ताज महल के 10 हैरान कर देने वाले रहस्य | 10 rare facts about taj mahal

10 rare facts about taj mahal:- पूरी दुनिया में प्यार का प्रतीक माने जाने वाला ताजमहल जितना खूबसूरत है उतना ही रहस्यमय भी। कारीगरी के इस नायाब नमूने का दीदार करने प्रतिवर्ष लाखों देशी और विदेशी पर्यटक आते है ऐसे में हर कोई इस ईमारत की खूबसूरती की तारीफ किये बिना नहीं रहा पाता। आखिर हो भी क्यों ना ! इस ईमारत को बनाने में 22,000 मजदूरों को पूरे 22 वर्षो का समय जो लगा है। अधिकतर पर्यटक ताजमहल की वास्तुकला और नक्काशी की तारीफ करते है परन्तु इस ईमारत के और भी अन्य आश्चचर्यजनक राज है। आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको ताजमहल के 10 हैरान कर देने वाले रहस्य (10 rare facts about taj mahal) के बारे में जानकारी देने वाले है जिसके बाद आप ताजमहल के बारे में आश्चर्यचकित हुए बिना नहीं रह पाएंगे तो चलिए शुरू करते है।

ताज महल के 10 हैरान कर देने वाले रहस्य |
10 rare facts about taj mahal

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ताजमहल के बारे में 10 हैरान कर देने वाले रहस्य

ताजमहल को पूरी दुनिया में प्यार और मोहब्बत का प्रतीक माना जाता है। इस ईमारत का निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहाँ द्वारा अपनी बेगम मुमताजमहल की याद में किया गया था जो की बादशाह का अपनी बेगम के प्रति प्यार और सम्मान की भावना का जीता-जागता उदाहरण है। मुमताजमहल की मृत्यु के पश्चात शाहजहाँ अपनी बेगम की याद में एक ऐसी ईमारत बनाना चाहते थे जो पूरी दुनिया में नायाब हो और इसी के परिणामस्वरुप आज ताजमहल हमारे सामने है। इस महल का निर्माण बादशाह शाहजहाँ द्वारा 1632 में शुरू करवाया गया था

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जिसके लिए 22000 मजदूरों ने दिन-रात मेहनत करके 1653 ई. यानी की लगभग 22 वर्षो में इस ईमारत के निर्माण को पूरा किया। इस ईमारत को बनाने में विभिन प्रकार के कीमती पत्थर, लावजर्द, नक्काशी और निर्माण सामाग्री का उपयोग किया गया है। ऐसे में इससे जुड़े 10 हैरान कर देने वाले रहस्य इस प्रकार है।

  1. यमुना पर टिकी है ताजमहल की नींव- भले ही यह सुनने में थोड़ा अजीब सा लग रहा हो परन्तु यह सच है की यमुना पर ही ताजमहल की नींव टिकी है। दरअसल ताजमहल जिन लकड़ियों पर टिका है उन्हें मजबूती के लिए नमी की आवश्यकता होती है ऐसे में यह लकड़ियां आवश्यक नमी यमुना के जल से प्राप्त कर लेती है। जहाँ अन्य प्रकार की लकड़ियां पानी के संपर्क में आकार ख़राब हो जाती है वही ताजमहल की नींव के लिए प्रयुक्त लकड़ियों की मजबूती के लिए नमी आवश्यक है। ऐसे में यमुना नदी पर ताजमहल की नीव टिकी है।
  2. 22 वर्षो का लगा है समय :- ताजमहल को बनाने में 22000 कामगारों को पूरे 22 वर्ष का समय लगा है। इसके अतिरिक्त इस ईमारत के निर्माण में 1000 से भी अधिक हाथियों का उपयोग किया गया था जिनके माध्यम से इस ईमारत हेतु विशाल पत्थरों और निर्माण सामग्री को ढ़ोने के लिए प्रयुक्त किया गया था।
  3. बहुरंगी है ताज :- भले ही आपको ताजमहल सिर्फ सफ़ेद रंग के संगमरमर से बनी ईमारत प्रतीत हो परन्तु यह दिन में कई बार अपना रंग बदलता है। सुबह को जहाँ ताजमहल का रंग गुलाबी होता है तो दिन में यह अपने वास्तविक रंग पूर्ण सफ़ेद दिखता है। वही रात को देखने पर आपको ताजमहल सुनहरे रंग का प्रतीत होता है।
  4. कभी मौजूद था सोने का कलश – ताजमहल के निर्माण में बादशाह द्वारा इस ईमारत के शिखर पर 30 पॉइंट 6 इंच का सोने का कलश लगवाया गया था जो की 40 हजार तोले सोने से निर्मित था। हालांकि वर्तमान में इस कलश के सम्बन्ध में कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है।
  5. बहुमूल्य है ताज :- ताजमहल को बनाने में कुल 22 वर्षो का समय लगा था ऐसे में इसके निर्माण के दौरान कुल 32 मिलियन यानी की 3.2 करोड़ का खर्चा आया था। अगर वर्तमान हिसाब से गणना करे तो इस बिल्डिंग की कीमत एक करोड़ डॉलर से भी अधिक है जो की इसकी बहुमूल्यता को दर्शाता है।
  6. ख़ास है चारो मीनारों की कारीगरी :- ताजमहल की खूबसूरती में चार चाँद लगाने वाली इसकी चार मीनारे भी ख़ास है। इन मीनारों को इस तरह से डिजाईन किया गया है की अगर किसी प्राकृतिक आपदा जैसी भूकंप, बाढ़ या बिजली गिरने की वजह से इन्हे नुकसान होता है तो यह मीनारें बाहर की ओर ही गिरेंगी जिससे की मुख्य इमारत को कोई नुकसान नहीं होगा।
  7. वैश्विक है ताजमहल :- ताजमहल सिर्फ लोकप्रियता के मामले में ही वैश्विक नहीं है अपितु इसे बनाने में भी दुनिया के कोने-कोने से आयी हुयी निर्माण सामग्रियों का प्रयोग हुआ है। पूर्ण रूप से संगमरमर से बने ताजमहल की सुरक्षा दीवारों के लिए ही लाल-बलुआ पत्थर का निर्माण हुआ है जबकि इसके लिए संगमरमर चीन, अफगानिस्तान और तिब्बत से मंगाया गया था।
  8. अद्भुत है नक्काशी :-ताजमहल की दीवारों पर की गयी नक्काशी भी अद्धभुत है। यहाँ विभिन खम्बों और दीवारों पर अल्लाह के 99 नामों को खूबसूरती से उकेरा गया है जिसके साथ-साथ अन्य पवित्र वाक्यों को भी नक्काशी में जगह दी गयी है।
  9. कुतुबमीनार से ज्यादा है लम्बाई :- मीनारों की बात आती है तो हमारे जेहन में सबसे पहले कुतुबमीनार का ही नाम आता है। कुतुबमीनार दुनिया की सबसे ऊँची मीनारों में से एक है जिसकी लम्बाई 72.5 मीटर है लेकिन आपको यह जानकारी हैरानी होगी की ताजमहल की ऊंचाई कुतुबमीनार से 0.5 मीटर अधिक यानी की 73 मीटर है।
  10. 1857 में हो चुका है हमला :- 1857 की क्रांति के दौरान ताजमहल को भी क्रांति का कोपभाजन बनाना पड़ा था और इस ईमारत को भी इसमें अच्छा खासा नुकसान पहुँचा था। परन्तु 1908 में तत्कालीन वाइसराय लार्ड कर्जन के द्वारा इस इमारत की प्रसिद्धि को देखते हुए इसे पुनःनिर्मित किया गया था।

10 rare facts about taj mahal सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

ताजमहल का निर्माण किसने करवाया था ?

ताजमहल का निर्माण बादशाह शाहजहां ने करवाया था। इसका निर्माण बादशाह द्वारा अपनी बेगम मुमताजमहल की स्मृति में करवाया गया था।

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ताजमहल भारत के किस राज्य में है ?

ताजमहल भारत के उत्तरप्रदेश राज्य में स्थिति है। यह उत्तरप्रदेश के आगरा जिले के अंतर्गत आता है।

ताजमहल के निर्माण में कितना समय लगा था ?

ताजमहल के निर्माण में 22 वर्ष का समय लगा था। इसका निर्माण 1632 में शुरू होकर 1653 तक चला था जिसमे 22000 मजदूरों को रोजगार प्रदान किया गया था।

क्या ताजमहल यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल है ?

हाँ। ताजमहल को वर्ष 1882 में यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल किया गया है।

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