तो दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते है की हिन्दू धर्म में वास्तु को काफी अधिक माना जाता है। वास्तुके अंतर्गत बहुत सी चीजों को अलग अलग दिशाओं में रखने के अलग अलग नियम होते है। वास्तु के अंतर्गत दिशाओं की भी काफी मान्यता होती है। अगर आप से कोई व्यक्ति की पूछे की कितनी दिशाएँ होती है तो आप उसको यह ही कहेंगे की 4 दिशाएँ होती है – उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम। लेकिन आप सभी को आज हम यह बतादे की दिशाएं केवल 4 ही नहीं होती है। बल्कि दिशाएँ 10 होती है। जी हाँ दोस्तों 10 प्रकार की दिशाएं होती है। जिनके बारे में आज हम आप सभी को बताने वाले है। आज हम आप सभी को यहाँ पर Directions Name In Hindi English के बारे में और 10 Dishaon Ke Naam बारे में बताने वाले है। तो दोस्त आप सभी यह सोच रहे होंगे की आखरी वह कौम कौन सी 10 दिशाएँ होती है।
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तो दोस्तों अगर आप भी उन सभी 10 Dishaon Ke Naam जानना चाहते है तो आपको चिंता करने की बिलकुल भी आवश्यकता नहीं है ,क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के जरिए, दिशाओं के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले है जैसे की – Directions Name In Hindi English | 10 Dishaon Ke Naam | (दिशाओं के नाम) आदि जैसी जानकारी। तो दोस्तों अगर आप भी इन सभी जानकारी को प्राप्त करना चाहते है और यह जानना चाहते है की वह कौन कौन सी 10 दिशाए है। तो आपको चिन्ता करने की बिलकुल भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम आप सभी को इस लेख के जरिये 10 Dishaon Ke Naam | के बारे में बताने वाले है। तो अगर आप भी इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा। तब ही आप इसके बारे में जान सकोगे।
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तो दोस्तों आप सभी को यह बतादे की वैसे मुख्य रूप से केवल चार ही दिशाएँ होती है। जिनका नाम कुछ इस प्रकार है – उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम। लेकिन आप सभी को यह ही बतादे की इन सभी दिशाओं के बीच में आने वाले स्थानों को भी दिशाओं में विभाजित किया गया है। क्योंकि चरों दिशाओं के बीच में काफी गैप होता है यानि के उनके बीचमे 90 डिग्री का गैप होता है इसलिए चारों दिशाओं के 45 डिग्री पर एक अलग अलग दिशाओं को बना दिया गया है। जिनका नाम हम आप सभी को इस लेख में बताने वाले है। आप सभी को उन सभी दिशाओं में से कुछ के उदहारण बता दे – उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, और दक्षिण-पश्चिम आदि।
आपको यह भी बतादे की केवल यह ही दिशाएँ नहीं है बल्कि आकाश व जमीन को भी अलग अलग दिशा माना गया है। जिनके बारे में आज हम आप सभी को इस लेख में बताने वाले है। तो अगर आप भी यह जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कृपया कर दी गयी जानकारी को ध्यान से पढियेगा ताकि आप भी इन सभी दिशाओं के नाम जान सकें।
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Directions Name In Hindi English
तो दोस्तों अब हम आप सभी को यहाँ पर सभी दिशाओं के नाम यानि के 10 दिशाओं के नाम के बारे में बताने वाले है। तो अगर आप भी उन सभी दिशाओं के बारे में जानना चाहते है तो कृपया कर दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े व इससे सम्बंधित अन्य जानकारी भी प्राप्त करें।
No. | English Name | Hindi Name |
1 | East (ईस्ट) | पूर्व या पूरब |
2 | West (वेस्ट) | पश्चिम |
3 | North (नॉर्थ) | उत्तर |
4 | South (साउथ) | दक्षिण |
5 | North–East (नॉर्थ-ईस्ट) | उत्तर पूर्व |
6 | North–West (नॉर्थ-वेस्ट) | उत्तर पश्चिम |
7 | South–West (साउथ-वेस्ट) | दक्षिण पश्चिम |
8 | South–East (साउथ-ईस्ट) | दक्षिण पूर्व |
9 | Up | ऊपर |
10 | Down | नीचे |
- East – तो दोस्तों इस दिशा के बारे में तो आप सभी जानते होंगे। क्योंकि इसी दिशा से रोजाना सूर्योदय होता है। इस दिशा को हिंदी में पूर्व या फिर पूरब के नाम से भी जाना जाता है।
- West – वेस्ट दिशा की हिंदी में पश्चिम के नाम से जाना जाता है। आपको यह भी बतादे की इसी दिशा में सूर्यास्त होता है। माना यह भी जाता है की इस दिशा को वरुण देव की दिशा भी कहा जाता है।
- North – नार्थ को हिंदी में उत्तर दिशा के नाम से जाना जाता है। यह दिशा हम सभी को उत्तरी ध्रुव के बारे में दर्शाती है। जिसको अंग्रेजी में North Pole के नाम से भी जाना जाता है।
- South – इस दिशा को हिंदी में दक्षिण के नाम से जाना जाता है। यह दिशा हम सभी को दक्षिणी ध्रुव के बारे में दर्शाती है जहाँ पर अंटार्टिका भी बसा हुआ है। अंटार्टिका में पूर्ण रूप से बर्फ ही दिखाई देती। है उसके साथ साथ इस दिशा का स्वामी यमराज को माना जाता है।
- North–East – आप सभी को यह बतादे की इस दिशा को हिंदी में उत्तर – पूर्व के नाम से जानते है और उसके साथ साथ ईशान कोण भी कहा जाता है। यह दिशा नार्थ और ईस्ट के बीच में होती है।
- North–West – इस दिशा को हिंदी में उत्तर पश्चिम कहा जाता है। उसके साथ साथ इसको वायव्य कोण के नाम से भी जाना जाता है। आपको यह भी बतादे की इस दिशा का स्वामी पवन देव को माना जाता है।
- South–West – जैसा की आप सभी जानते होंगे की इस दिशा को हिंदी में दक्षिण पोश्चिम कहा जाता है। इसको आग्नेय कोण के नाम से भी जाना जाता है।
- South–East – वैसे तो इस दिशा को दक्षिण पूर्व के नाम से जाना जाता है। इसको नैऋत्य दिशा भी कहा जा सकता है।
- Up – इसके बारे में तो आप सभी जानते होंगे की इस दिशा को ऊपर कहा जाता है। यानि के आकाश की दिशा को ऊपर कहा जाता है .इसको Zenith या ऊर्ध्व भी कहते है। इस दिशा का स्वामी ब्रह्मा जी को माना जाता है।
- Down – ज़मीन की दिशा को Down भी कहते है। इसका दूसरा नाम Nadir (अधो) भी होता है। इस दिशा का स्वामी शेषनाग जी को माना जाता है।
इससे सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर
सूर्योदय प्रतिदिन East यानि के पूर्व दिशा से होता है।
आप सभी को यह बतादे की इस दिशा को हिंदी में उत्तर – पूर्व के नाम से जानते है और उसके साथ साथ ईशान कोण भी कहा जाता है। यह दिशा नार्थ और ईस्ट के बीच में होती है
इसके बारे में तो आप सभी जानते होंगे की इस दिशा को ऊपर कहा जाता है। यानि के आकाश की दिशा को ऊपर कहा जाता है .इसको Zenith या ऊर्ध्व भी कहते है। इस दिशा का स्वामी ब्रह्मा जी को माना जाता है।