हमारे देश में लोगो की आस्था में भगवान शिव का विशेष महत्व है। देवो के देव महादेव के शिवालय देश में प्रत्येक स्थान पर मौजूद है। धार्मिक ग्रथों में भी भगवान शिव को देवों के देव की संज्ञा दी गयी है

ऐसे में लोग इन शिवालयों के दर्शन करने के लिये दूर-दूर से आते है। हमारे प्राचीन पुराणों में मान्यता है की भगवान शिव जिन-जिन स्थानो पर स्वयं प्रकट हुये थे

वहीं आज देश के 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग उपस्थित है। ऐसे में श्रद्धालुओं के हृदय में सदैव ही इन ज्योतिर्लिंगों के बारे में जानने की उत्सुकता रहती है। तो आज यहाँ जान लीजिये सभी के बारे में। 

सभी 12 ज्योतिर्लिंग देश में विभिन दिशाओं में फैले है ऐसे में यह देश के धार्मिक एकता को भी प्रदर्शित करता है। चलिये जानते है सभी भारत में 12 ज्योतिर्लिंग के बारे में

सोमनाथ 

गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित सोमनाथ को भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से सर्वप्रथम ज्योतिर्लिंग माना जाता है। इस ज्योतिर्लिंग की महत्ता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है

मल्लिकार्जुन 

दक्षिण भारत में कृष्णा नदी के तट पर बसे मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग को दक्षिण भारत का कैलाश भी कहा जाता है। मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्रप्रदेश राज्य के कृष्णा जिले में स्थित है

महाकालेश्वर 

मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित महाकालेश्वर मंदिर का विवरण प्राचीन धार्मिक ग्रंथो में प्रमुखता से किया गया है। यह ज्योतिर्लिंग उज्जैन जिले में क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित है

ओंकारेश्वर मन्दिर

मध्यभारत की पवित्रतम नदियों में से एक नर्मदा नदी के मध्य में बसा ओंकारेश्वर मन्दिर इस क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ तीर्थ है। 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल ओंकारेश्वर मन्धाता द्वीप पर है

काशी विश्वनाथ मन्दिर

दुनिया के सबसे प्राचीन शहरो में शुमार वाराणसी में स्थिति काशी विश्वनाथ मन्दिर को भगवान शिव और पार्वती का आदिस्थल कहा जाता है।

श्रीवैद्यनाथ

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार असुर राजा रावण द्वारा भगवान शिव की आराधना करते हुये अपने 10 सिरों को बलिदान स्वरूप समर्पित किया गया था

त्र्यम्बकेश्वर मन्दिर

इस ज्योर्तिलिंग के पास ही त्र्यम्बक नामक स्थान से दक्षिण की गंगा कही जाने वाली गोदावरी का उद्गम स्थल भी है जो की ब्रह्मगिरि पर्वत से निकलती है।