अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के सन्दर्भ में अकसर आपने भी जी-20 (G-20) समूह का नाम सुना होगा। वैश्विक मुद्दों को लेकर जी-20 समूह द्वारा विभिन प्रकार की नीतियाँ एवं कार्यक्रम निर्धारित किए जाते है

दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का अन्तर्राज्यीय समूह है जो की सम्बंधित देशों के वित-मंत्री एवं केंद्रीय बैंकों के गवर्नर से मिलकर बना है।

G-20 की स्थापना का विचार 90 के दशक में प्रारंभ हुआ जब 1990 में विभिन विकसित एवं विकासशील देश आर्थिक एवं वित्तीय रूप से विभिन समस्याओ का सामना कर रहे थे।

दुनिया की अर्थव्यवस्था सम्बंधित समस्याओ के समाधान के लिए 25 सितम्बर 1999 को औपचारिक रूप से अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में G-20 समूह की स्थापना की गयी।

इस समूह में सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नरों को शामिल किया जाता है। G-20 समूह द्वारा सर्वप्रथम बैठक जर्मन के बर्लिन शहर में आयोजित की गयी थी।

मुख्य रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था के संतुलन एवं स्थायित्व के लिए निर्मित G-20 समूह द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था के समग्र विकास हेतु विभिन मुद्दों पर चर्चा की जाती है।

G-20 समूह में दुनिया के 20 शीर्ष अर्थव्यवस्था वाले देश शामिल किए गए है जो की वैश्विक अर्थव्यवस्था का 90 फीसदी, वैश्विक व्यापार का 80 फीसदी एवं दुनिया की कुल आबादी का दो/तिहाई भाग कवर करते है।