने प्रतिशत असली है और उस धातु में कितने प्रतिशत किस चीज की मिलावट की गयी है। आप सभी बता दे की यह कोई नयी चीज नहीं है बल्कि यह हॉलमार्क काफी समय से चलता आ रहा है। हर किसी देश की अपनी माहौर यानि के हॉलमार्क होता है।
भारत में हॉलमार्क को 26 नवंबर 1986 को पारित किया गया था।
भारत में BUREAU OF INDIAN STANDARDS का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
तो दोस्तों आज हमने आप सभी को इस लेख के जरिये BIS के बारे में बताया है तो अगर आपको यह जानकारी पसंद आयी हो तो उसके लिए धन्यवाद अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट crpfindia.com को बुकमार्क करें।