Short Story in Hindi: बच्चे हो या बूढ़े हर किसी को कहानियाँ सुनना अच्छा लगता है। खासकर छोटे-बच्चे तो कहानियों के दीवाने होते है और अपनी दादी-नानी से अलग-अलग कहानियां सुनकर अपनी सुनहरी कल्पनाओं में खो जाते है। प्राचीन समय से ही दादी-नानी द्वारा सुनाई जा रही कहानियों से छोटे बच्चों ने अपना मनोरंजन किया है।
हालांकि अब वक्त बदल गया है और लोग अधिकतर अपना समय सोशल-मीडिया प्लेटफार्म पर व्यतीत करने लगे है। ऐसे में छोटे-बच्चो को पुरानी सबसे अच्छी और नैतिक मूल्यों से भरी कहानी के बारे में बताने के लिए हम यह आर्टिकल लेकर आये है। इस आर्टिकल में आपको बच्चों के लिए छोटी कहानियां लायी गयी है।1
15 छोटी कहानी इन हिंदी
1. शेर और चूहा
एक बार की बात है जब एक जंगल में एक शेर रहता था। एक बार गर्मियों के दिनों में शेर पेड़ की छाँव के नीचे आराम कर रहा था तभी वहां एक चूहा आकर उछल-कूद करने लगा। चूहे की उछाल-कूद से शेर की नींद ख़राब हो गयी और उसने झपटकर चूहे को पकड़ लिया।
चूहे को अपने पंजे में पकड़कर शेर ने कहा ” मुर्ख चूहे तूने मेरी नींद ख़राब की ! इसके लिए तुझे कड़ी सजा मिलेगी” यह सुनकर बेचारा छोटा सा चूहा डर के मारे काँपने लगा। अपनी जान खतरे में देखकर चूहे ने कहा ” महाराज मुझे छोड़ दीजिये? जरूरत पड़ने पर मैं आपके काम आ सकता हूँ”। चूहे की बात सुनकर शेर को बड़ी हंसी आयी। शेर ने सोचा की यह पिद्दी सा चूहा मेरे किस काम आएगा। फिर भी शेर ने चूहे पर दया करके चूहे को जिन्दा छोड़ दिया।
एक दिन उस जंगल में एक शिकारी आया। शिकारी ने जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया जिसमें गलती से शेर फंस गया। शेर ने जाल से निकलने की बहुत कोशिश की परन्तु वह जाल काटने में असफल रहा। इसके बाद शेर जोर-जोर से दहाड़ने लगा। शेर की दहाड़ चूहे के कानों तक पहुंची।
शेर को आवाज सुनकर चूहा वहां पहुंचा जहाँ शेर जाल में फँसा हुआ था। इसके बाद चूहा जाल को काटने लगता है। कुछ समय बाद ही चूहे ने अपने नुकीले दांतों से जाल को काटकर शेर को जाल से मुक्त कराया। इसके बाद शेर ने चूहे को धन्यवाद दिया और दोनों हमेशा के लिए अच्छे दोस्त बन गए।
कहानी की सीख (Moral of the story)
कभी भी किसी को खुद से छोटा या कमजोर नहीं समझना चाहिए।
2. घमंडी बारहसिंगा (Arrogant reindeer)
एक जंगल में एक बारहसिंगा रहता था। उसे अपने सुन्दर सींगो पर बहुत नाज था और वह अकसर दूसरे जानवरों को अपने सींगो का घमंड दिखाता था। एक दिन वह जंगल में घास चर रहा था तभी उसने पास के तालाब में अपनी पतली-पतली टांगो को देखा और दुखी हो गया। बारहसिंगा सोचने लगा कि भगवान ने मुझे इतने सुन्दर सींग दिए है परन्तु मेरी टाँगे इतनी कुरूप और पतली है और यह सोचकर वह भगवान को कोसने लगा।
वह यह सब सोच ही रहा था कि तभी वहां जंगली कुत्तों का एक झुण्ड आ गया। कुत्तों को देखकर बारहसिंघा अपनी जान बचाने के लिए दौड़ने लगा। अपनी पतली टाँगो की वजह से बारहसिंगा कुत्तों से बहुत तेज दौड़ रहा था और लम्बी-लम्बी छलांगे मार रहा था। वह कुत्तो से दूर निकलने वाला ही था कि तभी उसके सींग पेड़ की टहनियों के बीच में फंस गए। हिरन ने अपने सींगो को छुड़ाने की बहुत कोशिश की परन्तु वह अपने सींग निकालने में नाकामयाब रहा।
तभी जंगली कुत्तों का झुण्ड बारहसिंगा का पीछा करते-करते वहां आ गया और बारहसिंगा पर हमला करने लगा। कुत्तों के झुण्ड ने बारहसिंगा को बुरी तरह से घायल कर दिया। अपनी जीवन के अंतिम समय में बारहसिंगा सोच रहा था कि जिन सींगो पर मुझे इतना नाज था उन्होंने आज मुझे मौत के मुंह में पहुंचवाया है और जिन टांगों को मैं कोस रहा था वे मेरी जान बचा सकती थी।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
किसी भी चीज की सुंदरता उसके गुणों पर निर्भर करती है ना की बाहरी रूप-रंग पर
3. मूर्ख कुत्ता
एक किसान ने अपने घर में कुछ गायें और बैल पाले हुये थे। गायों का उपयोग दूध पाने के लिए बैलों का उपयोग खेती के कार्यों के लिए किया जाता था। इसके अलावा घर की रखवाली के लिए किसान ने एक कुत्ता भी रखा हुआ था। कुत्ते को हमेशा दूसरे के कामों में टांग अड़ाने की आदत थी इसलिए जब भी गायें भूसा खाने लगती तो वह जाकर भूसे के ढेर के ऊपर बैठकर उन्हें तंग करने लगता।
एक दिन कुत्ता गायों के भूसे के ढेर के ऊपर बैठा था तो गायों ने उसे वहाँ से हटने को कहा परन्तु कुत्ता नहीं माना। यह देखकर गायों ने इसकी शिकायत बैल से कर दी। बैल ने भी कुत्ते को वहां से हटने को कहा पर कुत्ता अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। यह देखकर बैल ने कुत्ते के ऐसी दुलाती मारी की बेचारा कुत्ता दुबारा वहाँ जाने की हिम्मत कभी नहीं जुटा पाया।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
हमे हमेशा अपने काम पर ध्यान देना चाहिए।
4. लालची कुत्ता
एक बार एक कुत्ते को रास्ते में रोटी का एक टुकड़ा मिल गया। रोटी के टुकड़े को लेकर वह नदी किनारे खाने चला गया। वहां उसने नदी में अपनी परछाई देख ली। कुत्तो को लगा कि वहां कोई दूसरा कुत्ता है। अपनी परछाई को देखकर वह सोचने लगा कि अगर वह उसकी रोटी भी छीन लेगा तो उसके पास पूरी रोटी हो जाएगी। इसलिए उसने भोंकना शुरू कर दिया। जैसे ही उसने अपना मुंह खोला वैसे ही उसकी रोटी भी नदी में गिर गयी और पूरी रोटी के चक्कर में वह आधी रोटी भी नहीं पा सका।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
हम जीवन में कभी भी अधिक लालच नहीं करना चाहिए।
5. प्यासा कौआ
एक बार एक कौआ प्यास के मारे इधर-उधर उड़ रहा था, उसे कहीं भी पानी नहीं मिल रहा था। कौए ने इधर-उधर बहुत ढूंढा परन्तु उसे कही भी पानी नहीं मिला। तभी एक घर की छत से गुजरते हुए उसे एक घड़ा दिखाई दिया। कौए ने पास जाकर देखा तो घड़े में पानी बहुत कम था। यह देखकर कौआ बहुत निराश हो गया परन्तु कौवे ने हार नहीं मानी। कौए ने अपना दिमाग लगाया और अपनी चोंच से पास पड़े कंकड़-पत्थरों को घड़े में डालने लगा। कुछ ही देर में पानी का स्तर ऊपर आ गया और कौआ अपनी प्यास बुझाई।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
मेहनत करने वालों को सफलता अवश्य मिलती है।
6. नक़ल का परिणाम
एक व्यापारी के पास एक घोड़ा और एक गधा था। एक बार वह गधे के ऊपर रुई और घोड़े के ऊपर नमक लाद कर दूसरे गाँव बेचने जा रहा था। दूसरे गांव जाने के लिए रास्ते में एक नदी पड़ती थी। उस नदी को पार करने के लिए दो रास्ते थे। एक रास्ता पुल के ऊपर से होकर और दूसरा नदी में उतरकर पार करना पड़ता था।
घोड़े ने अपना दिमाग लगाया और वह नदी में उतर गया। पानी से नमक गल गया और घोड़े का बोझ कम हो गया। इससे घोड़े ने आसानी से नदी पार कर ली। घोड़े को देखकर गधे ने भी यह तरकीब अपनाने को सोची और नदी में उतर गया परन्तु रुई में पानी भर जाने से उसका बोझ बढ़ गया और वह वहीं डूबकर मर गया।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
बिना सोचे-समझे दूसरों का अनुसरण नहीं करना चाहिए।
7. लड़ाई का परिणाम
एक बार 2 बिल्लियों को एक रोटी का टुकड़ा मिल गया। दोनों ने उसे आधा-आधा बाँट लिया परन्तु दोनों को लगा की उनके पास रोटी का छोटा टुकड़ा है। इस बात पर उनमें लड़ाई छिड़ गयी। पास खड़ा बन्दर यह सब देख था और उसने दोनों बिल्लियों से कहा – वह दोनों की मदद कर सकता है। इस पर दोनों बिल्लियाँ सहमत हो गयी और बन्दर रोटी के टुकड़े का बंटवारा करने के लिए अपनी तराजू ले आया।
इसके बाद बन्दर ने रोटी के बड़े वाले टुकड़े में से थोड़ा हिस्सा खा लिया। इसके बाद दूसरा हिस्सा कम हो गया। इस प्रकार से बन्दर बार-बार हर हिस्से से रोटी खाता रहा और अंत में रोटी का छोटा भाग ही बच गया। यह देखकर बिल्लियों ने बंदर को रोटी का टुकड़ा वापस करने को कहा। परन्तु बंदर ने कहा की उसके काम की मजदूरी भी चाहिए और उसने रोटी के अंतिम टुकड़े को भी मुँह में डाल दिया। बेचारी बिल्लियाँ एक-दूसरे का मुँह ताकती रह गयी।
कहानी की सीख (Moral of the story)
दो लोगो के झगड़े में हमेशा तीसरे को ही फायदा होता है।
8. सारस और लोमड़ी
एक बार एक सारस और लोमड़ी की दोस्ती हो गयी। लोमड़ी ने शरारत करने के लिए सारस को अपने घर दावत पर बुलाया। निश्चित दिन पर सारस लोमड़ी के घर पहुंच गया। दावत के लिए लोमड़ी ने तश्तरी पर खाना दिया परन्तु सारस अपनी लंबी चोंच के कारण मुंह मारता रहा परन्तु वह कुछ भी नहीं खा पाया।
इसका बदला लेने के लिए सारस ने भी लोमड़ी को अपने घर दावत पर आमंत्रित किया। निर्धारित समय पर लोमड़ी सारस के घर पहुंच गयी। सारस से सुराही पर लोमड़ी को शर्बत पीने को दिया परन्तु लोमड़ी बर्तन में अपना मुंह भी नहीं घुसा पायी इस प्रकार से सारस से लोमड़ी को शरारत का सबक दे दिया।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
जैसी करनी वैसी भरनी
9. झूठ का परिणाम
एक चरवाहा अपनी भेड़ों को गाँव से दूर पहाड़ी पर चराने ले जाता था। एक दिन उसे शरारत सूझी और वह चिल्लाने लगा ” भेड़िया आया, भेड़िया आया” यह सुनकर गाँव वाले उसे बचाने दौड़े। परन्तु वहां जाकर उन्होंने देखा कि वहाँ कुछ नहीं था। इसके बाद वे गुस्सा करके वापस आ गए।
अब लड़के का यह रोज का काम हो गया और वह रोज झूठ बोलकर गाँव वालो को बुलाता। एक दिन सचमुच वहाँ भेड़िया आ गया और वह लड़का मदद के लिए चिल्लाने लगा परन्तु गाँव वालों को लगा की वह मजाक कर रहा है और कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। अंत में भेड़िया उस लड़के को मारकर खा गया।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
जीवन में कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए।
10. व्यापारी की बुद्धिमता
एक व्यापारी एक बक्से में टोपियां लेकर दूसरे गाँव बेचने जा रहा था। रास्ते में गर्मी के कारण वह पेड़ की छाँव में सो गया। तभी पेड़ से बंदर उतरकर आये और व्यापारी का संदूक खोलकर टोपियां पहन ली। जब व्यापारी की आँख खुली तो उसने बक्से को खुला पाया। यह देखकर व्यापारी ने अपना दिमाग लगाया और अपने सर पर रखी टोपी उतारकर फेंक दी। बंदरो ने भी ऐसा ही किया और व्यापारी को सारी टोपियाँ वापस मिल गयी। इस प्रकार से अपनी होशियारी से व्यापारी ने अपना नुकसान होने से बचा लिया।
कहानी की सीख (Moral of the Story)
बुद्धिमता से आप सभी मुश्किलें हल कर सकते है।
11. चालाक लोमड़ी
एक बार एक कौए को एक रोटी का टुकड़ा मिला और वह उसे लेकर पेड़ पर खाने बैठ गया। तभी वहां से एक लोमड़ी गुजर रही थी। कौए के मुंह में रोटी का टुकड़ा देखकर लोमड़ी ने कहा “कौए भाई – अपनी मीठी बोली सुना दो “लोमड़ी के मुँह से अपनी तारीफ सुनकर कौए ने जैसे ही अपना मुंह खोला रोटी का टुकड़ा नीचे गिर गया और लोमड़ी रोटी का टुकड़ा लेकर भाग गयी। इस प्रकार चालाक लोमड़ी ने रोटी का टुकड़ा प्राप्त कर लिया।
कहानी की सीख (Moral of the story)
हमेशा बुद्धिमता से काम लेना चाहिए। बिना सोचे-समझे दूसरों की बातों में आने से हम अपना ही नुकसान करवा बैठते है।
12. एकता की शक्ति
एक बूढ़े किसान के चार बेटे थे। वे सदैव आपस में लड़ते झगड़ते रहते थे। एक दिन किसान ने तंग होकर चारों बेटों को अपने पास बुलाया और उन्हें एक-एक लकड़ी दी। इसके बाद किसान ने उन्हें तोड़ने के लिए कहा और सभी लड़कों ने आसानी से लकड़ी तोड़ दी। इसके बाद किसान ने चारों लकड़ियों को बाँधा और लड़कों को इन्हें तोड़ने के लिए कहा परन्तु कोई भी इसे नहीं तोड़ पाया।
इस पर किसान ने समझाया कि तुम लोग भी इन्हीं लकड़ियों की तरह हो। अगर तुम एकता से रहोगे तो मजबूत रहोगे परन्तु अकेले होने पर तुम इन लकड़ियों की तरह कमजोर हो। इस प्रकार लड़के अपनी पिता की बात समझ गए।
कहानी की सीख (Moral of the story)
एकता में ही शक्ति है।
13. लालच बुरी बला है
एक बार एक गाँव में एक साधु आया। साधु बहुत प्यासा था जिसे गाँव के एक व्यापारी ने पानी पिलाया। साधु ने उसे एक मुर्गी दी जो रोज सोने का अंडा देती थी। कुछ ही समय में व्यापारी सोने के अंडे बेचकर धनवान बन गया परन्तु इसके साथ ही उसमें लालच आ गया और व्यापारी ने सोचा कि क्यों न मुर्गी को मारकर एक साथ सारे अंडे निकाल दिए जाएँ। इसके बाद उसने मुर्गी का पेट चीर दिया परन्तु वहां से भी एक भी सोने का अंडा नहीं निकला। लालची व्यापारी को लालच की सजा मिल गयी।
कहानी की सीख (Moral of the story)
लालच का हमेशा बुरा परिणाम होता है।
14. छिपा खजाना
एक किसान के बेटे बहुत आलसी किस्म के थे। वे कुछ भी काम नहीं करते थे और घर पर पड़े रहते। एक दिन किसान ने अपने बेटों को बुलाया और कहा कि मैंने खेत में खजाना छुपाया है। तुम लोग उसे खोदकर निकाल लो। किसान के बेटों ने पूरे खेत को खोद डाला परन्तु उन्हें खजाना नहीं मिला। इसके बाद किसान ने उन्हें खेत में बीज बोने की सलाह दी। बुवाई के कुछ समय पश्चात खेत में फसल लहलहाने लगी। किसान के बेटे समझ चुके थे कि यह ही पिताजी का छुपा हुआ खजाना है।
कहानी की सीख (Moral of the story)
मेहनत से ही हम सभी वस्तुओं को प्राप्त कर सकते है।
15. चींटी और कबूतर
एक बार एक चींटी पानी पीने के लिए नदी के पास गयी। किनारे पर नदी के बहाव के कारण वह नदी में बहने लगी। ऊपर से एक कबूतर यह सब देख रहा था और उसने चींटी की मदद के लिए एक पत्ती नदी में गिरा दी। चींटी पत्ती के ऊपर चढ़कर किनारे आ गयी और कबूतर को अपनी जान बचाने के लिए धन्यवाद दिया।
इसके पश्चात एक दिन शिकारी जंगल में शिकार के लिए आया था। तभी उसकी नजर कबूतर पर पड़ी और उसने कबूतर पर निशाना लगाया। यह सब चींटी ने देख लिया और उसने शिकारी के पाँव में जोर से काटा। शिकारी के चिल्लाने से कबूतर सतर्क हो गया और दूर उड़ गया। इस प्रकार चींटी ने कबूतर की जान बचायी।
यह भी पढ़े :- पृथ्वीराज चौहान का इतिहास, कहानी, जीवन परिचय | Prithviraj Chauhan Biography Movie in Hindi
कहानी की सीख (Moral of the story)
हमेशा दयालुता का परिचय देना चाहिए। नेकी हमेशा काम आती है।
हिंदी में लघु कथाओं को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
लघु कहानियों के क्या फायदे है?
लघु कहानियों ने बच्चों को मनोरंजन के साथ नैतिक सीख मिलती है।
लघु कहानियों से बच्चो में कौन-कौन से गुण विकसित होते है?
लघु कहानियों से बच्चों की कल्पनाशीलता और नैतिकता बढ़ती है।
क्या कहानियों से सामाजिक लाभ मिलता है?
कहानियाँ समाज का दर्पण प्रस्तुत करती है। साथ ही यह मानव विकास के लिए आवश्यक है।
बच्चों के लिए बेस्ट 15 कहानियां कौन सी है?
बच्चों के लिए 15 बेस्ट कहानियों को पढ़ने के लिए ऊपर दिया गया आर्टिकल पढ़े। यहाँ आपको 15 मोरल स्टोरीज बताई गयी है।
इस लेख के संदर्भ: