देश की खातिर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सैनिको के प्रति सम्मान एवं आदर प्रकट करने के लिए प्रतिवर्ष सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाता है।

देश के सैनिको के बलिदान एवं त्याग की वीर गाथा के रूप में अपना सम्मान प्रकट करने के लिए प्रतिवर्ष Armed Forces Flag Day का आयोजन किया जाता है।

सशस्त्र सेना झंडा दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष भारतीय सशस्त्र सेना बलों में सेवारत एवं सेवामुक्त कर्मचारियों के सम्मान एवं उनके प्रति हमारी प्रतिबद्धता को प्रकट करने के लिए किया जाता है।

इस दिन सशस्त्र बलों की तीन शाखाओं-भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के कर्मियों के कल्याण के लिए भारत की जनता से फण्ड इकठ्ठा किया जाता है

प्रतिवर्ष 7 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिवस के अवसर पर भारतीय सशस्त्र बलों के परिवारों के कल्याण एवं घायल तथा दिव्यांग सैनिको के पुनर्वास हेतु जनता से फण्ड एकत्रित किया जाता है।

सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मौके पर देश में सेवारत एवं सेवामुक्त सैनिकों के सम्मान में विभिन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर जनता को सशस्त्र सेना के छोटे-छोटे झंडो का वितरण किया जाता है

जिस पर तीन रंग (लाल, गहरा नीला और हल्का नीला) होते है। सशस्त्र सेना के झंडे पर बने तीनों रंग भारत की तीनों सशस्त्र सेनाओं को प्रदर्शित करता है

28 अगस्त, 1949 को तत्कालीन रक्षा मंत्री बलदेव सिंह की अधीन गठित कमेटी की अनुशंसा के आधार पर प्रतिवर्ष 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस का आयोजन किया जाता है।