TRAI का सीधा सम्बन्ध टीवी पर प्रकाशित हो रहे कार्यक्रमों से होता है। हम सभी टीवी पर कोई न कोई प्रोग्राम तो देखते ही है किसी को टीवी पर मूवी देखना पसंद होता है तो किसी को नाटक तो वही बच्चो को कार्टून देखना बहुत पसंद होता है। आपने कभी ना कभी तो TRAI का नाम जरूर सुना होगा लेकिन क्या आप जानते है TRAI क्या होता है इसकी फुल फॉर्म क्या होती है यदि नहीं तो आज हम आपको बतायेगे TRAI क्या है और जानिए ट्राई (TRAI Full Form) का पूरा नाम हिंदी में और साथ ही जानेगे ट्राई से जुडी बहुत सी महत्वपूर्ण बाते। TRAI क्या है और इससे संबधित सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़े। आशा करते है हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपके लिए लाभप्रद हो।
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TRAI क्या है
TRAI क्या है :- Telecom Regulatory Authority of India भारत दूरसंचार क्षेत्र को रेगुलेट या नियंत्रित करता है। ट्राई ये सुनिश्चित करता है कि दूरसंचार उपभोग्ताओ के हितो की सुरक्षा की जाए। यह भारत सरकार की एक संस्था है जो अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए समय समय पर नए नियम और आदेश जारी करती रहती है। TRAI का मुख्यालय (महानगर दूरसंचार भवन) नयी दिल्ली में स्थित है। TRAI के अध्यक्ष डॉ पी डी वाघेला है। TRAI के कॉमन चार्टर ऑफ टेलीकॉम सर्विस, 2005 के अनुसार सेवा प्रदाता को अपने उपभोक्ता की गोपनीयता बनाये रखने का विशेष ध्यान रखना होता है। TRAI की आधिकारिक वेबसाइट
ट्राई का पूरा नाम हिंदी में | TRAI Full Form in Hindi
TRAI की फुल फॉर्म Telecom Regulatory Authority of India है जिसको हिंदी में भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण कहते है। TRAI भारत में दूरसंचार नियामक प्राधिकरण है। यह भारत देश का स्वतंत्र नियामक है। TRAI प्राधिकरण का लक्ष्य भारत में दूरसंचार के विकास के लिए ऐसी रीति एवं ऐसी गति से परिस्थितियां सृजित करना तथा उन्हें संपोषित करना है, जो भारत को उभरते हुए वैश्विक समाज में एक अग्रणी भूमिका निभाने में समर्थ बना सके।
TRAI की स्थापना
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण की स्थापना 20 फरवरी 1997 को की गयी थी। ट्राई की स्थापना भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण अधिनियम 1997 की धारा 3 के तहत भारत सरकार द्वारा की गयी थी। ट्राई का गठन करने का मुख्य उद्देश्य संचार विवादो को निपटाना ,अपीलीय न्यायाधिकरण का निर्माण करना और दूरसंचार सेवाओं को संचालित करना उनके विवादों का निपटारा करना और उपभोक्ताओं और सेवा प्रदाताओं के बीच अच्छी प्रतिष्ठा बनाए रखना है।
ट्राई का उद्देश्य
- ट्राई का मुख्य उद्देश्य देश में दूरसंचार के विकास के लिए परिस्थितियों और पोषण का निर्माण करना है और साथ ही उपभोग्ताओ के हितो की रक्षा करना है।
- दूरसंचार सेवाओं का विनियम करना
- मूल्य निर्धारण और सेवा की गुणवत्ता की निगरानी करना।
- दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में दूरसंचार सुविधाओं के प्रसार के लिए ऑपरेटरों को प्रोत्साहित करना।
- विवादों का न्यायसंगत निर्णय करना।
- ट्राई सेवा प्रदाता कंपनियों को निष्पक्ष, पारदर्शी, शीघ्र और न्यायसंगत अनुमति देता है।
- अपील को निपटना
- इसका मिशन भारत में दूरसंचार सम्बन्धी व्यापर स्थापित करना है।
- टीवी चैनलों की बढ़ती मांग को देखकर ऑपरेटर्स को नई-नई सुविधाऐं प्रदान करना
- उपभोग्ताओ और सेवा प्रदाताओं के हितो की रक्षा करना।
- उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना और संबंधित सामान्य उपभोक्ता चिंताओं को संबोधित करना।
- दूरसंचार में व्यवस्थित विकास को बढ़ावा देना।
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TRAI के कार्य
- ट्राई ने वौइस् , ट्रैकिंग और डेटा क्वालिटी के लिए मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल जारी किये है।
- ट्राई को सेक्शन 12 के तहत सूचना मांगने और जांच करने का अधिकार प्राप्त है।
- सेक्शन 13 के तहत निर्देश जारी करने की शक्ति है।
- भारत दूरसंचार क्षेत्र को रेगुलेट और नियंत्रित करता है।
- ट्राई दूरसंचार सेवाओं के लिए टैरिफ के निर्धारण/संशोधन सहित दूरसंचार सेवाओं को नियंत्रित करता है।
- सेवा प्रदाता को लाइसेंस के नियमों और शर्तों पर नए लाइसेंस प्रदान करना तथा लाइसेंस के नियमों और शर्तों का अनुपालन सुनिश्चित करना।
- सेवा प्रदाताओं द्वारा प्रदान की जाने वाली गुणवत्ता के मानकों का निर्धारण करना।
- भारत में दूरसंचार क्षेत्र जो विकसित करना।
TRAI New Rule
हाल ही में ट्राई ने एक नया नियम बनाया है जिसके अनुसार टेलीकॉम कंपनियों को कम से कम एक ऐसा प्लान बनाना है जिसकी अवधि 30 दिन हो। 1999 के दूरसंचार नियम में बदलाव करते हुए ट्राई ने कहा की प्रत्येक दूरसंचार सेवा प्रदाता कम से कम एक प्लान वाउचर, एक विशेष टैरिफ वाउचर, एक कॉम्बो वाउचर पेश करेगा जिसकी अवधि 30 दिनो की होगी।
ट्राई की संरचना
ट्राई में एक अध्यक्ष दो पूर्णकालिक सदस्य और दो अंशकालिक सदस्य होते है। ट्राई में सदस्यों की नियुक्ति सरकार द्वारा की जाती है। ट्राई के सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष या उनकी 65 वर्ष उम्र पूरी होने तक के लिए होता है। इसके अध्यक्ष के पास अधीक्षण की शक्तिया होती है। अध्यक्ष द्वारा ही ट्राई की बैठक की अध्यक्षता की जाती है। केंद्र सरकार प्राधिकरण के सदस्यों में से किसी एक सदस्य को उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया जाता है। उपाध्यक्ष अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उसकी शक्तियों का उपयोग एवं कार्यो का निर्वहन कर सकता है।
TRAI में शिकायत कैसे करे
आप जो भी कार्यक्रम टीवी या रेडियो पर देखते सुनते हैं और अगर आपको लगता है कि वह कार्यक्रम अश्लील या किसी धर्म विरोधी या अन्य अनैतिकता फैला रहा हैं तो आप उस कार्यक्रम के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी ग्राहक को सेवा प्रदाता के प्रति कोई शिकायत है तो वो TRAI से उसकी शिकायत कर सकता है। कोई सेवा प्रदाता रूल रेगुलेशन का उंल्लघन करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाती है।
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TRAI Full Form in Hindi से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
TRAI भारत दूरसंचार क्षेत्र को रेगुलेट या नियंत्रित करता है। ट्राई ये सुनिश्चित करता है कि दूरसंचार उपभोग्ताओ के हितो की सुरक्षा की जाए।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण की स्थापना 20 फरवरी 1997 को की गयी थी
TRAI की आधिकारिक वेबसाइट https://www.trai.gov.in है
TRAI का नया नियम यह है कि टेलीकॉम कंपनियों को कम से कम एक ऐसा प्लान बनाना है जिसकी अवधि 30 दिन हो।