Tourist Places In Uttarakhand – उत्तराखंड एक ऐसा सुन्दर पहाड़ी राज्य है, जो हमेशा से पर्यटकों के घूमने के लिए काफी चर्चित रहा है। हिमालय की गोद में स्थित उत्तराखंड देवों की भूमि के नाम से प्रसिद्ध है। उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सौन्दर्य और धार्मिक स्थलों के कारण भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों की गिनती में बेशुमार है, जिसे निहारने दुनिया भर से लोग प्रतिवर्ष यहाँ आते हैं। उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून है, यकीन मानिये उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है जहाँ आपको भारत की सबसे खूबसूरत पर्वत श्रृंखलाएं, फूलों की वादियां, घाटियां, नदी झील या ताल और झरने आदि देखने को मिलते हैं। यहाँ प्रसिद्ध मंदिरों से लेकर, हिल स्टेशन, ट्रैकिंग, ताल, बुग्याल वह हर एक चीज़ है जो यात्रियों को हर साल यहाँ खींच ले आती है।
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uttarakhand tourist places – उत्तराखंड के पर्यटक स्थल
अगर आप भी उनमें से एक हैं जो पर्वतों की ऊंचाइयों में जाकर प्रकृति की खूबसूरती को बेहद करीब से निहारने का और हिमालय की गोद में शांति से बैठकर प्रकृति को महसूस करने का शोक रखते हैं तो उनके लिए धरती पर स्वर्ग के समान है इसके अलावा सर्दियों के समय में आप उत्तराखंड की बर्फीली वादियों का आनंद ले सकते हैं। दोस्तो आपके लिए आज हम Top Tourist Places In Uttarakhand के बारे में बताने वाले हैं जिसे पढ़कर आप भी एक बार ज़रूर उत्तराखंड की इन खूबसूरत जगहों पर घूमने का मन बना सकते हैं।
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1. केदारनाथ
केदारनाथ भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक पवित्र धार्मिक स्थल है। यह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में है। केदारनाथ में शिव जी का सबसे विशाल मंदिर है। जो प्राचीन पत्थरों के विशाल शिलाखंडों को जोड़कर बनाया गया है। यह मंदिर 6 फुट ऊँचे चबूतरे पर बना है। इसका गर्भ गृह 80 वीं शताब्दी के लगभग माना जाता हैं। केदारनाथ हिन्दू धर्म के 4 प्रसिद्ध धर्मों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि पांडवों ने अपने रक्त सम्बन्धियों की हत्या के अपराध से खुद को मुक्त करने के लिए भगवान शिव की मांग की थी। केदारनाथ की भूमि को स्वर्ग के समान माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार हिमालय के केदार शृंग पर भगवान विष्णु के अवतार नर और नारायण ऋषि ने कठोर तपस्या की थी। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट होकर हमेशा के लिए इस स्थान पर निवास करने लगे।
2. बद्रीनाथ
बद्रीनाथ धाम के बारे में कहा जाता है कि यहाँ पहले भगवान शिव का निवास हुआ करता था। लेकिन बाद में भगवान विष्णु ने इस स्थान को भगवान शिव से मांग लिया था। बद्रीनाथ धाम दो पर्वतों के बीच स्थित है जिन्हें नर और नारायण पर्वत कहा जाता है। भगवान विष्णु के अंश नर और नारायण ने यहाँ तपस्या की थी। यहाँ की मान्यता यह भी है कि जब केदार और बद्रीनाथ के कपट खुलते हैं तो उस समय मंदिर में जलने वाले दीपक के दर्शन का ख़ास महत्व है यह दीपक 6 महीने तक ऐसे ही जलता रहता है।
3. गंगोत्री
उत्तरकाशी से 100 किमी की दूरी पर गंगोत्री नाम का एक छोटा सा तीर्थ स्थान है। यह हिमालय पर्वत माला में स्थित है जो समुद्रतल से 3750 मी. की ऊंचाई पर है। गंगोत्री भागीरथी नदी के तट पर बसा हुआ है। पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी गंगा ने राजा भगीरथ और उनके पूर्वजों के पापों को धोने के लिए इस गंगा रूप का धारण किया था और भगवान शिव ने पृथ्वी को बहने से बचाने के लिए इसे अपनी जटाओं में रोक लिया था। गंगोत्री प्राचीन मंदिरों एवं धार्मिक विश्वासों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ हर साल लाखों की तादात में श्रद्धालु गंगोत्री दर्शन के लिए आते हैं और स्नान करके अपने पापों को दूर भागते हैं।
4. यमुनोत्री
इस मंदिर में हिन्दू भगवान यम के साथ हिन्दू देवी यमुना की एक मूर्ति विराजमान है। यह मंदिर यमुना देवी को समर्पित यमुनोत्री धाम का एक पौराणिक मंदिर है। यहाँ का मुख्य आकर्षण केंद्र जानकी चट्टी पर स्थित गर्म पानी के फव्वारे हैं। इतिहासकारों के अनुसार महाराजा प्रताप शाह ने यमुनोत्री मंदिर का निर्माण कराया था। पुनः 19 वीं सदी में जयपुर की महारानी गुलेरिया ने इसे बनाया था। यह कालिंदी पर्वत पर स्थित है। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ बहन के साथ धर्मराज यमराज विराजमान है। माता यमुना सूर्या देव की पुत्री हैं और धर्मराज यमराज की छोटी बहन।
5. हरिद्वार
भारत के पवित्र शहरों में शुमार हरिद्वार उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में गंगा नदी के तट पर स्थित एक खूबसूरत प्राचीन शहर है। हरिद्वार शहर के आश्रमों, मंदिरों और संकरी गलियों से संपन्न शहर है। लाखों की संख्या में भक्त पवित्र गंगा में डूबकी लगाने आते हैं। प्रत्येक 12 वर्षों में एक बार विश्व प्रसिद्ध कुम्भ मेले का आयोजन किया जाता है। कुम्भ के मेले में शामिल होने और उसका आनंद लेने के लिए पूरे भारत से पर्यटक आते हैं। हरिद्वार के अलावा कुम्भ मेला भारत के 3 अन्य शहर प्रयागराज, नासिक और उज्जैन में लगता है।
6. ऋषिकेश
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से लगभग 44 किमी की दूरी पर स्थित ऋषिकेश भारत के तीर्थ स्थलों में बेशुमार है यह छोटा सा शहर अपने आश्रम, प्राचीन मंदिर और योग केंद्र के लिए दुनियाभर में प्रचलित है। इसलये यहाँ प्रतिवर्ष देश विदेश के विभिन्न प्रांतों से काफी संख्या में पर्यटक दस्तक देते हैं। ऋषिकेश तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ यहाँ की एडवेंचर एक्टिविटी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। जैसे- बंजी जंपिंग, ज़िप लाइनिंग, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग। ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला काफी ज्यादा फेमस है। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन से आप गंगा की संध्या आरती का संध्यारती का आनंद ले सकते हैं।
7. मसूरी
उत्तराखंड घूमने के लिए मसूरी सबसे चर्चित स्थान है। राज्य की राजधानी देहरादून से मसूरी मोटर मार्ग की दूरी करीब 30 किमी है। मसूरी समुद्रतल से लगभग 2005 मी. की ऊंचाई पर स्थित एक हिल स्टेशन है जहाँ पूरे साल हर मौसम में यात्री पहुँचते हैं। मसूरी को पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है। सर्दियों में यहाँ से देहरादून शहर के ऊपर विंटर लाइन का नजारा भी देखने को मिलता है। जो विश्व के स्विट्ज़रलैंड के बाद यहीं देखने को मिलता है। सर्दियों में यहाँ बर्फ़बारी का आनंद भी लिया जा सकता है।
8. नैनीताल
नैनीताल उत्तरखंड का वह स्थान है जो लगभग 2100 मी. की ऊंचाई पर सुन्दर झील के चारों ओर बसा हुआ है। यह भी उत्तराखंड का एक ऐसा हिल स्टेशन है जहाँ हर साल यात्री भरी संख्या में पहुँचते हैं। नैनीताल झील में पर्यटक बोटिंग का मज़ा भी लेते हैं। यहाँ का मौसम हर सीज़न में आमतौर पर ठंडा बना रहता है और साथ ही सर्दियों में यहाँ बर्फ़बारी का आनंद भी लिए जाता है। नैनीताल के आसपास काफी सारे अन्य ताल भी मौजूद हैं, जहाँ आप घूम सकते हो। जैसे भीमताल, नौकुचियताल, सात ताल जैसी जगह भी जाया जा सकता है।
9. चोपता और तुंगनाथ
चोपता और तुंगनाथ को हमने एक ही साथ रख दिए है क्यूंकि चोपता से तुंगनाथ लगभग 4 किमी का ट्रैक है। चोपता रुद्रप्रयाग जिले का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जहाँ हर साल के मौसम में यात्री छुटियाँ बिताने पहुँचते हैं। ठण्ड के मौसम में यहाँ भारी बर्फबारी का लुत्फ़ उठाया जाता है। चोपता अपनी लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता और हरे भरे घास के मैदानों को बुग्याल कहा जाता है। पर्यटक यहाँ से चौखम्बा, त्रिशूल और नंदा देवी जैसी पर्वत श्रृंखला का नज़ारा देख सकते हैं
10. औली
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित औली एक बुग्याल है जो समुद्रतल से 2900 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। बर्फ से घिरी चोटियां, बुग्याल, देवदार की खुसबू से महकती घाटी और ठंडक यहाँ का प्रमुख आकर्षण है। इसके साथ औली, स्कीइंग के लिए बहुत चर्चित है। गढ़वाल मंडल विकास निगम यहाँ पर स्कीइंग का प्रशिक्षण भी देता है। यहाँ पर एक छोटी सी कृत्रिम झील भी है जो बेहद खूबसूरत है। 3 किमी पर एक सुन्दर गोरसों बुग्याल एक सुन्दर घास का मैदान है।
11. देहरादून
देहरादून उत्तराखंड की राजधानी और यहाँ का सबसे बड़ा शहर है। देहरादून गुफाओं, झरनों आदि प्राकृतिक सौन्दर्य से भरा हुआ है। यहाँ पर स्थित जगहों पर आप पिकनिक कर सकते हैं और साथ ही भगवन के दर्शन करने के लिए बेहद खूबसूरत मंदिर भी हैं जैसे- रॉबर्स केव, लच्छीवाला, सहस्त्रधारा, टपकेश्वर मंदिर, मालसी डियर पार्क, राजाजी नेशनल पार्क, फन वैली, एफआरआई आदि लोकप्रिय जगह घूम सकते हैं।
12. टिहरी झील
टिहरी बांध, टिहरी विकास परियोजना का एक प्राथमिक बांध है जो उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले में स्थित है। इसे स्वामी रामतीर्थ सागर बांध भी कहते हैं। यह बाँध दो नदियों के संगम पर बना है भागीरथी और भिलंगना। इस बाँध की ऊंचाई 261 मी. है जो विश्व का पांचवां सबसे ऊँचा बांध है। टिहरी झील में वोटिंग का मज़ा लिया जा सकता है और इस झील में कई प्रकार के स्पोर्ट्स गेम्स होते हैं।
13. केदारकांठा
भारत के सबसे बेहतरीन स्नो ट्रैक में से एक केदारकांठा ट्रैक उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। लगभग 4100 मी. की ऊंचाई का केदारकांठा शिखर का ट्रैक रोमांच से भरा है। सांकरी गाँव बेस कैंप से शुरू होने वाला ये ट्रैक लगभग 12 किमी का है। जिसे पूरा करने मैं 8 से 10 घंटे लग जाते हैं। सांकरी देहरादून से दूरी लगभग 200 किमी है।
14. फूलों की घाटी
1931 में एक ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक इस स्मिथ ने उत्तराखंड में एक रंग बिरंगी घाटी की खोज की जिसे Valley of Flowers नाम दिया गया। इसे भारत सरकार द्वारा 1982 में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत नेशनल पार्क घोषित किया गया और इसे UNESCO द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा भी दिया गया है। इस घाटी में 500 से अधिक प्रकार की फूलों की दुर्लभ प्रजाति देखने को मिलती है। इस जगह पहुँचने के लिए 19 किमी की दूरी टैकिंग द्वारा पूरी की जाती है। यहाँ पर आने का उचित समय जून से लेकर अक्टूबर के बीच का होता है।
15. कौसानी
उत्तराखंड में एक और प्रसिद्ध हिल स्टेशन कौसानी है जो समुद्रतल से लगभग 1900 मी. की ऊंचाई पर बागेश्वर जिले में स्थित है। महात्मा गाँधी ने भी यहाँ की सुंदरता के बारे में ज़िक्र किया है। कौसानी से हिमालय की चोटियों का नज़ारा बहुत ही अद्भुत दिखता है। कौसानी से हिमालय की त्रिशूल, पंचाचूली और नंदा देवी की 300 किमी चौड़ी चोटियों का दृश्य देखने लायक होता है। कौसानी घूमने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के मौसम का है।
16. मुक्तेश्वर
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के चारों और शांत वातावरण और पहाड़ियॉं की हसीं वादियों में बसा एक खूबसूरत शहर स्थित है नैनीताल से करीब 46 किमी की दूरी पर प्रसिद्ध मुक्तेश्वर धाम स्थित है जो भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान श्री गणेश और नंदी को समर्पित है यह धाम प्राचीन काल से लगभग 350 वर्ष पुरानी शिव मंदिर स्थित है यही कारण है की इस शहर का नाम मुक्तेश्वर रखा गया। सर्दियों के समय पर्यटकों के लिए काफी खास होता है क्यूंकि यहाँ बर्फ की सफ़ेद चादर से ढाका यह पहाड़ कैलाश पर्वत पर विराजित भगवान शिव का अनुभाग करता है। यहाँ पर पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, कैंपिंग, रॉक क्लाइम्बिंग आदि एक्टिविटी भी होती है।
17. हरसिल
उत्तराखंड की पवित्र नदी के किनारे बसा हरसिल समुद्र तल से 2800 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। चारों तरफ ऊँची चोटियों से घिरा यह स्थान साल भर पर्यटकों से गुलज़ार रहता है। यहाँ पर भारतीय सेना का बेस कैंप भी है प्रसिद्ध गंगोत्री मंदिर यहाँ से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित है। इसके आसपास काफी सारे हैं जैसे- गरतांग गली, नेलांग घाटी, क्योरकोटि ट्रैक, गौमुख आदि। सर्दियों में यहाँ भरी बर्फबारी होती है।
18. देवप्रयाग
ऋषिकेश से लगभग 80 किमी की दूरी पर अलखनंदा नदी और भागीरथी नदी के संगम स्थल के लिए प्रसिद्ध देवप्रयाग पर्यटकों के लिए ख़ास आकर्षण का केंद्र है। उत्तराखंड में स्थित पांच प्रयागों में देवप्रयाग सबसे प्रथम प्रयाग है। इसी प्रयाग के बाद गंगा नदी का नाम गंगा नदी पड़ता है। हिंदी धर्म के श्रद्धालुओं की आस्था यहाँ से जुड़ी हुई है जिस वजह से भरी संख्या में हर साल लोग यहाँ पर आते है।
19. रानीखेत
रानीखेत उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है जो कुछ बेहतरीन प्राकृतिक दृश्यों और प्राकृतिक सुंदरता से समृद्ध है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले स्थित यह स्थान शहर की भीड़भाड़ से दूर एक शांत जगह पर है। ये हिल स्टेशन हिमालय मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। यहाँ पर शांतिपूर्ण वातावरण देखने को मिलता है। रानीखेत सेब के बागान, खुमानी और देवदार के पेड़ों घिरे कुछ खूबसूरत बगीचों का घर है।
20. माणा
यह नाम तो अपने सुना होगा भारत का आखिरी गाँव कहे जाने वाले इस गांव की खूबसूरती इतनी है कि बयां नहीं की जा सकती यहाँ आकर आपको शांति मिलेगी। इस गांव तक पहुँचने के लिए आपको एक कठिन सफर तय करना पड़ता है। लेकिन जोशीमठ के रास्ते यहाँ पहुंचकर आप प्रकृति के अद्वत नज़रों का आनंद ले सकते हैं। मान्यता है कि माणा गांव से ही पांडवों ने स्वर्ग जाने का रास्ता बनाया था। इस जगह पर पहाड़ों के साथ झरने भी हैं।
21. खिर्सू
खिर्सू अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। ये जगह पौड़ी गढ़वाल से 19 किमी की दूरी पर है, यहाँ आकर आप प्रकृति की वादियों को निहार सकते हैं। यहाँ पर लोग देश विदेशों से आते है। यहाँ पर कुदरत के बीच बनाये नज़ारों के बीच असली ज़िन्दगी जी जा सकती है। यहाँ सैलानी अक्सर अपने परिवार, दोस्तों के साथ पहुँचते हैं।
22. मुनस्यारी
उत्तराखंड प्रकृति के नज़ारों से घिरी हुई है यहाँ पर लोग गर्मियों की छुटियाँ बिताने को आते हैं, जो बेहद ही प्यारी जगह है। अगर आप भी प्रकृति से प्यार करते हैं, तो आप मुनस्यारी जा सकते हैं। इसके अलावा यहाँ पर आप ट्रैकिंग भी कर सकते हैं। यहाँ पर आपको ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों के बीच झरने देखने को मिल जायेंगे। आप यहाँ पर मानसून के अलावा कभी भी जा सकते हैं, जो प्रकृति के खूबसूरत नज़रों को देख सकते हैं।
23. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क तो पर्यटकों के लिए पहली पसंद है। यह पार्क उत्तराखंड राज्य में हिमालय की तलहटी के बीच में स्थित एक बहुत ही आकर्षक नेशनल पार्क है। साथ ही यह भारत का सबसे पुराना नेशनल पार्क है। इस पार्क की स्थापना सन 1936 में हैली नेशनल पार्क के रूप में की गई। यहाँ पर रॉयल बंगाल टाइगर की प्रजातियां निवास करती है। पर्यटकों के लिए यहाँ पर जंगल सफारी आनंद लिया जाता है।
24. पिथौरागढ़
पिथौरागढ़ जिले की अपनी सम्पूर्ण उतरी और पूर्वी सीमाएं अंतर्राष्ट्रीय हैं, भारत के उत्तर सीमा पर पर एक राजनीतिक रूप से संवेदनशील जिला है। तिब्बत से सटे अंतिम जिला होने के कारण, लिपुलेख, किंगरीबीनगरी, लम्पिया धुरा, बेलचा और केओ के पास तिब्बत के लिए खुले रूप से काफी महत्वपूर्ण सामरिक महत्व है। पिथौरागढ़ समुद्र तल से लगभग 1600 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। इसे छोटा कश्मीर भी कहा गया है।
25. अल्मोड़ा
अल्मोड़ा भारतीय राज्य उत्तराखंड का एक महत्वपूर्ण नगर है। यह अल्मोड़ा जिले का मुख्यालय है। अल्मोड़ा नगर अपनी ऐतिहासिक विरासत के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। नगर में चन्दकालीन किले तथा मंदिर हैं, तो वहीं दूसरी और ब्रिटिश कालीन चर्च तथा पिकनिक स्पॉट भी उपस्थित है। पर्यटकों, प्रकृति प्रेमियों, पर्वतारोहियों के लिए अल्मोड़ा एक सर्वोत्तम जगह है।
26. धनोल्टी
मसूरी से लगभग 62 किमी की दूरी पर स्थित धनोल्टी उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यह समुद्र ताल से 2200 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। पहाड़ों का खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य यहाँ आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यहाँ पर आप अपने परिवार के साथ शांत और हरे भरे वातावरण में यादगार पल बिता सकते है।
27. भीमताल
पहाड़ों के बीच में स्थित भीमताल समुद्रतल से लगभग 1400 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। प्राकृतिक सुंदरता के बीच यहाँ पर आपको आस-पास कई मंदिर भी देखने को मिल जायेंगे। भीड़-भाड़ से दूर शांत वातावरण में कुछ समय अपने परिवार या दोस्तों के साथ आप यहाँ पर बिता सकते हैं। अगर आप प्राकृतिक जगहों पर घूमना पसंद करते हैं तो आपको अपनी लिस्ट में इस स्थान को ज़रूर शामिल करना चाहिए।
28. हेमकुंड साहिब
हेमकुंड साहिब चमोली जिले में स्थित एक धार्मिक स्थल है जो मुख्य रूप से सिखों के लिए प्रसिद्ध है, हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा बर्फों की झील है जो चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह हिमालय में लगभग 4600 मी. की ऊंचाई पर सात पहाड़ियों के बीच स्थित है। इस स्थान का उल्लेख गुरु गोबिंद सिंह द्वारा रचित ग्रन्थ में आता है।
29. लैंसडौन
लैंसडौन उत्तराखंड का बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहाँ गर्मियों में देश-विदेश से बड़ी तादात में टूरिस्ट आते हैं अगर आप इस साल घूमने का प्लान बना रहे हैं तो लैंसडौन जरूर जाएं। यहाँ पर आप एडवेंचर और स्प्रिचुअल तरह की एक्टिविटी कर सकते हैं। यहाँ की खूबसूरती आपके दिल में हमेशा के लिए बस जाएगी।
30. चकराता
उत्तराखंड की सभी जगह बेहद ही खूबसूरत भरी है उनमे से चकराता भी एक है, दिसंबर के आखरी से आप जनवरी महीने के बीच कभी भी यहाँ जा सकते हैं। यह स्थान लगभग 2100 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। ये जगह स्नोफॉल के लिए बेहद ही खूबसूरत है। यहां से होते हुए आप हिमांचल भी जा सकते हैं।
31. घंगारिया
घंगारिया चमोली जिले में बसा एक सुन्दर गांव है यह श्री हेमकुंड साहिब और फूलों के घाटी के आखिरी छोर पर बसा है। पुष्पावती और हेमगंगा नदियों के संगम पर स्थित घंगारिया पहुँचने के लिए गोविंदघाट से 13 किमी की ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यहाँ आने का सबसे अच्छा मौसम मार्च-अप्रैल है, जब बर्फ पूरी तरह साफ़ हो जाती है और हर तरफ बसंत के खूबसूरत नज़ारे दिखाई देते हैं।
32. चौकोरी
नैनीताल से 173 किमी दूर चौकोरी किसी सपनों के हिल स्टेशन की तरह है। यहाँ से नंदा देवी और पंचाचूली चोटियों के भव्य नज़ारे दिखाई देते है। दिलचस्प बात तो यह है की चौकोरी में घने जंगल, चीड़ और बुरांश पेड़ों के बीच फलों के बाग़ प्रकृति प्रेमियों को अपनी तरफ खींच लेते हैं। हनीमून के लिए भी ये जगह कपल्स के लिए काफी लोकप्रिय है।
33. बिनसर
बिनसर उत्तराखंड में मौजूद एक छोटा सा खूबसूरत शहर है। सर्दियों में बिनसर के पहाड़ों और वहां के रास्ते पूरे वंडरलैंड में बदल जाते हैं और बर्फ की सफ़ेद चादर के नीचे आ जाते हैं। बिनसर घूमने का असली मज़ा सर्दियों में है। इसलिए ज्यादातर लोग नवम्बर से जनवरी के बीच पहाड़ी क्षेत्रों में घूमना फिरना पसंद करते है।
34. कानाताल
कानाताल उत्तराखंड की वादियों में बसा खूबसूरत जगहों में से एक है। इस जगह ने धीरे धीरे काफी लोकप्रियता हांसिल की है। यहाँ पर आप फलों के पेड़, सेब के बाग़, हरे भरे जंगल और शानदार पहाड़ियों का लुत्फ़ उठा सकते हैं। ये देहरादून, मसूरी से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यहाँ का मौसम सुहाना रहता है कुछ समय आप यहाँ बिता सकते हैं।
35. नौकुचिया ताल
यह एक छोटी सी झील हैं आमतौर पर यहाँ पर भीड़ कम होती है। इसलिए यहाँ पर आप आराम का समय बिता सकते हैं। ये जगह आपको सुन्दर वातावरण प्रदान करेगा। ये स्थान अपनी नौ किनारों वाली झील के लिए लोकप्रिय है, जिसकी लम्बाई 1 किमी तक है और 40 मी. की गहराई है। ये जगह नैनीताल से कुछ ही दूरी पर स्थित है।
36. दुनागिरि मंदिर
दुनागिरि एक छोटा सा हिल स्टेशन है जो रानीखेत से कुछ ही किमी पर स्थित है। ये हिल स्टेशन आपको बहुत ही अच्छा अनुभव प्रदान कराएँगे। दुनागिरि एक ऐसी जगह है जहाँ आप खुद को शांति दे पाएंगे और अपने व्यस्त जीवन की सभी चिंताओं को भूल पाएंगे। इस स्थान का पवित्र महत्व भी मन जाता है कि दिव्य ज्ञान प्राप्त करने के लिए कई ऋषिमुनि इस स्थान पर आए। धीरे-धीरे यह स्थान लोकप्रिय हो रहा है।
37. चम्बा
यह टिहरी गढ़वाल का एक छोटा सा क्षेत्र है। यहाँ पर बर्फ़बारी जनवरी-फ़रवरी के महीने में होती है। नरेंद्रनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार इन जगहों से होते हुए आप चम्बा पहुँच सकते हैं। यहाँ रुकने के साथ नरेंद्र नगर में टिहरी के राजा का महल और आसपास की खूबसूरत पहाड़ियो का आनद ले सकते है।
38. माँ पूर्णागिरि मंदिर
यह चम्पावत जिले में स्थित एक धार्मिक स्थल है और यह 108 सिद्धपीठों में से एक है यहाँ नवरात्र में बहुत अधिक भीड़ लगती है। यहाँ आने के लिए सबसे पहले आपको टनकपुर आना होगा और टनकपुर से यह स्थान 22 किमी की दूरी पर स्थित है। सिर्फ 3 किमी का पैदल ट्रैक करके आप यहाँ पहुँच सकते हो।
39. श्रीनगर
ये जम्मू कश्मीर वाला श्रीनगर नहीं है ये उत्तराखंड राज्य का गढ़वाल जनपद में पड़ने वाला टाउन है। जो कि एक पर्यटन केंद्र है यह स्थान अलकनंदा नदी के किनारे बसा हुआ है। ऋषिकेश से इसकी दूरी लगभग 110 किमी होगी। यहाँ पर आप अलकनंदा नदी पर बना डैम देख सकते हो और साथ में माँ धारी देवी के दर्शन भी कर सकते हो।
40. चौबटिया
चौबटिया सेब बगीचों के लिए काफी फेमस है। यह रानीखेत से 10 किमी की दूरी पर स्थित है और यहाँ पर मोटर-बाइक से आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहाँ सरकार द्वारा स्थापित फल संरक्षण केंद्र भी है। नंदा देवी, नंदा घुंटी, त्रिशूल और नीलकंठ की चोटियों के यहाँ से विहंगम दृश्य देखे जा सकते हैं।
41. जोशीमठ
यह सबसे अच्छा पहाड़ी शहरों में से एक है जो बर्फ के ढके हिमालय के खौफ दे भीतर ढाका हुआ है। यह उत्तराखंड में घूमने के लिए ठन्डे स्थानों में से एक है। यहाँ से आप वैल्ली ऑफ़ फ्लावर्स की ट्रैकिंग भी शुरू कर सकते हैं। इस स्थान से जुड़ा एक प्रमुझ पौराणिक महत्व जो अथर्ववेद के हिन्दू पाठ से जुड़ा हुआ है। यह बद्रीनाथ के बेहद करीब है।
42. धारचूला
उत्तराखंड की सबस अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक धारचूला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह कैलाश मानसरोवर नाम से भारत के एक लोकप्रिय तीर्थस्थल के रास्ते पर स्थित है। यह अपने समकक्ष नेपाल के समान परंपरा और संस्कृति का पालन करता है। इस जगह पर देवदार, सेब से लेकर भालू, तेंदुए जैसे कई प्रकार के वनस्पतियाँ देखने को मिलती है।
42 Places to Visit in Uttarakhand, Top Tourist Places In Uttarakhand से सम्बंधित प्रश्न
उत्तराखंड में बहुत सारे पर्यटक स्थल हैं जैसे – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, कॉर्बेट नेशनल पार्क, नैनीताल, हरिद्वार, हेमकुंड साहिब इसके अलावा और भी हैं जिन्हें आप ऊपर देख सकते हो।
उत्तराखंड में सबसे अच्छी जगह जो लिस्ट में सबसे ऊपर आती है जैसे- पहाड़ों की रानी मसूरी, योगनगरी ऋषिकेश, नैनीताल, केदारनाथ आदि।
उत्तराखंड देहरादून की राजधानी होने के साथ-साथ राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है।
नैनीताल, चौपता, मसूरी कई जगहें हैं जो आपको पसंद आएंगीं।