विश्व में विभिन प्रकार के भौगोलिक क्षेत्र पाए जाते है जिनमे घास के मैदान प्रमुख भूआकृतियों में शुमार किए जाते है। घास के मैदान विभिन जीवों के आवास एवं भोजन हेतु आवश्यक संसाधनों से भरपूर होते है यही कारण है की विश्व में घास के मैदान जैव-विविधता के प्रमुख हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किए जाते है। विश्व के विभिन भागो में वृहद् घास के मैदान स्थिति है जो पर्यावरण संतुलन एवं जीवों के आवास हेतु प्रमुख स्थल के रूप में चिन्हित गए है। धरती पर अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों में अलग-अलग प्रकार के घास के मैदान पाए जाते है जो स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको विश्व के प्रमुख घास के मैदान (Vishv Ke Pramukh Ghas Ke Maidan) सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान करने वाले है।
इस आर्टिकल के माध्यम से आपको विश्व के प्रमुख घास के मैदान (Grasslands of the World), घास के मैदानों के प्रकार एवं इससे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओ के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। प्रतियोगी परीक्षाओ में भी भूगोल सेक्शन के अंतर्गत प्रायः विश्व के प्रमुख घास के मैदान से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओ की दृष्टि से भी यह आर्टिकल महत्वपूर्ण रहने वाला है।
घास के मैदान क्या होते है ? स्थिति एवं प्रकार
घास के मैदान प्रायः ऐसे क्षेत्रों को कहा जाता है जहाँ पेड़-पौधों की वृद्धि हेतु पर्याप्त भौगोलिक स्थितियाँ नहीं पायी जाती जिसके कारण इन क्षेत्रों में छोटे आकार की घास उगती है। घास के मैदानों के रूप में ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाता है जहाँ पेड़-पौधों द्वारा व्यापत क्षेत्र 10 फीसदी से भी कम होता है। मध्यम वर्षा एवं उष्ण एवं शीतोष्ण क्षेत्र के मध्य पायी जाने वाली भौगोलिक दशाएँ घास के मैदानों की वृद्धि के लिए अनुकूल होती है एवं प्रायः धरती के इन क्षेत्रों में ही घास के मैदान का विस्तार पाया जाता है। भौगोलिक क्षेत्रफल एवं स्थिति के आधार पर घास के मैदानों को प्रायः दो भागो में विभाजित किया जाता है :-
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- उष्णकटिबंधीय घास के मैदान (TROPICAL GRASSLAND)– उष्ण क्षेत्रों में स्थित घास के मैदानों को उष्णकटिबंधीय घास के मैदान के रूप में चिन्हित किया जाता है। ये घास के मैदान भूमध्यरेखा के दोनों ओर कर्क एवं मकर रेखा के मध्य स्थिति होते है। इन्हे सामान्यता “सवाना” के नाम से जाना जाता है।
- शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान (TEMPERATE GRASSLAND)– शीतोष्ण क्षेत्रों में स्थिति घास के मैदानों को शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान कर्क रेखा के उत्तरी भाग एवं मकर रेखा के दक्षिणी भाग में स्थित होते है। शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदानों को “प्रेयरी” के नाम से भी चिन्हित किया जाता है।
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उष्णकटिबंधीय घास के मैदान (TROPICAL GRASSLAND)
भूमध्यरेखा के दोनों ओर कर्क रेखा एवं मकर रेखा के मध्य पाए जाने वाले घास के मैदानों को उष्णकटिबंधीय घास के मैदान (TROPICAL GRASSLAND) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। यहाँ आपको विश्व के प्रमुख उष्णकटिबंधीय घास के मैदानों की सूची सम्बंधित जानकारी प्रदान की गयी है :-
उष्णकटिबंधीय घास का मैदान (TROPICAL GRASSLAND) | अवस्थिति (located) |
केम्पोस | ब्राज़ील |
सवाना | मध्य और दक्षिणी पूर्वी अफ्रीका |
लानोस | वेनेजुएला |
सेल्वास | अमेज़न बेसिन, ब्राजील |
शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान (TEMPERATE GRASSLAND)
शीतोष्ण क्षेत्रों में पाए जाने वाले घास के मैदानों को शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान (TEMPERATE GRASSLAND) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। यहाँ आपको विश्व के प्रमुख शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदानों की सूची प्रदान की गयी है :-
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शीतोष्ण कटिबंधीय घास का मैदान (TEMPERATE GRASSLAND) | अवस्थिति (located) |
प्रेयरी | अमेरिका |
स्टेपी | एशिया और यूरोप |
पंपास | अर्जेंटीना |
डाउन्स | ऑस्ट्रेलिया |
वेल्ड | दक्षिण अफ्रीका |
केंटरबरी | न्यूजीलैंड |
पुस्जता | हंगरी |
भारत के पाए जाने वाले Grasslands
भारत में मुख्यत हिमालयी क्षेत्रों में अधिक ऊंचाई पर घास के वृहद् मैदान स्थिति है। प्रायः पशुचारको द्वारा ग्रीष्मकाल में इन घास के मैदानों का उपयोग पशुचारण हेतु किया जाता है। ग्रीष्मकाल में हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ पिघलने से घास के मैदानों में हरियाली छा जाती है जिससे पशुचारको को यहाँ पशुओं को चराने हेतु पर्याप्त संसाधन प्राप्त होते है। यहाँ आपको भारत के प्रमुख घास के मैदानों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी है :-
- हिमालय क्षेत्र के घास के मैदान- इन्हे हिमाचल प्रदेश में थच एवं खज्जर, जम्मू-कश्मीर में मर्ग एवं उत्तराखंड में बुग्याल एवं पयार कहा जाता है।
- मध्य भारत के घास के मैदान – इसके अंतर्गत मुख्यता पश्चिमी एवं पूर्वी घाट के घास के मैदान तथा विंध्य-सतपुड़ा, गुजरात एवं थार के रेगिस्तान के घास के मैदान आते है।
- नदिया मैदानों में स्थित घास के मैदान- इसके अंतर्गत गंगा का मैदान तथा कृष्णा, कावेरी एवं गोदावरी नदियों के घास के मैदान सम्मिलित है।
इस प्रकार यहाँ आपको विश्व के प्रमुख घास के मैदान (Grasslands of the World) एवं भारत के प्रमुख घास के मैदानों से सम्बंधित जानकारी प्रदान की गयी है।
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Vishv Ke Pramukh Ghas Ke Maidan से सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
घास के मैदानों को मुख्यत 2 भागो में बाँटा जाता है जिनका विवरण निम्न प्रकार से है :-
उष्णकटिबंधीय घास के मैदान (TROPICAL GRASSLAND)
शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान (TEMPERATE GRASSLAND)
उष्णकटिबंधीय घास के मैदान उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में पाए जाते है जो की मुख्यत भूमध्यरेखा के दोनों ओर कर्क एवं मकर रेखा के मध्य स्थित होते है।
उष्णकटिबंधीय घास के मैदानों (TROPICAL GRASSLAND) की सूची निम्न प्रकार से है :- कम्पोस, सवाना, लानोस एवं सेल्वास
शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदानों (TEMPERATE GRASSLAND) की सूची निम्न प्रकार से है :- प्रेयरी, वेल्ड, डाउन्स, केंटरबरी, पम्पास एवं स्टेपी
भारत में हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले घास के मैदानों को हिमाचल प्रदेश में थच एवं खज्जर, जम्मू-कश्मीर में मर्ग एवं उत्तराखंड में बुग्याल एवं पयार के नाम से जाना जाता है।