सनातन धर्म के आदर्श विचार और रोचक प्रसंग लोगों को सदैव प्रेरणा देते रहते हैं। भारत में इस समय ऐसे कई कथावाचक मौजूद हैं जो लोगों को सनातन धर्म के आदर्श विचारों के बारे में बताते हैं

युवाओं के लिए मोटिवेशनल स्पीकर और लोगो को सही तरीके से जीवन जीने की प्रेरणा देते हुए कथा वाचक जया किशोरी जी आज लोगो की सबसे पसंदीदा कथावाचक बन चुकी है।

जया किशोरी कोई साधु संत नहीं है, बल्कि एक सामान्य महिला के रूप में भक्तों को कथा सुनाती हैं और सनातन धर्म की महिमा को सभी को समझाती है।

जया किशोरी जी राजस्थान के गांव सुजानगढ़ से संबंध रखती है और वहीं इनकी पैदाइश हुई थी। इनका परिवार गौड़ ब्राह्मण समुदाय से आता है। कहा जाता है कि जब यह पैदा हुई थी

तब कुंडली देखने वाले ज्योतिष दिन के ग्रह नक्षत्रों को देखकर बताया था कि चंद्रवंश में जन्मी यह बालिका बहुत भाग्यशाली है और यह दुनिया भर में प्रकाश फैलाएगी।

मात्र 28 वर्ष की उम्र में उन्होंने एक कथा वाचक के रूप में सर्वश्रेष्ठ सफ़लता प्राप्त की है। कथा वाचन के साथ-साथ उन्होंने अपनी शिक्षा भी जारी रखी और आज वह B.com से ग्रेजुएट भी हैं।

जया किशोरी पर उनके परिवार को बेहद गर्व है। जया जी के गुरु गोविंद राम मिश्र जी ने प्रभावित होकर जया शर्मा  को ”किशोरी” की उपाधि प्रदान की थी 

जया किशोरी का परिवार शुरू से ही भगवान के भक्ति में लीन रहने वाला परिवार था, मात्र 6 वर्ष की उम्र से ही जया किशोरी ने जन्माष्टमी के दिन विशेष पूजा विधि सीख ली थी