भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक देश है। संविधान द्वारा भारत को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया है। भारत के लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत हमारा संविधान है
जिसके द्वारा सम्पूर्ण देश का संचालन किया जाता है। भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जिसके निर्माण में दो वर्षो से भी अधिक का समय लगा है।
भारतीय संविधान के निर्माण में देश के विभिन महापुरुषों ने अपना योगदान दिया है। स्वतंत्रता के पश्चात शुरू हुआ भारतीय संविधान निर्माण का सफर वर्ष 1950 में पूर्ण हुआ था
भारतीय संविधान के निर्माण में देश के विभिन महापुरुषों ने अपना योगदान दिया है। स्वतंत्रता के पश्चात शुरू हुआ भारतीय संविधान निर्माण का सफर वर्ष 1950 में पूर्ण हुआ था
भारत में ब्रिटिशर्स के आगमन के पश्चात देश में गुलामी का भयावह दौर शुरू हो गया था जिसके कारण भारतीय नागरिको को आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक एवं सांस्कृतिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया।
औपनिवेशिक काल के दौरान भारतीय नागरिको के मन में स्वतंत्रता की चाह ने जन्म लिया जिसकी परणिति संविधान के रूप में हुयी।
स्वतंत्रता के पश्चात देश के नागरिको द्वारा निर्वाचित संविधान सभा द्वारा संविधान निर्माण का कार्य शुरू किया गया। भारत जैसे विशाल एवं विविधता से भरे देश के लिए संविधान निर्माण एक कठिन चुनौती था
दुनिया के विभिन देशो के संविधान से सभी महत्वपूर्ण एवं आवश्यक प्रावधानों को भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल निर्धारित करके संविधान में शामिल किया गया।
संविधान निर्माताओं के अथाह परिश्रम के फलस्वरूप 2 वर्ष 11 माह एवं 18 दिन की मेहनत के पश्चात देश के संविधान को 26 जनवरी 1950 को देश को समर्पित किया गया।
17वीं सदी में व्यापारी के रूप में देश के आए ब्रिटिशर्स द्वारा भारत की आँतरिक कमजोरियों का फायदा उठाते हुए देश को उपनिवेश के रूप में स्थापित किया गया एवं भारत का जमकर दोहन किया जाने लगा।