हमारी जीवन शैली और अनियमित खान पान के कारण हमारे स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्यायें होती हैं। कुछ चीजों के कारण से लोगों में अल्सर की बीमारी भी हो जाती है। अक्सर अल्सर के कारण अनियमित खानपान, ज्यादा मसालेदार भोजन, ज्यादा खट्टी चीजों का सेवन, तनाव, गुस्सा, एंजाइटी, कॉफी, शराब सिगरेट आदि का अधिक मात्रा में सेवन करना। अल्सर भी अलग अलग तरह का होता है। पेप्टिक/पाचन तंत्र का अल्सर, अमाशय का अल्सर, पेट का अल्सर, अल्सर में हमारे शरीर के इन अंगों में छाले और घाव पड़ जाने को कहते हैं। जितनी जल्दी हो सकता है। इस बीमारी का इलाज करवाना बेहतर होता है। नहीं तो ये गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों को भी अपना सकते हैं। बिना दवाइयों के आप इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं। चलिए अल्सर का आयुर्वेदिक उपचार क्या है जानते हैं।
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अल्सर के आयुर्वेदिक उपचार | Ayurvedic Treatment of Ulcers
- निर्गुन्डी का सेवन – अल्सर की बीमारी से पीड़ित लोग निर्गुण्डी का सेवन कर सकते हैं। आप इसकी कुछ/3, 4 पत्तियों को लेकर पानी में धीमी आंच पर पका लें। जब ये पानी आधे से भी आधा हो जाये तो इसको निकाल लें। और अब आप इसका सेवन 2, 3 बार एक दिन में कर सकते हैं। ये पेस्टिक अल्सर में सहायक होता है।
- आँवला अल्सर में – अल्सर में आप आंवले के पाउडर में सोंठ, मिश्री, जीरे के मिश्रण का सुबह शाम कर सकते हैं। और इसके साथ ही आप आंवले के रस और शहद का सेवन कर सकते हैं। जो कि हमारे शरीर में पाए जाने वाले प्रदूषकों को बहार निकालने में सहायक होता है। जिससे शरीर में अल्सर खत्म होने लगता है।
- दूध का सेवन करें – अल्सर की परेशान व्यक्तियों को गाय के दूध का सेवन रोज करना चाहिए। दूध में आप हल्दी डालकर भी पी सकते हैं। गाय के दूध से बने घी का सेवन भी अल्सर के मरीजों के लिए लाभदायक हो सकता है।
- अल्सर में नाशपाती मददगार – नाशपाती एंटी-ऑक्सीडेंट, और फ्लेवोनॉएड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये हमारे पेट को संक्रमित करने वाले बैक्टीरिया H पाइलोरी के संक्रमण को भी रोकता है। नाशपाती के छोटी आंत के अल्सर का खतरा कम होता है।
- बादाम का सेवन – अल्सर की समस्या से बचने के लिए आप बादाम का सेवन कर सकते हैं। जिन लोगों को अल्सर की समस्या है। वो लोग बादाम के दूध सेवन सुबह शाम कर सकते हैं।
- अंरडी का तेल – अल्सर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप अरंडी के तेल को गाय के दूध या फिर गौमूत्र में मिला कर इसका सेवन कर सकते हैं।
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Ulcer ka Ayurvedik Upchar FAQ’s
अल्सर में आप फूल गोभी खा सकते हैं इसमें जो केमिकल मौजूद होते हैं वो अल्सर की समस्या को कम करते हैं, आप मूली का सेवन भी कर सकते हैं इसमें एंटी पेप्टिक अल्सर गुण होते हैं, जिस से अल्सर कम होता है। फलों में आप सेब का सेवन कर सकते हैं इसमें फ्लैवोनॉएड्स होते हैं यह पेट के अल्सर को रोकता है।
यह इस बात पर निर्भर करता है कि अल्सर कहाँ पर है अगर यह बाहरी है तो इसे क्रीम लगाकर ठीक किया जा सकता है और यदि यह अंदरूनी है तो एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक किया जा सकता है। अगर अल्सर गंभीर स्थिति में पहुँच चुका है तो इसके इलाज की संभावना है।
अल्सर के आयुर्वेदिक उपचार निम्न है :- बादाम का सेवन, निर्गुन्डी का सेवन, दूध का सेवन करें, अंरडी का तेल, आँवला-नाशपाती का सेवन, दूध का सेवन आदि।
पेट का अल्सर तीन प्रकार का होता है- गैस्ट्रिक अल्सर, इसोफैगियल अल्सर, डुओडेनल अल्सर।