BHMS Full Form in Hindi : BHMS क्या है व इसमें क्या कैरियर है

सभी छात्रों का कोई न कोई सपना होता है जैसी कोई डॉकटर बनना चाहता है तो कोई इंजीनियर। जिसके लिए छात्र दिन रात मेहनत करने के लिए तैयार रहते है। लेकिन हर किसी को अपनी मजिल तक पहुंचने का सही रास्ता नहीं पता होता। आज हम बात करेंगे होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के बारे में। आम जीवन में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है और कुछ छात्र अपने नाम के आगे डॉक्टर लिखे होने का सौभाग्य प्राप्त करना चाहते है। आज इस लेख में हम आपको बतायेगे BHMS Full Form in Hindi : BHMS क्या है व इसमें क्या कैरियर है और साथ ही जानेगे होम्योपैथिक से जुडी सभी जानकारिया। BHMS कोर्स पूरा करने वाले अभ्यर्थियों की माँग सरकारी एवं निजी क्षेत्रो में काफी ज्यादा है। विदेशो में भी BHMS डिग्री धारको की मांग काफी अधिक है। BHMS Full Form in Hindi और BHMS से जुडी सभी जानकारिया प्राप्त करने के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक पूरा पढ़े।

BHMS Full Form in Hindi
BHMS full form in hindi

यह भी पढ़े :- डॉक्टर (Doctor) कैसे बने

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

BHMS Full Form in Hindi

BHMS Full Form in Hindi :- BHMS की फुल फॉर्म बेचलर ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी ( Bechelor of Homeopathic Medicine And Surgery) होती है। होमियोपैथी का अविष्कार जर्मनी में हुआ था और भारत देश में होमियोपैथी की शुरुआत बंगाल राज्य से हुई थी। भारत का सबसे पहला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज कलकत्ता में बनाया गया था।

BHMS क्या है

BHMS होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में एक बेचलर डिग्री है जिसको करने के बाद आप होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टर बनने के योग्य हो जाते हो। BHMS होमियोपैथी चिकित्सा की एक समग्र प्रणाली है। यह कोर्स 5.5 वर्ष का होता है जिसमे 4.5 वर्ष कॉलेज में पढाई होती है और 1 वर्ष की इंटर्नशिप होती है। BHMS कोर्स करने के बाद आपके नाम डॉ लग जाता है। इस कोर्स में थ्योरी के साथ साथ प्रैक्टिकल भी कराया जाता है। यह कोर्स भारत में होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए काफी प्रचलित है। इस कोर्स के अंतर्गत होम्योपैथिक दवाइयों के बारे में पढ़ाया जाता है।

BHMS कोर्स पूरा करने के बाद आप ग्रेजुएट हो जाते हो। इस कोर्स में वही विषय पढ़ाया जाता है जो होम्योपैथिक से सम्बंधित होता है। साढ़े पांच वर्ष की पढाई करके सफल होने के बाद विधार्थियो का एमसीआई द्वारा होमियोपैथी डॉक्टर के रूप में रजिस्ट्रेशन कर दिया जाता है जिससे वे आगे चलकर अपनी प्रैक्टिस जारी रख सके।

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

BHMS कोर्स करने के लिए योग्यता

  • यह कोर्स करने के लिए कम से कम उम्मीदवार 12th पास होना चाहिए।
  • 12th में कम से कम 50% अंको से अभ्यार्थी पास होना चाहिए
  • आरक्षित वर्ग एक विद्यार्थियों के लिए 5% अंको की छूट की जाती है।
  • NEET का एग्जाम दिया होना चाहिए।
  • कुछ कॉलेज में प्रवेश के लिए Entrance Exam (प्रवेश परीक्षा) देनी होती है
  • 12th Physics(भौतिक विज्ञान), Chemistry(रसायन विज्ञान), Biology(जीव विज्ञान),सब्जेक्ट्स से पास की होनी चाहिए।
  • BHMS करने के लिए न्यूनतम उम्र 17 वर्ष है और अधिकतम उम्र की कोई ज्ञात सीमा नहीं है

बी.एच.एम.एस. में एडमीशन लेने की प्रक्रिया

BHMS कोर्स करने के लिए आपको कम 12th पास होना चाहिए। राज्य स्तरीय, राष्ट्रीय स्तरीय और यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एंट्रेंस एग्जाम में प्रतिभाग करना होगा परीक्षा पास करने के बाद आपके अंको के आधार पर आपके लिए कॉलेज का चुनाव किया जाता है। BHMS करने के लिए अगर आप किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हो तो आपको एंट्रेंस एग्जाम देना ही होगा। एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के बाद आपको कॉलेज में प्रवेश मिलता है।

BHMS कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं

NEET

NEET राष्ट्रीय स्तर पर करवाई जाने वाली परीक्षा है जिसका पूरा नाम National Eligibility Cum Entrance Test है। यह परीक्षा MBBS, BDS, BHMS जैसे कोर्सेस में प्रवेश करने के लिए करवाई जाती है। ये परीक्षा ऑफलाइन मोड पर होती है सभी प्रश्न MCQ होते है। पूरा पेपर कुल 720 अंको का होता है।

EAMCET

EAMCET परीक्षा को राज्य स्तर पर करवाया जाता है। यह परीक्षा मेडिकल, इंजीनियर एवं अन्य कोर्सेस करने के लिए करवाई जाती है। यह परीक्षा तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में आयोजित करवाई जाती है और ये परीक्षा ऑनलाइन मोड पर होती है।

3. BVP CET

BVP CET परीक्षा यूनिवर्सिटी स्तर कर करवाई जाती है। यह परीक्षा महाराष्ट्र के भारतीय विद्यापीठ(BVP) यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित की जाती है। यह परीक्षा मैनेजमेंट, इंजीनियर और मेडिकल कोर्सेस में प्रवेश के लिए करवाई जाती है।

यह भी देखे :- Internship Meaning in Hindi

BHMS में कौन कौन से कोर्स आते है

  • होम्योपैथिक फार्मेसी (Homeopathic Pharmacy)
  • बच्चों की दवा करने की विद्या (Paediatrics)
  • मनश्चिकित्सा(Psychiatry)
  • होम्योपैथिक मनोरोग
  • स्किन स्पेशलिस्ट (Skin specialist)
  • होमियोपैथी बाँझपन विशेषज्ञ

BHMS कोर्स की फीस

BHMS कोर्स के लिए सभी जगह फीस अलग अलग होती है। सरकारी संस्थानों में निजी संस्थानों की अपेक्षा थोड़ी फीस कम होती है। अनुमान के अनुसार सरकारी संस्थानों में 20000 से 50000 वार्षिक फीस हो सकती है और निजी संस्थानों में 100000 से 300000 तक वार्षिक फीस हो सकती है। यह आकड़ा कॉलेज के अनुसार थोड़ा भिन्न्न हो सकता है।

BHMS में सब्जेक्ट क्या क्या होते है

1st year

  • ऑर्गन ऑफ मेडिसिन, प्रिंसिपल ऑफ होम्योपैथिक फिलॉसफी एंड साइकोलॉजी
  • होम्योपैथिक फार्मेसी
  • एनाटॉमी, हिस्टोलॉजी और एम्ब्रियोलॉजी
  • होम्योपैथिक मटेरिया मेडिकल
  • बायोकैमिस्ट्री सहित फिजियोलॉजी

2nd Year

  • सर्जरी जिसमें ईएनटी, आई, डेंटल और होमियो थेरेप्यूटिक्स शामिल हैं
  • फोरेंसिक मेडिसिन और विष विज्ञान
  • प्रसूति और स्त्री रोग शिशु देखभाल और होमियो थेरेप्यूटिक्स
  • मेडिसिन और होमियो थेरेप्यूटिक्स का अभ्यास
  • होम्योपैथिक मटेरिया मेडिकल
  • ऑर्गन ऑफ मेडिसिन, प्रिंसिपल ऑफ होम्योपैथी फिलॉसफी एंड साइकोलॉजी
  • पैरासिटोलॉजी बैक्टीरियोलॉजी और वायरोलॉजी सहित पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी

3rd Year

  • प्रसूति और स्त्री रोग शिशु देखभाल और होमो चिकित्सा विज्ञान
  • मेडिसिन और होमियो थेरेप्यूटिक्स का अभ्यास
  • चिकित्सा का अंग
  • होम्योपैथिक मटेरिया मेडिकल
  • ईएनटी, नेत्र विज्ञान, दंत चिकित्सा और होमियो थेरेप्यूटिक्स सहित सर्जरी

4th Year

  • होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका
  • चिकित्सा का अंग
  • मेडिसिन और होमियो थेरेप्यूटिक्स का अभ्यास
  • फिजियोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री
  • सामुदायिक चिकित्सा
  • प्रदर्शनों की सूची

यह सिलेबस पूरा होने के बाद आपको 1 साल इंटर्नशिप करनी होती है जिसमे आप होमियोपैथी चिकित्सा का अनुभव प्राप्त करते है। जो आपके करियर के लिए बहुत लाभकारी होता है।

BHMS में क्या कैरियर है ?

BHMS करने के बाद आपके पास कार्य करने के बहुत से क्षेत्र होते है। यह कोर्स करने के बाद आप अपना निजी क्लिनिक भी खोल सकते है या सरकारी डॉक्टर बनने की तैयारी भी कर सकते है या फिर किसी अन्य पद पर भी नौकरी कर सकते है। विदेश जाकर भी आप वह आप करियर मेडिकल लाइन बना सकते है। अलोपथी और आयुर्वेद के बाद होमियोपैथी काफी विस्तृत क्षेत्र है। इसका क्षेत्र विस्तृत होने के कारण ये कोर्स करने के बाद आपको बहुत से रोजगार मिलते है।

BHMS करने के बाद रोजगार क्षेत्र

  • धर्मार्थ संस्थान(Charitable Institutions)
  • क्लिनिक/नर्सिंग होम
  • होम्योपैथीक मेडिसिन स्टोर (Homeopathic Medicine Store)
  • परामर्शी (Consultancies)
  • निजी अस्पताल (private Hospitals)
  • सरकारी अस्पताल (Government Hospital)
  • मेडिकल कॉलेजेस (Medical Colleges)
  • अनुसन्धान संस्थान (Research Institutes)
  • राज्य औषधालय(State Dispensaries)
  • फरमाइस (Pharmacies)
  • प्रशिक्षण संस्थान(Training Institutes)

बीएचएमएस करने के फायदे

  • BHMS करने के बाद एक होमियोपैथी डॉक्टर के रूप में रजिस्टर हो जाते हो
  • ये कोर्स करने के बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर लगने लगता है।
  • आप चाहो तो अपने क्लिनिक भी खोल सकते हो
  • होमियोपैथी के सरकारी डॉक्टर बनने के लिए भी अप्लाई कर सकते हो।
  • विदेश में भी नौकरी के बहुत से अवसर मिलते है।
  • डॉक्टर बनकर मरीजों का इलाज करके जनसेवा में भागीदारी दे सकते हो।

यह भी जाने :- NEET Full Form in Hindi

BHMS की फुल फॉर्म क्या है ?

BHMS की फुल फॉर्म बेचलर ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी है

भारत का पहला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज कहा है ?

भारत का सबसे पहला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज कलकत्ता में बनवाया गया था।

BHMS कोर्स कितने साल का होता है ?

BHMS कोर्स 5.5 साल का होता है।

BHMS में इंटर्नशिप कितने समय की होती यह

BHMS में 1 वर्ष की इंटर्नशिप होती है।

Leave a Comment