Navodaya Vidyalaya Reservation:- जवाहर नवोदय विद्यालय इसको नवोदय विद्यालय भी कहा जाता है। यह भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नेतृत्व में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा चलाई जाने वाली एक शिक्षण परियोजना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 ने ऐसे बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना की जिसका नाम जवाहर नवोदय विद्यालय के नाम पर रखा गया है। जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित चयन परीक्षा द्वारा दिया जाता है। इस परीक्षा को जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (ज.न.वि चयन परीक्षा) कहा जाता है। जवाहर नवोदय विद्यालय बिलकुल निः शुल्क है, और साथ ही में बोर्डिंग स्कूल है जहा पर पढ़ने वाले बच्चो को भोजन, कपड़े, आवास, शिक्षा और खेल के उपकरण मुफ्त मिलते है।
नवोदय विद्यालय में कितने नंबर लाने पर सेलेक्शन होता है ?
जवाहर नवोदय विद्यालय में ज्यादातर पढ़ने वाले बच्चे ही आते है जो पढ़ाई में तो अच्छे होते है पर आर्थिक दिक्कतों की वजह से अच्छे स्कूलों में पढ़ नहीं पाते है। तो जो भी बच्चे पढ़ने में अच्छे होते है वे जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा देते है और नवोदय विद्यालय में दाखिला लेते है। जवाहर नवोदय विद्यालय हर जिले में है। नवोदय विद्यालय में छठी से 12 वी तक के छात्र शामिल है। नवोदय विद्यालय छात्रों को संस्कृति, मूल्यों, साहसिक गतिविधियों और शारीरिक शिक्षा आदि जैसे विभिन्न घटको से युक्त एक बहुत अच्छा वातावरण प्रदान करते है। तो आज हम यहां बताएंगे की Navodaya Vidyalaya एडमिशन में कितना आरक्षण मिलता है।
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जवाहर नवोदय विद्यालय एडमिशन eligibility
- केवल उसी जिले के बच्चे प्रवेश के लिए आवेदन कर पाएगे जिस जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय खुला हुआ होगा।
- जो छात्र कक्षा 6 में प्रवेश के लिए आवेदन करना चाहते है उनकी आयु 9 -11 वर्ष के बीच होनी चाहिए, और किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा 5 पास की होनी चाहिए।
- जो छात्र कक्षा 9 में प्रवेश के लिए आवेदन करना चाहते है, उनकी आयु 13 -16 वर्ष होनी चाहिए और किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा 8 पास की होनी चाहिए।
- जो छात्र कक्षा 11 में प्रवेश के लिए आवेदन करना चाहते है उनकी आयु 14 -18 वर्ष होनी चाहिए और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से कक्षा 10 पास की होनी चाहिए।
- एक बार प्रवेश परीक्षा में बैठने के बाद किसी भी छात्र को प्रवेश परीक्षा में बैठने का मौका नहीं मिलता है। पास हो या फ़ैल दुबारा से परीक्षा नहीं दे सकते।
जवाहर नवोदय विद्यालय में ऑनलाइन एडमिशन के लिए आवेदन कैसे करे ?
- सबसे पहले आपको नवोदय समिति की ऑफिसियल वेबसाइट cbseitms.nic.in पर जाना होगा
- उसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुलकर आएगा।
- अब होम पेज पर आपको candidate corner दिखाई देगा उस पर क्लिक करे।
- अब यहाँ candidate corner में आपको चल रही latest navodaya vidyalaya entrance exam के लिंक्स होते है। आप इनमे से जैसे कक्षा 6 सेलेक्ट कर सकते है।
- अब अगले पेज पर आपको online admission for admission to class 6 दिखाई देगा ,इस पर क्लिक करो।
- यहाँ से आप प्रमाण पत्र अपलोड करने के लिए डाउनलोड करके फील कर सकते हो।
- अब नीचे आपको online navodaya school admission prospect मिलेगा उसमे पूछी गई सभी जानकारी भर दे।
- आपको अपनी फोटो,दस्तखत ,माता -पिता के दस्तखत और पिछले स्कूल के प्रमाण पत्र भी जमा करने होते है।
- अब अंत में अपने नवोदय स्कूल एडमिशन फॉर्म को check करे , और फिर submit कर दे।
- अंत में आपको रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त होगा उसको कहि पर लिख ले और अब click here to print registration form का ऑप्शन दिखाई देगा उस पर क्लिक करके अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म डाउनलोड करे।
जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए आरक्षण
जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन लेने के लिए छात्रों के लिए सीटें आरक्षित होती है। जिसका विवरण कुछ इस प्रकार है।
- हर जिले में 75 प्रतिशत सीटे ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों के लिए रिज़र्व होती है। और शेष बची हुई सीटें शहरी क्षेत्र के छात्रों के लिए आरक्षित होती है।
- अनुसूचित जाति और अनुसूचित जन जाति के बच्चो के लिए आरक्षण सम्बंधित जिले की जन संख्या के अनुपात में किया जाता है लेकिन किसी भी जिले में राष्ट्रीय अनुपात कम से कम (15 प्रतिशत SC और 7 प्रतिशत ST ) और 50 प्रतिशत से अधिक SC ST नहीं होना चाहिए।
- पंजीकृत जाति और आदिवासी आरक्षण के आलावा अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारो को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
- अन्य पिछड़े वर्ग के लोगो का आरक्षण समय समय पर प्रकाशित केंद्रीय सूची के अनुसार किया जाएगा।
- कुछ सीटों में एक तिहाई सीटों पर महिलाओ के दाखिले का आरक्षण रहेगा।
- सरकार द्वारा दिव्यांग छात्रों के लिए 3 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई है।
जवाहर नवोदय विद्यालय सीटों के आरक्षण की पात्रता
- ग्रामीण छात्रों के लिए
- एक जिले की कम से कम 75 प्रतिशत सीटें ग्रामीण क्षेत्र से चुने गए छात्रों से भर दी जाएगी और शेष सीटें शहरी क्षेत्र के छात्रों से।
- ग्रामीण कोटे के तहत प्रवेश पाने वाले छात्रों को कक्षा 3,4 ,5 में अध्यन किया जाना चाहिए और ग्रामीण क्षेत्रों में स्तिथ सरकार / सरकारी सहायता प्राप्त /सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूल से पूर्ण शैक्षणिक।
- सत्र पूरा करना चाहिए।
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ओपन स्कूलिंग की योजना के तहत अध्यन करने वाले उमीदवारों को जिला मेजिस्ट्रेट /तहसीलदार / खंड विकास अधिकारी द्वारा जारी अपने ग्रामीण स्तिथि प्रमाण पत्र का उत्पादन करना चाहिए।
- शहरी छात्रों के लिए
- अगर किसी उम्मीदवार ने कक्षा 3 ,4 ,5 में सत्र के एक दिन के लिए भी शहरी क्षेत्र के स्कूल में अध्ययन किया है तो वो शहरी उम्मीदवार माना जाएगा।
- जो 2011 की जनगर्णा या उसके बाद के सरकारी अधिसूचना के माध्यम से परिभाषित किए गए है वे सभी शहरी क्षेत्र में माने जाएगे। अन्य सभी क्षेत्रों को ग्रामीण माना जाएगा।
- ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए
- ट्रांसजेंडर श्रेणी उम्मीदवारो के लिए कोई भी अलग से आरक्षण नहीं दिया गया है उन्हें विभिन्न उप श्रेणियो अर्थात ग्रामीण ,शहरी , SC ,ST ,दिव्यांग के तहत आरक्षण के उद्देश्य से लड़को की श्रेणी में शामिल किया जाएगा।
बोर्डिंग स्कूलो की स्थापना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 द्वारा की गई और उनका नाम जवाहर नवोदय विद्यालय के नाम पर रखा गया।
कुछ सीटों में एक तिहाई सीटों पर महिलाओ के दाखिले का आरक्षण रहेगा।
विकलांग छात्रों के लिए 3 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई है।
कम से कम 15 प्रतिशत SC और 7 प्रतिशत ST और 50 प्रतिशत से अधिक SC ST नहीं होने चाहिए।
हर जिले में ग्रामीण क्षेत्र के लिए 75 प्रतिशत सीटें आरक्षित है।