भारत में क्रिकेट को एक धर्म माना जाता है एवं क्रिकेट खिलाड़ियों को भगवान, यही कारण है की देश में क्रिकेट के करोड़ो दीवाने है। भारत की गली-गली में आपको क्रिकेट खेलते हुए युवाओ का झुंड दिखाई देगा। देश में क्रिकेट को लेकर युवाओ में गजब की दीवानगी देखने को मिलती है ऐसे में बहुत सारे युवाओ का सपना भारतीय क्रिकेट टीम में खेलना का होता है। भारतीय क्रिकेट टीम में प्रवेश का रास्ता रणजी ट्रॉफी से होकर गुजरता है ऐसे में अधिकतर क्रिकेट प्रेमी रणजी ट्रॉफी खेलना चाहते है। अधिकतर युवाओं को रणजी ट्रॉफी के सिलेक्शन प्रोसेस (HOW TO PLAY RANJI TROPHY) के बारे में जानकारी नहीं होती जिसके कारण वे भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने से वंचित रह जाते है। हालांकि आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन से सम्बंधित सभी बिन्दुओ के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको रणजी ट्रॉफी का इतिहास, रणजी ट्रॉफी कैसे खेलें (Ranji Trophy Kaise Khele) एवं रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है ? (What Is the Ranji Trophy Selection Process) सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है।
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रणजी ट्रॉफी क्या है ?
भारतवर्ष में क्रिकेट को लेकर नागरिको में गजब का जूनून पाया जाता है। देश में वर्ष भर विभिन क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किए जाते है हालांकि रणजी ट्रॉफी का सभी क्रिकेट टूर्नामेंट में ख़ास स्थान है। रणजी ट्रॉफी एक घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट प्रतियोगिता है जिसमे भारत के राज्य क्षेत्र की विभिन टीमें एक दूसरे से भिड़ती है। रणजी टूर्नामेंट में भारत के विभिन राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशो की रणजी टीमो का मुकाबला होता है। रणजी ट्रॉफी को कुल 2 प्रारूपों में – 4 दिवसीय राउंड-रॉबिन लीग मैच एवं 5 दिवसीय नॉकआउट मैच में खेला जाता है।
भारतीय टीम में प्रवेश के लिए रणजी टूर्नामेंट एक पासपोर्ट की तरह काम करती है जहाँ BCCI, भारतीय टीम के कप्तान एवं चयनकर्ताओं की नजर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर टिकी रहती है। प्रायः रणजी में बेस्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भारतीय टीम में खेलने का अवसर दिया जाता है।
रणजी ट्रॉफी का इतिहास
रणजी ट्रॉफी का इतिहास देश की आजादी से पूर्व शुरू होता है। रणजी ट्रॉफी की शुरुआत वर्ष 1934 में हुयी थी जब पटियाला के महाराज भूपिंदर सिंह ने कुमार श्री रणजीसिंह की स्मृति में रणजी ट्रॉफी को डोनेट किया था जिसके पश्चात इस टूर्नामेंट की शुरुआत हुयी। कुमार श्री रणजीसिंह एक जाने माने क्रिकेटर थे जिन्होंने ब्रिटिश क्रिकेट टीम एवं विश्वविद्यालय स्तर पर क्रिकेट खेला था। कुमार श्री रंजीतसिंह के क्रिकेट प्रेम के कारण ही इस क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत की गयी एवं इस ट्रॉफी का नाम रणजी ट्रॉफी रखा गया।
रणजी ट्रॉफी का प्रथम मैच भी वर्ष 1934 में खेला गया था। मद्रास के चेपॉक क्रिकेट ग्राउंड में पहला रणजी ट्रॉफी मैच 4 नवंबर 1934 को मैसूरु राज्य की टीम एवं मद्रास की टीम के बीच खेला गया था। वर्तमान में देश में कुल 38 रणजी टीमें इस टूर्नामेंट में भाग लेती है।
रणजी क्रिकेट खेलने की उम्र
रणजी टूर्नामेंट खेलने के लिए BCCI द्वारा विभिन ऐज कैटागिरी में टीम को विभाजित किया गया है। सभी खिलाड़ियों को उम्र के अनुसार ही कैटागिरी में खेलने का मौका दिया जाता है। यहाँ आपको रणजी क्रिकेट खेलने के लिए विभिन कैटागिरी की जानकारी प्रदान की गयी है :-
- अंडर-14 (Under-14)
- अंडर-16 (Under 16)
- अंडर-19 (Under-19)
- अंडर-25 (Under-25)
- ओपन ऐज लिमिट (Open age category)
ओपन ऐज लिमिट में खिलाड़ियों के लिए उम्र सीमा निर्धारित नहीं की गयी है ऐसे में 40 वर्ष या अधिक उम्र के खिलाड़ी भी इस टूर्नामेंट में भाग ले सकते है। कुछ रणजी टीम के द्वारा महिला प्लेयर के लिए अंडर-23 ऐज ग्रुप को भी शामिल किया गया है। हालांकि सभी रणजी प्लेयर खेलने के इच्छुक युवाओ को सम्बंधित राज्य के रणजी क्रिकेट संस्थान से जुड़े नियमो के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी जाती है।
क्रिकेट ट्रायल के लिए आवश्यक दस्तावेज
रणजी ट्रॉफी में भाग लेने के लिए सभी खिलाड़ियों को ट्रायल की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। ट्रायल में भाग लेने के लिए BCCI द्वारा अलग-अलग कैटागिरी के खिलाड़ियों के अलग-अलग दस्तावेज तय किए गए है। यहाँ आपको 12 से 19 वर्ष के स्कूल स्टूडेंट्स हेतु क्रिकेट ट्रायल रजिस्ट्रेशन दस्तावेज एवं ओपन ऐज कैटेगरी (Open age category) क्रिकेट ट्रायल हेतु दस्तावेज के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की गयी है :-
क्र. सं | स्कूल स्टूडेंट्स (12 से 19 वर्ष) | ओपन ऐज लिमिट (Open age category) |
1. | कंप्यूटराइज जन्मतिथि | कंप्यूटराइज जन्मतिथि |
2. | आवेदक का आधार कार्ड (छात्र) | आवेदक का आधार कार्ड |
3. | 3 साल का एजुकेशन और बोनाफाइड सर्टिफिकेट | 1 साल की जॉब की सैलरी स्लिप |
4. | पेरेंट्स का आधार कार्ड | स्थायी निवास प्रमाणपत्र |
5. | पेरेंट्स शादी की डेट | पेरेंट्स का आधार कार्ड |
6. | पासपोर्ट साइज फोटो (जेपीजी) | पेरेंट्स शादी की डेट |
7. | आवेदक का ब्लड ग्रुप | पासपोर्ट साइज फोटो (जेपीजी) |
8. | —- | आवेदक का ब्लड ग्रुप |
क्रिकेट ट्रायल के लिए आवश्यक दस्तावेज के सम्बन्ध में निम्न बिन्दुओ का ध्यान रखना आवश्यक है :-
- सभी दस्तावेजों को PDF फाइल के फॉर्मेट में सबमिट करना आवश्यक है।
- ओपन ऐज लिमिट (Open age category) के अंतर्गत आवेदन करने के लिए खिलाड़ी को 1 साल की जॉब की सैलरी स्लिप होनी आवश्यक है। यह सैलरी स्लिप उस राज्य में जॉब करने से सम्बंधित होनी चाहिए जिस राज्य में खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी के ट्रायल में शामिल होना चाहता है। न्यूनतम एक साल की सैलरी स्लिप प्रस्तुत करने पर ही खिलाड़ी को ट्रायल का मौका दिया जाता है।
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन प्रक्रिया
रणजी ट्रॉफी सिलेक्शन राज्य स्तर पर किया जाता है। वास्तव में देखा जाए तो भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए यह प्रथम चरण होता है। राज्य स्तर पर रणजी टीम के चयन के लिए प्रतिवर्ष ट्रायल आयोजित किए जाते है। सभी खिलाड़ियों को अपने राज्य में रणजी टीम चयन मे ट्रायल हेतु सम्बंधित खबरों के बारे में अपडेट रहना आवश्यक है। प्रायः सबंधित राज्य की रणजी टीम की आधिकारिक वेबसाइट एवं समाचार पत्रों के माध्यम से रणजी ट्रायल सम्बंधित सूचनाएँ प्रकाशित की जाती है। रणजी ट्रायल में क्रिकेट बोर्ड की तरफ से सेलेक्टर के द्वारा खिलाड़ियों की प्रतिभा एवं खेल तकनीक का परिक्षण किया जाता है एवं खिलाडियों का चयन किया जाता है। रणजी ट्रायल में सफल खिलाड़ियों को आगे के स्तरों पर भेजा जाता है। यहाँ इससे सम्बंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी है:-
- जिला स्तर- रणजी ट्रायल मैच में चयनित प्लेयर्स स्तर को सर्वप्रथम जिला स्तर पर खेलने के लिए भेजा जाता है। यहाँ सभी खिलाड़ियों को तीन-तीन मैचों में खेलना का मौका दिया जाता है। इन मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मंडल स्तर पर खेलने के लिए चयनित किया जाता है।
- मंडल स्तर- जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मंडल स्तर की टीम में चयनित किया जाता है एवं यहाँ भी सभी खिलाड़ियों को 3-3 मैच खेलने का मौका दिया जाता है। यहाँ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राज्य स्तर पर खेलने के लिए चयनित किया जाता है।
- राज्य स्तर – मंडल स्तर पर चयन के पश्चात राज्य स्तर पर आमतौर पर 60 खिलाड़ियों का चयन किया जाता है एवं आपसी प्रतिस्पर्धा के आधार पर अंतिम चरण में कुल 30 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चयनित किया जाता है।
राज्य स्तर पर अंतिम 30 खिलाड़ियों में चयनित होने वाले समूह को कैंप (Camp) कहा जाता है जो की रणजी टीम में चयन का अंतिम चरण है। चयन प्रक्रिया के पश्चात कैंप के सभी खिलाड़ियों को एक माह की कड़ी ट्रेनिंग पीरियड से गुजरना होता है जिस दौरान खिलाडियों की फिटनेस, स्किल, स्ट्रेंथ एवं अन्य खूबियों पर कार्य किया जाता है। इस क्लब में भी सर्वश्रेष्ठ रूप से चयनित खिलाड़ियों को राज्य की रणजी टीम में शामिल किया जाता है।
रणजी ट्रॉफी में कितनी सैलरी मिलती है ?
रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों की सैलरी को BCCI के द्वारा निर्धारित किया जाता है। प्रायः रणजी ट्रॉफी में सैलरी का निर्धारण खिलाड़ी के कुल मैचों की संख्या के आधार पर निर्धारित किया जाता है। अधिक मैच खेल चुके अनुभवी खिलाड़ियों को रणजी मैचों में प्रतिदिन के हिसाब से सैलरी मिलती है। प्लेइंग 11 में खेलने वाले खिलाड़ियों को पूरी सैलरी प्रदान की जाती है जबकि रिज़र्व में बैठे खिलाड़ियों को सैलरी का आधा भाग ही मिलता है। यहाँ आपको रणजी ट्रॉफी में विभिन ऐज ग्रुप में दी जाने वाली सैलरी का विवरण दिया गया है :-
क्र. सं. | रणजी ट्रॉफी आयु वर्ग | प्लेइंग इलेवन की सैलरी | रिजर्व खिलाड़ियों की सैलरी |
1. | अंडर 16 | 3,500 प्रति दिन | 1,750 प्रति दिन |
2. | अंडर 19 | 10,500 प्रति दिन | 5,250 प्रति दिन |
3. | अंडर 23 | 17,500 प्रति दिन | 8,750 प्रति दिन |
4. | रणजी ट्रॉफी | 35,000 प्रति दिन | 17,500 प्रति दिन |
पूर्व में रणजी ट्रॉफी खेलने वाले प्लेयर्स को 10,000 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से सैलरी दी जाती थी परन्तु वर्तमान में इस राशि में वृद्धि करके इसे 35,000 रुपए प्रतिदिन कर दिया गया है। इस प्रकार से रणजी मैच खेलने वाले प्रत्येक प्लेयर को 35,000 प्रति दिन के हिसाब से सैलरी प्रदान की जाती है वही रणजी में रिजर्व खिलाड़ियों को भी प्रतिदिन 17,500 रुपए की सैलरी प्रदान की जाती है। सैलरी के अतिरिक्त रणजी खिलाड़ियों को पेंशन का लाभ भी प्रदान किया जाता है जहाँ 8 मैच खेल चुके प्लेयर को 3,500 रूपए एवं 16 मैचों में भाग ले चुके खिलाड़ियों को 5,500 रूपए की पेंशन प्रदान की जाती है।
रणजी ट्रॉफी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- रणजी ट्रॉफी भारत में घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट प्रतियोगिता का पहला फॉर्मेट है।
- रणजी ट्रॉफी की शुरुआत वर्ष 1934 में की गयी थी। इस ट्रॉफी का नाम भारतीय मूल के इंग्लिश क्रिकेट प्लेयर कुमार श्री रणजीसिंह की स्मृति में रखा गया है।
- चेपॉक क्रिकेट ग्राउंड में पहला रणजी ट्रॉफी मैच 4 नवंबर 1934 को मैसूरु राज्य की टीम एवं मद्रास की टीम के बीच खेला गया था
- रणजी ट्रॉफी में सबसे अधिक बार खिताब जीतने का रिकॉर्ड मुंबई के नाम है। मुंबई रणजी टीम कुल 41 बार इस खिताब को अपने नाम कर चुकी है। मुंबई द्वारा लगातार 15 बार लगातार रणजी ट्रॉफी को जीतने का कारनामा भी किया जा चुका है।
- रणजी ट्रॉफी को प्रायः ‘भारत की क्रिकेट चैम्पियनशिप‘ एवं भारतीय क्रिकेट टीम में प्रवेश के पासपोर्ट के रूप में भी जाना जाता है।
- रणजी ट्रॉफी में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज वसीम जफ़र है जिन्होंने इस फॉर्मेट में कुल 12,038 रन बनाये है।
रणजी ट्रॉफी (RANJI TROPHY) सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
रणजी ट्रॉफी एक घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट प्रतियोगिता है जिसमे भारत के राज्य क्षेत्र की विभिन टीमें एक दूसरे से भिड़ती है। रणजी टूर्नामेंट में प्रायः देश के विभिन राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशो की रणजी टीमो का मुकाबला होता है।
रणजी ट्रॉफी (RANJI TROPHY) की शुरुआत वर्ष 1934 में की गयी थी। इस टूर्नामेंट में प्रथम ट्रॉफी पटियाला के महाराज भूपिंदर सिंह द्वारा गिफ्ट की गयी थी।
पहला रणजी ट्रॉफी मैच 4 नवंबर 1934 को मैसूरु राज्य की टीम एवं मद्रास की टीम के बीच खेला गया था।
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन प्रक्रिया सम्बंधित जानकारी के लिए ऊपर दिया गया आर्टिकल पढ़े। यहाँ आपको Ranji Trophy Selection Process के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की गयी है।
रणजी क्रिकेट ट्रायल के लिए आवश्यक दस्तावेज की सूची आपको ऊपर दिए गए आर्टिकल के माध्यम से दी गयी है। यहाँ से आप 12 से 19 वर्ष के स्कूल स्टूडेंट्स हेतु क्रिकेट ट्रायल रजिस्ट्रेशन दस्तावेज एवं ओपन ऐज कैटेगरी क्रिकेट ट्रायल हेतु दस्तावेज के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है।
रणजी ट्रॉफी में प्लेइंग इलेवन में खेलने वाले खिलाड़ियों को 35,000 प्रति दिन के हिसाब से सैलरी प्रदान की जाती है। वही रिज़र्व में बैठे हुए खिलाड़ियों को 17,500 प्रति दिन के हिसाब से सैलरी प्रदान की जाती है। विस्तृत जानकारी के लिए आप ऊपर दिया गया आर्टिकल चेक कर सकते है।
रणजी ट्रॉफी का नाम कुमार श्री रणजीसिंह के नाम पर रखा गया है जो की ब्रिटिश क्रिकेट टीम के जाने माने प्लेयर थे।