दुनिया में वैसे तो बहुत सी अनोखी चीजे है जिनके बारे में जानना बेहद रोचक भी होता है। विश्व में बहुत से छोटे-बड़े देश हैं। विश्व मे छेत्रफल की दृष्टि से सात बड़े देश रूस, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, ब्राज़ील, ऑस्ट्रेलिया और भारत समिल्लित हैं। विश्व में जनसँख्या की दृष्टि से सात बड़े देशो में चीन, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, ब्राज़ील, नाइजीरिया है। लेकिन अगर बात दुनिया के सबसे छोटे देश की करें। तो क्या यह जानते है की दुनिया का सबसे छोटा देश कौनसा है ? अगर आप भी यह नहीं जानते है की smallest country in the world कौनसी है। तो आज हम आप सभी को हमारे इस लेख के माध्यम से smallest country in the world के बारे में बताने वाले है। अगर आप भी इसके बारे में जानना चाहते है। तो कृपया कर लेख को अंत तक पढ़े।
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दुनिया का सबसे छोटा देश | Smallest country
दुनिया के सबसे छोटे देश का नाम सीलैंड (sea land) है। जिसका छेत्रफल 250 मीटर है। यह देश छेत्रफल की दृष्टि से इतना छोटा है की आप गूगल मैप पर भी इसकी तलाश नहीं कर सकते। यह देश इंग्लैंड के सफ़ोल्क नामक समुद्री तट से लगभग 10-12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खंडहर बन चुके समुंदरी किले पर स्थित है। जिसके चारो ओर पानी है। जिसे ब्रिटेन द्वारा दूसरे विश्व युद्ध के दौरान बनाया गया था और बाद में खाली कर दिया गया था। साल 2011 के आकड़े के अनुसार सीलैंड की कुल जनसँख्या 27 थी।
सीलैंड पर अलग-अलग लोगो का कब्ज़ा रहा है। सितम्बर 1967 को पैडी रॉय बेट्स ने अपनी पत्नी जॉन बेट्स, बेटी पेनलोप और बेटे माइकल के साथ वहा कब्ज़ा कर लिया था। उस वक़्त रॉय बेट्स 46 वर्ष के रहे होंगे। उन्होंने अपने अवैध रेडियो स्टेशन को चलाने के लिए उस टावर पर कब्ज़ा किया था। अगले वर्ष उन्होंने खुद को प्रिंस और अपनी पत्नी जॉन को प्रिसेंस घोषित कर दिया था। अक्टूबर 2012 को रॉय बेटस की मृत्यु के पश्चात सीलैंड पर उनके बेटे माइकल का राज रहा। माइकल अपनी पत्नी लॉरेन और बेटी कारलोट के साथ वहा रहते है।
वैसे तो सीलैंड विश्व का सबसे छोटा देश है लेकिन उसको अंतर्राष्ट्रीय सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए वेटिकन को भी विश्व का सबसे छोटा देश माना जाता हैं क्योंकि उसको अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मान्यता भी प्राप्त है।
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सीलैंड का इतिहास
सीलैंड को रफ़ टावर के नाम से भी जाना जाता है। रॉय बेट्स ने अपने वकील की राय लेकर रफ़ टावर को स्वतंत्र देश घोषित कर दिया। माइक्रो नेशन देश उनको कहा जाता है, जिनको अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त नहीं होती। सीलैंड को भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नहीं है इसलिए सीलैंड भी एक माइक्रो नेशन देश है। इस देश को अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त न होने के बाद भी इसके पास अपनी राष्ट्रीय मुद्रा ,राष्ट्रीय गान और राष्ट्रीय झंडा भी है। सीलैंड की मुद्रा का नाम “सीलैंड डॉलर ” रखा गया, जिसका विनियम दर अमरीकी डॉलर के बराबर है यानी एक अमरीकी डीलर बराबर एक सीलैंड डॉलर। सीलैंड की मुद्रा पर रॉय बेटस की पत्नी जॉन बेटस का चित्र भी अंकित है। देश के लिए झंडा भी डिज़ाइन किया गया जिसमें लाल ,सफ़ेद और काला रंग शामिल है।
सीलैंड की अर्थव्यवस्था (Smallest country in the world)
सीलैंड का छेत्रफल काफी कम होने के कारण इस देश के पास अपनी आजीविका का कोई साधन भी नहीं है। इंटरनेट के माध्यम से जब लोगो को इस देश के बारे में पता लगा तो लोग मदद के लिए आगे आये और देश को आर्थिक रूप से मदद भेजनी शुरू की। विश्व के सबसे छोटे देश यानि सीलैंड की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से डोनेशन पर निर्भर है। जैसे-जैसे लोगो को इस देश के बारे में जानकारी मिल रही है लोग वह पर्यटन के लिए भी जा रहे है। जिसके बाद यहा के लोगो की जीविका चलने में आसानी हुई। इस माइक्रो नेशन देश के पास अपना हेलिपैड भी है।
अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सबसे दुनिया का छोटा देश (Vatican City)
वेटिकन सिटी विश्व का सबसे छोटा अंतर्राष्ट्रीय सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त करने देश है। यह देश यूरोप महाद्वीप में स्थित है। इसका छेत्रफल केवल 44 हेक्टयेर है। इसकी राजभाषा लैटिन है। वेटिकन की जनसँख्या लगभग 800 है। यह आबादी और छेत्रफल दोनों के अनुसार यह विश्व का सबसे छोटा देश है। वेटिकन सिटी का अपना रेलवे स्टेशन भी है जो 1930 में बनाया गया था। यह इटली की राजधानी रोम में बीचो बीच स्थित है। यह नगर एक प्रकार से रोम का एक भाग है। छोटा देश होने के बावजूद भी वेटिकन के पास अपना डाक टिकट है और देश के नागरिको को पासपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध कराई गयी है।
वेटिकन सिटी ईसाई धर्म की प्रमुख शाखा रोमन कैथोलिक चर्च का प्रमुख केंद्र है, इस सम्प्रदाय के सर्वश्रेष्ठ पंथ गुरु पोप यही निवास करके है। यह जो भी जनता के लिए निर्णय लिए जाते है वे सब पोप द्वारा ही लिए जाते है। पोप के सरकारी निवास गृह का नाम भी वेटिकन है। इसमदेश में सेंट पीटर गिरजाघर, वेटिकन बाघ, वेटिकन प्रासाद समूह तथा अन्य कई गिरजाघर शामिल है, जो इसकी खूबसूरती को बढ़ाते है। वेटिकन देश की स्थापना इसलिए की गयी क्योंकि कैथोलिक चर्च अनुसार जो पादरी का निवास स्थान होता है वो किसी देश के अधीन नहीं होना चाहिए।
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Vatican City के बारे में कुछ रोचक तथ्य
- यहा एक विश्व प्रसिद्ध संग्रहालय भी है, जिस संग्रहालय का छेत्रफल 14.5 किलोमीटर है, माना जाता है की यदि आप एक पेंटिंग देखने में 1 मिनट का समय लगाते हो तो आपको पूरा संग्रहालय घूमने में 4 वर्ष का समय लग जायेगा।
- वेटिकन के नियमों के अनुसार यहा के नागरिकों को अपनी सरकार को कर नहीं देना पड़ता बल्कि यहा के लोग अपने देश की उन्नति के लिए करेंसी दान में देते है।
- सेंट पीटर को वेटिकन पहाड़ी के पास नैनोरियन उद्यान के पास सूली पर चढ़ाया गया था।
- 1929 की संधि के अनुसार वेटिकन को स्वतंत्र राज्य स्वीकार किया गया।
- इस देश के पास अपनी खुद की सेना भी है जिसमें कुल सिपाहियों की संख्या 110 है।
- यह दुनिया एकमात्र ऐसा देश है जो रात में पूरी तरह से बंद हो जाता है।
- वेटिकन सिटी में एक राजशाही परम्परा है जिसके अनुसार कैथोलिक चर्च के पोप को राजा का दर्जा दिया जाता है।
- लैटिन वैसे तो यह की राजभाषा है लेकिन लैटिन के अलावा भी यहा के लोग इटालियन भाषा बोल और समझ सकते है।
- वेटिकन सिटी के पास अपना रेडियो स्टेशन भी है।
- यहा के लोगो को स्वास्थ्य एवं शिक्षा सम्बन्धी कार्यों के लिए इटली जाना पड़ता है।
- यहा के गिरजाघर, मकबरे, संग्रहालय आदि आकर्षण का केंद्र है।
- वेटिकन के पोप 5 साल के लिए राष्ट्रपति की नियुक्ति करता है।
- आमतौर पर कैथोलिक चर्च के कार्डिनल को ही देश का राष्ट्रपति बनाया जाता है।
Smallest country in the world से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर
Smallest country in the world Vatican City है।
पादरी वर्ग को पॉप कहा जाता है।
वेटिकन की मुद्रा यूरो है।
वैटिकन सिटी की सेना में कुल 110 सेंकी है।