नमस्कार मित्रों, अगर आप सभी भारत देश के निवासी है तो आप सभी ने अपने जीवन में कभी न कभी राष्ट्रगान तो सुना और गाय भी होगा। केवल राष्ट्रगान ही नहीं बल्कि राष्ट्रगीत भी सुना ही होगा। लेकिन आप सभी को यह बतादे की हमारे देश में आज भी कुछ लोग ऐसे है जिनको आज तक यह मालूम नहीं है की आखिर राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में क्या अंतर होता है? तो दोस्तों क्या आप भी उन्ही में से एक है। अगर हाँ तो आप को भी चिंतित होने की बिलकुल आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम आप सभी को हमारे इस लेख में राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत के बारे में बहुत सी जानकारी प्रदान करने वाले है। जैसे की – राष्ट्रगान क्या है और राष्ट्रगीत क्या है ? और इन दोनों में लय अंतर है।
तो दोस्तों क्या राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में क्या अंतर होता है?के बारे में जानना चाहते है। तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी के बारे में बताया हुआ है। जिसको पढने से ही आप भी इसके बारे में जान सकोगे। तो दोस्तों इसलिए कृपया करके हमारे इस लेख को अंत तक व ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़े व इससे सम्बंधित अन्य जानकारी भी प्राप्त करें।
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Article Contents
राष्ट्रगान क्या होता है ?
राष्ट्रगान एक प्रकार की संगीतमय धुन है। जिसको हमारे देश के प्रति सम्मान के लिए गाया जाता है। यह संगीतमय धुन देश की सुंदरता व भव्यता की व्याख्या करती है। इस राष्ट्रगान को रोजाना हर विद्यालय में गाया जाता है ताकि उस विद्यालय के विद्यार्थियों भी देश के प्रति सम्मान दर्शा सकें। इस राष्ट्रगान को देश के ख़ास दिवसों पर भी अनिवार्य रूप से गाया जाता है। इस राष्ट्रगीत को भारत के महान कवी श्री रबिन्द्र नाथ टैगोर जी के द्वारा यह लिखा गया है। आपको बतादे की इसकी रचना रविंद्रनाथ टैगोर जी के द्वारा सन 1911 में की गयी थी। लेकिन उस समय इन्होने उसको बांगला भाषा में लिखा था लेकिन कुछ समय के बाद इन्होने इसका हिंदी अनुवाद भी किया था।
भारत में राष्ट्रगान प्रथम बार सन 27 दिसंबर वर्ष 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में इसको गाया गया था। इसको गाने के लिए करीब 52 सेकंड जितना समय लगता है। हमारे इस राहतरगां को संविधान सभा ने संविधानिक स्वीकृति 24 जनवरी वर्ष 1950 को प्रदान की थी।
भारत का राष्ट्रगान कुछ इस प्रकार है :-
जन-गण-मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।
पंजाब-सिंधु-गुजरात-मराठा
द्राविड़-उत्कल-बंग
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशीष मांगे
गाहे तव जय-गाथा।
जन-गण-मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता।
जय हे, जय हे, जय हे,
जय जय जय जय हे।
राष्ट्रगीत क्या होता है ?
आप सभी भारत के राष्ट्रगीत का नाम तो जानते ही होंगे। अगर नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बतादे की भारत का राष्ट्रगीत का नाम वन्दे मातरम है। भारत के राष्ट्रगीत की रचना सं 1882 को बंकिम चंद्र चटर्जी के द्वारा की गयी थी। भारत देश के इस राष्ट्रगीत को प्रथम बार 1896 में कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में गाया गया था। आपको यह भी बतादे की बंकिम चंद्र चटर्जी के द्वारा इसकी रचना संस्कृत भाषा में की गयी थी। आपको यह भी बतादे की भारत के इस राष्ट्रगीत को पूर्ण गाने के लिए करीब 65 सेकंड (1 मिनट और 5 सेकंड) जितना समय लगता है।
भारत का राष्ट्रगीत कुछ इस प्रकार है :-
वंदे मातरम्, वंदे मातरम्!
सुजलाम्, सुफलाम्, मलयज शीतलाम्,
शस्यश्यामलाम्, मातरम्!
वंदे मातरम्!
शुभ्रज्योत्सनाम् पुलकितयामिनीम्,
फुल्लकुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्,
सुहासिनीम् सुमधुर भाषिणीम्,
सुखदाम् वरदाम्, मातरम्!
वंदे मातरम्, वंदे मातरम्॥
राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में क्या अंतर होता है?
दोस्तों आप सभी को हम अब यहाँ पर यह जानकारी प्रदान करने वाले है की। आखिर राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत में क्या अंतर होता है। तो अगर आप भी इसके बारे में जानना चाहते है। तो कृपया कर दी गयी जानकारी को ध्यान से पढ़े।
राष्ट्रगान | राष्ट्रगीत |
1. भारत में राष्ट्रगान प्रथम बार सन 27 दिसंबर वर्ष 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में इसको गाया गया था। | 1. इस राष्ट्रगीत को प्रथम बार 1896 में कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में गाया गया था। |
2. इसकी रचना रविंद्रनाथ टैगोर जी के द्वारा सन 1911 में की गयी थी। | 2. राष्ट्रगीत की रचना सं 1882 को बंकिम चंद्र चटर्जी के द्वारा की गयी थी। |
3. अगर कोई राष्ट्रगीत का उच्चारण गलत तरीके से करता है तो उसके लिए प्रावधान में सजा भी बताई गयी है | 3. राष्ट्रगीत का कोई ऐसा नियम नहीं है। |
4. यह अनिवार्य है की राष्ट्रगान को हर राष्ट्रीय उत्सव या अवसरों पर गाया जाए | 4. राष्ट्रगीत को किसी राष्ट्रीय उत्सव या अवसरों पर गाना अनिवार्य नहीं है |
5. राष्ट्रगान को गाने का यह प्रावधान है की इसको खुले आसमान के निचे गाया जाएँ | 5. राष्ट्रगीत को गाने के लिए इस प्रकार का कोई भी प्रावधान नहीं है। |
कुछ सम्बंधित प्रश्न व उनके उत्तर
भारत में राष्ट्रगान प्रथम बार सन 27 दिसंबर वर्ष 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में इसको गाया गया था।
राष्ट्रगीत की रचना सं 1882 को बंकिम चंद्र चटर्जी के द्वारा की गयी थी।
इसको गाने के लिए करीब 52 सेकंड जितना समय लगता है।
राष्ट्रगान की रचना रविंद्रनाथ टैगोर जी के द्वारा सन 1911 में की गयी थी।