आपने भी कभी न कभी रेल में सफर जरूर किया होगा। बस, टैक्सी या अन्य सफर का मुकाबले रेल का सफर अधिक सस्ता होता है। ट्रैन हमे एक स्थान से दूसरे स्थान तक सहूलियत से पहुँचा देता है। रोजाना करोड़ो की संख्या में लोग ट्रैन में अपना सफर तय करते है इसीलिए भारतीय रेलवे दुनिया में छोटे नंबर पर आता है। आज हम बात करेंगे भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन – Bharat ka sabse bada Railway Station के बारे में और जानेगे ट्रैन का इतिहास। कभी तो आपके मनन में भी ख्याल आता होगा की ट्रैन किसने बनाई क्यों बनाई कब बनाई आज आपको इन सभी सवालो के जवाब इस आर्टिकल में मिलेंगे। ट्रैन से जुडी जानकारी प्राप्त करने के लिए पुरे आर्टिकल को ध्यान से पढ़े।
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भारत में ट्रैन का इतिहास
ट्रैन या रेलगाड़ी की शुरुआत भारत में 18वी शताब्दी में ब्रिटिश सरकार द्वारा की गयी थी। रेल का अविष्कार रिचर्ड ट्रेविथिक ने किया था लेकिन भारत में लार्ड डलहौजी को रेल का जनक मन जाता है। भारतीय रेलवे की स्थापना 16 अप्रैल 1853 को हुई थी। भारत में सबसे पहले रेल महाराष्ट्र के मुंबई से ठाणे के बीच चलाई गयी थी। इस ट्रैन ने 33.8 किलोमीटर की दूरी 57 मिनट में तय की थी। भाप इंजन के माध्यम से देश में पहली ट्रैन चलाई गयी थी। भारतीय रेलवे का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। भारत का सबसे पहला रेलवे स्टेशन मुंबई में स्थित बोरीबन्दर था।
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भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन
दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर भारत के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले है।
हावड़ा जंक्शन
भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन हावड़ा जंक्शन है। हावड़ा रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल में हुडा से लेकर कोलकाता शहर का रेलवे स्टेशन है। यह हुगली नदी के किनारे स्थित है। इसकी स्थापना 1854 में हुई थी। इसके अंतर्गत 23 प्लेटफार्म और 25 पटरी आती है जिस कारन ये सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है। भारत की दूसरी ट्रैन 1854 में हावड़ा स्टेशन से चली थी। यह प्रतिदिन लगभग 600 ट्रैन चलती है। ये सबसे बड़ा होने होने के साथ साथ सबसे व्यस्थ रेलवे स्टेशन भी है। यहा आप अपने वाहन के किराये का भुगतान करके अपने वहां को प्लेटफार्म तक लेकर जा सकते हो अभी कुछ प्लेटफार्म पर ये सुविधा उपलब्ध है।
सियालदह जंक्शन रेलवे स्टेशन
भारत का सबसे बड़ा दूसरा रेलवे स्टेशन सियालदह जंक्शन रेलवे स्टेशन है। दूसरा सबसे बड़ा रेलवेस्टेशन भी कोलकाता शहर में स्थित है। यह 21 प्लेटफार्म और 28 पटरिया और तीन स्टेशनल टर्मिनल है। यह वर्ष 1869 में बना था। सियालदह में कार्यकारी लाउंज भी है जहा लम्बी दूरी तय करने वाली यात्री गरम पानी से स्नान एवं भोजन कर सकते हो और अपने ट्रैन के समय से पहले कुछ देर आराम भी कर सकते है।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल
भारत के सबसे बड़े तीसरे रेलवे स्टेशन का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल है। इसकी स्थाप्मना 1887 में की गयी थी। यह मुंबई में स्थित है। इसमें कुल 18 प्लेटफार्म शामिल हैजिनमे से 7 प्लेटफार्म मुंबई लोकल में चलती है और 11 प्लेटफार्म मुंबई से लम्बी दूरी तय करती है। पहले इसका नाम विक्टोरिया टर्मिनल था 1996 में इसका नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज कर दिया गया। यह स्थान भारत के ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। यह बाहर से देखने में भी काफी खूबसूरत लगता है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन
भारत का सबसे बड़ा चौथा रेलवे स्टेशन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन है। देश की राजधानी दिल्ली में अजमेरी जाती के पास है। नई दिल्ली ने कमाई के मामले ने बाकी देशो के रेलवे स्टेशन को पीछे छोड़ दिया है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के 16 प्लेटफार्म और 18 ट्रैक है। फ्रीक्वेंसी ऑफ़ ट्रैन को लेकर ये बहुत व्यस्थ स्टेशन है। 1864 में इस स्टेशन की शुरुआत की गयी थी। यह रोजाना लगभग 400 तीनो का आना जाना लगा रहता है। 2010 में कॉमनवेल्थ खेलो के आयोजन के लिए स्टेशन का आधुनिकरण किया गया था।
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चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन
भारत का पाँचवा सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन है। यह चेन्नई में स्थित है। यह साउथ का सबसे व्यस्थ रेलवे स्टेशन है। यह पुराने समय में मद्रास रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता था। 1873 में इस रेलवे स्टेशन की शुरुआत की हई थी। इस रेलवे स्टेशन पर कुल 15 प्लेटफार्म है।
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कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन
भारत का सबसे बड़ा छठा रेलवे स्टेशन कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन है। यह उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर शहर में स्थित है। इसकी शुरुआत 1930 में की गयी थी तब इसको कानपुर नार्थ बैरक के नाम से जाना जाता था। वर्तमान समय में देश के पांच केंद्रीय रेलवे स्टेशन होने के कारण इसका नाम कानपुर सेंट्रल में परिवर्तित कर दिया गया। इस स्टेशन के प्लेटफार्म की संख्या 14 है। इस स्टेशन के पास देश के सबसे ज्यादा कनेक्शन है क्यूंकि 1500 से अधिक स्टेशनो का इससे सीधा जुड़ाव है।
प्रयागराज जंक्शन
भारत का सातवाँ सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन प्रयागराज जंक्शन है। यह उत्तरप्रदेश राज्य के प्रयागराज शहर में है। जिसको कुछ समय पहले तक इलाहबाद रेलवे स्टेशन कहते थे। जब उत्तरप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी नाथ जी ने इलाहबाद का नाम बदल कर प्रयागराज रखा तो रेलवे स्टेशन का भी नाम बदल दिया गया। इस स्टेशन को उत्तर मध्य स्टेशन का मुख्यालय बनाया गया है। यह 10 प्लेटफार्म है जिनपर प्रतिदिन 400 रैलो की आवाजाही होती है।
पटना जंक्शन
भारत का आठवाँ सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन पटना जंक्शन है। भारत के बिहार राज्य में स्थित पटना शहर में भारत का सबसे बड़ा आठवाँ रेलवे स्टेशन है। इसकी स्थापना 1862 में शुरू किया गया था। यह स्टेशन कोलकाता और दिल्ली को एक साथ जोड़ता है। ये बिहार राज्य का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन पर 10 प्लेटफार्म है। पटना स्टेशन अच्छी सुविधा से परिपूर्ण है।
भारत का सबसे लम्बा रेलवे स्टेशन
भारत के प्रधानमंत्री जी ने 12 मार्च 2023 को कर्नाटक के शहर हुबली में बने श्री सिद्धारूढ़ स्वामी जी हुबली रेलवे स्टेशन का उदघाटन किया। दुनिया का सबसे लम्बा रेलवे स्टेशन (World’s largest railway station) हुबली जंक्शन है। हुबली स्टेशन दक्षिण पश्चिम रेलवे जॉन का मुख्यालय है। हुबली जंक्शन रेलवे स्टेशन कर्नाटक में स्थित है। इसके प्लेटफार्म नंबर 8 की लम्बाई 1508 मीटर है। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of world record) में भी दर्ज हो चूका है। पहले भारत का सबसे लम्बा स्टेशन होने का खिताब उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर शहर के पास था जिसकी लम्बाई 1355 मीटर है। वर्तमान समय में भारत का सबसे लम्बा रेलवे स्टेशन होने का अधिकार हुबली जंक्शन के पास है।
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भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर
भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन हावड़ा जंक्शन है ?
ट्रैन को हिंदी में लौह पथ गामिनी कहते है।
भारत में सबसे पहली ट्रैन मुंबई से लेकर ठाणे में चली यही ?
दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन ग्रांड सेंट्रल टर्मिनल है।
भारत का सबसे लम्बा रेलवे स्टेशन सिद्धारूढ़ स्वामी जी हुबली रेलवे स्टेशन है। यह केवल भारत का ही नहीं बल्कि दुनिया का भी सबसे लम्बा रेलवे स्टेशन है।