किसी भी मुद्रा का वैल्यू उसके अंतरराष्ट्रीय बाजार में हुये मुनाफे और कीमत से तय की जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, अमेरिकी डॉलर को 02 अप्रैल 1792 को जारी किया गया था,

तो वही भारतीय इंडियन करेंसी का इतिहास काफी पुरानी है जो राजा-महाराजाओं के बाद अंग्रेजी हुकूमत काल में भी इसी मुद्रा का इस्तेमाल की जाती थी।

जिस प्रकार भारत में ₹1, ₹2, ₹5, ₹10, ₹20, ₹50, ₹100, ₹200, ₹500 and ₹2000 का बैंक नोट है, ठीक उसी प्रकार डॉलर में भी $1, $5, $10, $20, $50, $100 का बैंक नोट होती है।

डॉलर को हम $ साइन के साथ सूचित करते है, जिसका कोड USD (United States Dollar) है। इसी प्रकार भारतीय रुपया को ₹ साइन के साथ सूचित की जाती है,

देश को आजाद हुये 75 साल से अधिक हो गई है, लेकिन अब तक इसकी मुद्रा डॉलर के मुक़ाबले काफी कमजोर है, जो यह दर्शाती है कि विकासशील देश होने के बावजूद भारत की करेंसी काफी सस्ती है।

वर्तमान समय में डॉलर की कीमत 81.83 है। यानि के 81.83 रुपया 1 डॉलर के सामान है। दोस्तों आप सभी को यह बता दे की एक समय ऐसा भी था जब डॉलर की कीमत रुपये से कम और रुपये के सामान हुआ करती थी।

1 डॉलर 1 रुपए के बराबर कभी नहीं हुआ था। लेकिन जब भारत आजाद हुआ था (15 अगस्त 1947) तब एक $डॉलर की कीमत ₹3.31 भारतीय रूपए के बराबर थी।

अमेरिकी डॉलर 100 सेंट से बना है। अमेरिकी डॉलर का प्रतीक “$” इस तरह दिखता है। इस मुद्रा को अन्य डॉलर-आधारित मुद्राओं से अलग करने के लिए इस प्रतीक “$” का उपयोग किया जाता है।