वर्तमान समय में किसी भी देश की जीडीपी (GDP) के आधार पर देश की अर्थव्यवस्था निर्भर करती है। किसी देश की जीडीपी जितनी अधिक होती है उस देश की अर्थव्यवस्था को उतना मजबूत माना जाता है।

दुनिया में विभिन देशों के मध्य अपने देश की जीडीपी में वृद्धि को लेकर प्रतिस्पर्धा चलती रहती है। वर्तमान समय में जीडीपी ही किसी देश के प्रभुत्व,

शक्ति एवं प्रभाव को मापने का प्रमुख मानक बन गया है। ऐसे में हमे अपने देश की जीडीपी के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। क्या आप जानते है

भारत की GDP के बारे में जानने से पूर्व हमे यह जानना आवश्यक है की जीडीपी (GDP) क्या होती है ? जीडीपी (GDP) की फुल फॉर्म क्या है एवं जीडीपी (GDP) का क्या अर्थ होता है।

सबसे पहले GDP की फुल-फॉर्म जान लेते है। GDP की फुल-फॉर्म Gross domestic product (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) होती है जिसे हिंदी में “सकल घरेलू उत्‍पाद” कहा जाता है।

जीडीपी (GDP) या सकल घरेलू उत्पाद की परिभाषा निम्न है :- किसी भी देश की सीमा के भीतर एक वर्ष की अवधि में उत्पादित कुल सामान एवं सेवाओं के कुल मौद्रिक

या बाजार मूल्य को ही जीडीपी (GDP) या सकल घरेलू उत्पाद कहा जाता है। सरल शब्दो में कहा जाए तो किसी देश की सीमा के भीतर एक वर्ष की अवधि में उत्पादित किये गए

कुल सामान एवं सेवाओ का जो बाजार मूल्य होता है उसे देश की जीडीपी कहा जाता है। यह देश की अर्थव्यवस्था में मौद्रिक मूल्य में वृद्धि की माप बताता है।