वर्ष के सभी महीनों में हम दिनों को घटते एवं बढ़ते देखते रहते है। सर्दियों में जहाँ दिन छोटे एवं रातें लम्बी होती है वही गर्मियों में दिन लम्बे एवं रातें छोटी हो जाती है।

धरती को भौगोलिक आधार पर 2 भागो में विभाजित किया गया है – उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere) एवं दक्षिणी गोलार्ध (Southern hemisphere)।

यह विभाजन पृथ्वी की मध्य रेखा से किया गया है जिसे की भूमध्य रेखा (Equator) या विषुवत रेखा के नाम से भी जाना जाता है। इसके उत्तरी भाग को उत्तरी गोलार्ध एवं दक्षिणी भाग को दक्षिणी गोलार्ध कहा जाता है।

उत्तरी गोलार्ध के 23.50 डिग्री उत्तरी अक्षांश रेखा को कर्क रेखा (Tropic of Cancer) एवं दक्षिणी गोलार्ध के 23.50 डिग्री दक्षिणी अक्षांश रेखा को मकर रेखा (Tropic of Capricorn) कहा जाता है।

जब सूर्य उत्तरी गोलार्ध की ओर अग्रसर होता है तो इसे कर्क संक्राति कहा जाता है एवं सूर्य के दक्षिणी गोलार्ध में अग्रसर होने को स्थिति को मकर संक्राति कहा जाता है।

सूर्य के कर्क रेखा एवं एवं मकर रेखा की अग्रसर होने के आधार पर ही दिनों की अवधि में अंतर दर्ज किया जाता है। उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ा दिन 21 जून को दर्ज किया जाता है

वही उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटा दिन 22 दिसंबर को दर्ज किया जाता है। साल 2022 का सबसे छोटा दिन 21 दिसम्बर 2022, दिन शुक्रवार को है, जिसकी कुल अवधि 10 घंटे 19 मिनट एवं 10 सेकेंड की दर्ज की गयी है।

वही अगर साल के सबसे बड़े दिन की बात की जाए तो वर्ष 2022 का सबसे बड़ा दिन 21 जून 2022, दिन गुरुवार को है जिसकी कुल अवधि 13 घंटे 33 मिनट और 46 सेकेंड है।