क्या आप भी यह जानना चाहते है की न्यू ईयर हमेशा 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है। इसी दिन को नए साल के रूप में क्यों मनाया जाता है।

हर वर्ष 1 जनवरी को ही नए वर्ष के रूप में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस विश्व में अनेक प्रकार के लोग रहते है और वह सभी अलग अलग कैलेंडर के मुताबिक़ नया वर्ष मनाते है

प्रान्त आज के समय में अधिकतर लोग इंग्लिश कैलेंडर का उपयोग करने लगे है और अंग्रेजी कैलेंडर में 1 जनवरी को हो नए साल के रूप में मनाया जाता है।

ऐसे ही आपको बतादे की अलग अलग लोग नए वर्ष के अपनी अपनी संस्कृति के अनुसार मानते है यानि के जैसे की – सिख धर्म के नया साल बैसाखी वाले दिन को मानते है

और उसी प्रकार से हिन्दू धर्म के लोग हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नववर्ष शुरू हो जाता है .इसके पीछे भी एक कारण है वो यह है

की हिन्दू धर्म के अनुसार ब्रह्मा जी ने पृथ्वी की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के दिन की थी इसलिए उसी दी को नए वर्ष के रूप में मनाया जाता है।

1 जनवरी को नया वर्ष मनाने की शुरुआत 15 अक्‍टूबर 1982 को की गयी थी क्योंकि इस दिन को ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया वर्ष मनाया जाता है।

ग्रिगोरियन कैलेंडर का निर्माण ईसाई धर्म के द्वारा किया गया था। इससे पहले लोग जूलियन कैलेंडर को और हिन्दू धर्म के हिन्दू पंचांग को भी मानते थे।

ईसाई लोग तो 25 दिसंबर यानि के क्रिसमस डे के दिन से ही नए वर्ष की शुरुआत कर देते है और वह लोग 1 जनवरी तक नए साल का जश्न मानते है।