शिव के भक्तो के लिए कैलाश मानसरोवर की यात्रा करना मोक्ष प्राप्त करने के समान माना जाता है। भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर की यात्रा करते है।
भगवान शिव के पाँच कैलाश में शुमार आदि कैलाश भारत के उत्तर में स्थित उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में स्थित है
प्राचीन भारतीय वैदिक-पुराणों में कैलाश मानसरोवर के समान पुण्यदायक बताया गया है। भगवान भोलेनाथ के सबसे प्राचीन निवास स्थल के रूप में प्रचलित आदि कैलाश को कैलाश-मानसरोवर की प्रतिकृति माना जाता है
आदि कैलाश की यात्रा को कैलाश मानसरोवर के तुल्य माना जाता है यही कारण है की आदि कैलाश को प्रायः “छोटा कैलाश” की संज्ञा भी दी जाती है।
हिन्दू धर्म में प्राचीन काल से ही आदि कैलाश का अत्यधिक धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व रहा है। आदि कैलाश को भगवान शिव के सबसे प्राचीन निवास स्थल के रूप में माना जाता है जो की भोलेनाथ का प्रिय स्थल है।
राणिक कथाओं के अनुसार इस विश्व में ऐसे 8 पर्वत है जहाँ ॐ की आकृति अंकित है जिनमे में आदि कैलाश यात्रा में स्थित ओम पर्वत ही अब तक खोजा गया एकमात्र तीर्थ है।