भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक देश है। लोकतंत्र की मूल शक्ति नागरिकों में निहित है ऐसे में नागरिकों का मतदान के प्रति जागरूक होना आवश्यक है।

चुनावी प्रक्रिया को लोकतंत्र का त्यौहार कहा जाता है और देश के मतदाताओं की इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। देश के मतदाताओं के द्वारा ही चुनाव के माध्यम से सरकारों का गठन किया जाता है

भारत में लोकतंत्र में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने एवं उन्हें अपने मत के प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन किया जाता है।

900 मिलियन से भी अधिक मतदाताओं के साथ भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। देश में सरकारों का चयन मतदाताओं के द्वारा डाले गए वोट से तय होता है

ऐसे में लोकतंत्र में मतदाता सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। आम आदमी के द्वारा ही देश की सरकारों का चयन किया जाता है ऐसे में लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिक का मत अमूल्य होता है।

मतदाता दिवस के माध्यम से नागरिको को उनके मत के महत्व एवं लोकतंत्र में भूमिका के प्रति जागरूक किया जाता है। जीवंत लोकतंत्र के लिए देश के मतदाताओं की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होती है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रतिवर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। Rashtriya Matdata Diwas के अवसर पर मतदाताओं को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए मतदान के प्रति जागरूक किया जाता है।

चुनावी प्रक्रिया को लोकतंत्र का त्यौहार कहा जाता है और देश के मतदाताओं की इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। देश के मतदाताओं के द्वारा ही चुनाव के माध्यम से सरकारों का गठन किया जाता है