टेल्गो ट्रेन की गति विशेषताएं और विस्तृत विवरण | Talgo Fastest Train in hindi

टेल्गो ट्रेन की गति विशेषताएं और विस्तृत विवरण : दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं भारत की सबसे तीव्रता से चलने वाली ट्रैन टेल्गो की, जी हाँ स्पेनिश तकनीक के आधार पर बनाई गई टेल्गो ट्रैन ने भारत में नया इतहास रच दिया है। जिसे लेकर भारतीय रेलवे द्वारा दी गई जानकारी में यह पता चला है की रेलवे द्वारा लिए गए परिक्षण में टेल्गो ट्रैन ने 180 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से चलने का नया रिकॉर्ड बनाया है, इस ट्रैन का यह ट्रायल मथुरा से पलवल के तक 84 किमी का ट्रायल रन बनाकर कामयाब किया गया। स्पेनिश संरचना टेल्गो ट्रैन को रेलवे के रिसर्च डिजाइन एवं स्टैंडर्ड्स डिजाइन (आरडीएसओ) विभाग द्वारा लिए गए परीक्षण में नया रिकॉर्ड स्थापित करते हुए केवल 38 मिनट में 85 किलोमीटर की दूरी तय कर भारत की सबसे तीव्र गति से चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस को पीछे छोड़ दिया है, इस गतिमान एक्सप्रेस गति कुल 160 किमी प्रति घंटा है।

टेल्गो ट्रेन की गति विशेषताएं और विस्तृत विवरण
Talgo Fastest Train in hindi

Article Contents

टेल्गो ट्रेन की गति विशेषताएं

टेल्गो ट्रैन की खासियत – टेल्गो ट्रैन की बात करें तो इसका पेटेंट सबसे पहले 1942 में शामिल किया गया था, यह एक बेहतर पैसेंजर कोच बनाने के लिए जानी जाती है। इस ट्रैन को इंडिया में लेन से पहले 26 जुलाई को इसका प्रशिक्षण किया गया था, टेल्गो के कोच में पहिए अलग-अलग धुरी से जुड़े हुए होते हैं, इससे कोच में जर्क मेहसूस नहीं होता, जबकि भारतीय कोच में एक पहिए एक ही धुरी पर होते हैं जिसका जर्क पूरी कोच पर आता है। वही इसकी बॉडी का डिजाइन बेहद ही हल्का होता है जो एल्युमीनियम से बना हुआ होता है, जिसके कारण ट्रैन पर हवा का दबाव ज्यादा न बन पाने के चलते इसकी गति बेहद ही तेज होती है। इसके साथ ही ट्रैन की सीटें बेहद ही आरामदायक बनी हुई हैं, जिससे इमरजेंसी ब्रेक में भी पैसेंजर्स को जर्क नहीं लगेगा।

यहाँ भी देखें -->> क्विज खेलकर इनाम कमाएं

इस ट्रैन मुख्य खासियत यह भी है की इसमें अन्य रेलवे ट्रेनों की तुलना में 30% कम बिजली की खपत होती है, यह स्पेनिश तकनीक द्वारा बनाई गई ट्रैन लाइट वेट एयरोडायनामिक तकनीक से बनाया गया है और यह फायर और साउंड प्रूफ है। इस ट्रैन की एल्युमीनियम बॉडी के डिब्बों का वजन 16 टन है जबकि भारतीय रेलवे के डिब्बों की बॉडी लोहे की होने से इसका वजन 68 टन तक होता है, जिससे टेल्गो ट्रैन भारतीय ट्रेनों से काफी हलकी होती है, लेकिन इसकी डिजाइन की खासियत के कारण इसके डिब्बों की कीमत भारतीय रेलवे से तीन गुना अधिक होती है।

रेलवे अधिकारीयों द्वारा टेल्गो ट्रैन को लेकर द्वारा दी गई जानकारी

टेल्गो ट्रैन को लेकर रेलवे अधिकारीयों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह ट्रैन भारत की पटरियों पर 160 से 200 किमी प्रतिघंटा की रफ़्तार से दौड़ सकती है, जिसे यात्रियों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है, जिसे कुछ इस तरह डिजाइन किया गया है, की यह ट्रैन मुड़ने में बिना किसी परेशानी अपनी स्पीड से चल सकती है। इस ट्रैन की खासियत को देखते हुए सरकार द्वारा इसे पिछले वर्ष दिल्ली से लेकर मुंबई तक इसके टैक तैयार कर 9 सीरीज को हिन्दुस्तान लाया गया, इस ट्रैन में कुल 9 कोच हैं जिसमे पावर कार और टेल बोगी भी सम्मिलित है, जो इसे भारतीय लोकोमोटिव से जोड़ती है। टेल्गो ट्रैन का हाई स्पीड टेस्ट भी करवाया गया जिसमे अझाई रेलवे स्टेशन के पास के 1 इंच मोटा और 6 इंच मोटा रेलवे का टुकड़ा रखा गया, जिससे यह पता करने में मदद मिल सकी की हाई स्पीड में ट्रैन पर क्या असर पड़ता है।

टेल्गो ट्रैन का अब तक का सफल ट्रायल

टेल्गो ट्रैन के ट्रायल को लेकर एडीआरएम एसपी सिंह द्वारा दी गई जानकारी में यह बताया गया की पलवल से मथुरा के बीच तीन ट्रैक हैं जिनमे दोनों तरफ बाढ़ लगाईं जा चुकी है, जिसमे गतिमान एक्सप्रेस अपनी 160 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ी है, जबकि यह ट्रैक 200 किमी घंटे की रफ़्तार से दौड़ने के लिए बेहद ही अनुकूल हैं। इस ट्रैन का पहला सफर मुंबई सेंट्रल और दिल्ली के बीच किया गया, जिसमे इस ट्रैन को दिल्ली से सेंट्रल मुंबई के लिए रवाना किया गया यह ट्रायल शाम 7 बजकर 55 मिनट में किया गया। इस ट्रायल में ट्रेन दिल्ली से पलवल, मथुरा, कोटा, रामताल और सूरत होते हुए सेंट्रल पहुँची जहाँ इसकी गति 130 किमी प्रतिघंटा रही, वहीँ इसका तीसरा ट्रायल में इसकी स्पीड 180 किमी प्रतिघंटा रही जहाँ ट्रैन ने दिल्ली से मुंबई की दूरी तय करते हुए नया रिकॉर्ड स्थापित किया।

टेल्गो ट्रेन के लाभ

भारत में अब तक सबसे तेज गति से दौड़ने वाली टेल्गो ट्रैन के आने से यात्रियों को बेहद ही सुविधा और लाभ मिल सकेगा। इस ट्रैन से सफर करने से यात्रियों के समय की अधिक से अधिक बचत हो सकेगी जिससे लम्बी दूरी का सफर कुछ ही घंटों में तय किया जा सकेगा, साथ ही ट्रैन की सीट बेहद ही आरामदायक, ट्रैन फायर और साउंड प्रूफ होने से यात्री बिना किसी परेशानी के सफर कर सकेंगे। इसके साथ ही ट्रैन के अंदर यात्रियों के लिए रेस्टोरेन्ट की सुविधा के साथ एलईडी स्क्रीन व बहुत सी सुविधाएँ भी प्रदान की गई है, जिससे उनका सफर बेहद ही सुहाना और बेहतर हो सकेगा।

Leave a Comment

Join Telegram