प्राचीन काल से ही भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध रहा है। भारत के इतिहास में विभिन कालखंड में अनेक समुदायों ने इस भूखंड पर अपना वर्चस्व स्थापित किया है
ऐसे में इस देश को विभिन कालखंड में विभिन नामो से जाना जाता रहा है। प्राचीन काल में जम्बूद्वीप से लेकर आर्यावर्त एवं भारत से लेकर हिन्दुस्तान कहलाने तक इस देश का इतिहास
अत्यंत रोचक एवं आश्चर्यो से भरा है। भारत की सांस्कृतिक विरासत की भाँति इस देश के नामकरण के पीछे भी समृद्ध इतिहास छिपा है।
प्राचीन काल से ही भारत को विभिन नामों से जाना जाता रहा है। भारतवर्ष के इतिहास में विभिन कालखंड में इस देश को विभिन नामों से सम्बोधित किया जाता रहा है।
यहाँ आपको भारत के 7 नामों की लिस्ट दी गयी है :-– भारत या भारतवर्ष– इंडिया– जम्बूद्वीप– हिन्द– आर्याव्रत– भारतखण्ड– हिंदुस्तान
भारत के सबसे प्राचीन नाम की बात की जाए तो प्राचीन काल में भारत को जम्बूद्वीप के नाम से जाना जाता था। जम्बूद्वीप शब्द दो शब्दो जम्बू एवं द्वीप से मिलकर बना है जिसका अर्थ “जामुन के वृक्षों का द्वीप”।
प्राचीन भारतीय सांस्कृतिक व ऋग्वेदिक ग्रंथो में भारतवर्ष के लिए आर्यावर्त शब्द का उपयोग किया गया है। प्राचीन काल में भारतवर्ष के उत्तरी भाग में आर्यों का निवास था जिनके कारण देश का नाम आर्यावर्त पड़ा
प्राचीन काल में भारत को जम्बूद्वीप के नाम से जाना जाता था। प्राचीन भारतीय संस्कृत ग्रंथो एवं पुराणों के अनुसार जम्बूद्वीप में कुल 9 खंड (भूभाग) थे जिनमे से एक का नाम भारत-खण्ड था।
वर्तमान में हमारे देश का सबसे प्रचलित नाम भारत है जिसका नामकरण भरत के नाम पर हुआ माना जाता है। भारत नाम को महान चक्रवर्ती सम्राट भरत के नाम से उद्भव माना जाता है जो की दुष्यंत एवं शकुंतला के पुत्र थे
मध्य सल्तनकाल एवं मुग़ल काल में सम्पूर्ण भारतवर्ष को हिंदुस्तान के नाम से जाना गया है। हिन्दू शब्द की उत्पति सिंधु शब्द से मानी जाती है।