तो दोस्तों आप सभी यह तो जानते ही होंगे की भारत में अनेक त्यौहार मनाये जाते हैं। जिन त्योहारों में से एक का नाम हैं। Raksha Bandhan एक ऐसा त्यौहार हैं जिस दिन सभी बहने अपने भाइयों को एक राखी बांधती हैं और बहन अपने भाई से अपनी सुरक्षा करने का वादा करती हैं और और अपने भाई की सफलता और उसकी लम्बी आयु के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं। जैसा की आप सभी जानते हैं की भाई बहन का रिश्ता कितना पवित्र रिश्ता माना जाता हैं। भाई बहन के बीच जितना प्यार होता हैं उतना ही भाई बहन एक दूसरे को अपनी शरारतों से एक दूसरे को परेशान करते हैं और आपस में लड़ते झगड़ते भी हैं परन्तु एक दूसरे से बहुत प्रेम भी करते हैं।
इसलिए आज हम आपको लेख की मदद से आज हम आपको कुछ शायरी और कुछ कवितायें बताने वाले हैं जिसकी मदद से आप अपनी बहन या फिर अपने भाई को अपना प्यार दर्शा सकते हो। तो दोस्तों अगर आप भी अपने भाई या फिर अपनी बहन के लिए Raksha Bandhan शायरी जानना चाहते हैं तो उसके लिए आपको हमारे इस लेख को ध्यान से एवं अंत तक पढ़ना होगा।
इसको भी अवश्य पढ़े :- रक्षाबंधन पर निबंध
यहाँ भी देखें -->> क्विज़ गेम खेलें और नकद जीतें
Article Contents
Raksha Bandhan पर कुछ कवितायें
Raksha Bandhan के इस पावन त्यौहार पर कुछ गजले:-
मुस्काती किरण, बलखाती खुशबू, राखी का त्योहार है,
प्यार के है कई रुप, हसी सबसे भाई बहन का प्यार है,
हृदय बहना का हुलसता,बरसता सावन मधुर प्यार का,
पुलकित तन मन, चारसू झर रही मधु रस की फुहार है,
रोली चदन अक्षत से सजी थाल वरद चारु दुआओ सी,
आरती प्रार्थना से बहना देखो करती भाई का श्रृगार है,
बाधी कलाई पर भाई की, बहना ने राखी रग बिरगी
पावन बधन प्रेम का, रनूर पुरखुलूस, पुरनम इजहार है
याद है कर्णावती ने भेजा था हुमायू को धागा रेशम का
देखिए कशिश करम घागे का, भाई रक्षण को तैयार है
प्यार को चाहिए प्यार केवल, मनुहार को मनुहार केवल
श्रद्धा आस्था ही बहन को भाई का पवित्र उपहार है
सास सास मे बहना की दुअाए भरी पावन मनभावन
फूले फले भाई हमारा बहना हृदय मे बस यही पुकार है
सावन की फजल देखिए, विहसती चादर हरीतिमा की
हरा भरा रहे जीवन भाई का, बहना कर रही गुहार है
खिलखिलाता जीवन जिससे, ठुनकती है जिजीविषा
शोभा बढ़ाता जीवन का जो, रक्षाबंधन वो अलकार है
राखी है प्रीति घटा बरसाती सुधा सजीवनी प्यार की
प्रेम कान्हा राधा राखी सुरीली मुरली की झकार है
रक्षाबंधन पर कविता – 2
आओ भैया, प्यारे भैया,
मस्तक पर शुभ तिलक लगा दू ।
रक्षाबंधन की बेला मे,
धागो का कगन पहना दू ।।
युग ~ युग जियो, फलो ~ फूलो तुम, जीवन भर मेरे भाई ।
राखी के इस शुभ अवसर पर यही कामना मै लाई ।।
जब तक रवि ~ शशि करते विचरण, गगा ~ यमुना है साखी ।
तब तक रक्षा करे तुम्हारी, बहन की प्यारी राखी ।।
दिन बीते सुख चैन भरे ,
राते बीते आनन्द भरी ।
रेशम के कोमल धागो मे ,
बहना की प्रीत भरी ।।
मेरी बहना , प्यारी बहना ,
तुझे वचन मै देता हू ।
जीवन भर अपनी बहन की रक्षा का प्रण लेता हू ।।
बहना तेरी आन ~ मान पर
आच न मै आने दूगा ।
इस प्यारी राखी के बदले
जीवन भी अपना दूगा ।।
रक्षाबंधन पर कविता – 3
आपकी रक्षा मै करू
मेरी रक्षा आप
विश्व शिखर पर पहुचे भारत
ऐसा कर लो जाप
राखी का ये धागा कहता
तू मेरा मै तेरा हू
तू गर मेरा अब्दुल हमीद
तो मै मोदी भी तेरा हूँ
मेरे मुल्क का कतरा कतरा
देश पे जान लुटाता है
जब मेरी बहना का धागा
हाथ मेरे बध जाता है बहना
मागे दुश्मन का सर
काट थाल मे ला दूगा
बहन कहे गर्दन कटवा दो गर्दन भेट चढ़ा दूगा
बहन कहे गर मेरे देश मे क्यू भय से ग्रसित महिला हैं
बहना के इस कहने पर मै फिर तलवार उठा लूगा
बददिमाग गदे लोगो की गर्दन काट गिरा दूगा
मेरी बहन ने अबकी बस यूपी शगुन में मागा है
मैने भी इन तीन वर्ष मे यूपी स्वर्ग बनाना है
सपा रहे या बसपा सबको काल की भेट चढ़ाना है
जैसा देश मे मोदिराज है राज उसी सा लाना है
राखी जैसे बधन का बहना का कर्ज चुकाना है
कविता – 4
मा घर का काम करै थी,
मै तन्नै खिलया करती मेरे कान तले आज भी,
झुरकुटो का निषान सै पर षायद बीर मेरे,
तू मेरे तै अन्जान सै घर-बार छोड़ तो आई,
आकै नै अपनी दुनिया बसाई सारे सुख सै
दुनिया के आज,
बस तू खुश रहिये मेरे भाई मैं जाणू सू,
तू भी बहाण तै प्यार करै सै बहाण तन्नै
ज़ान तै प्यारी, बस न्यू-ए तकरार करै
सै भाई-बहाण के प्यार नै भूलाइये ना छोह
कितणा-ए आज्या, मन नै तू डुलाइये ना
किसे नै बहाण लागे फूल-सी, किस नै केसर
क्यारी सै इस दुनिया मैं सब भाईया नै
आपणी बहाण प्यारी सै ज्या तै
कहू सू भाई मेरे, मेरा कहण पुगाइये
किसे भी भाई नै बहाण की गल़ ना सुणाइये
क्यूकि किसी नै लागै फूल-सी, किसी-नै
केसर क्यारी सै इस दुनिया मै
सब भाईया नै आपणी बहाण प्यारी सै
आपणी बहाण प्यारी सै।
कविता -5
तू कित सै, सुखी रहिये जित सै
तू उपरली हवा मै झूलग्या
अर मन्नै जमा-ए भूलग्या भूलै सै
तो भूल जाइये पर एक ब उस
स्कूल जाइये उस स्कूल मे जित जाया
करते दोनू तफ़रिया मे गुड़ का चूरमा
खाया करते दोनू तेरै याद सै,
तू एक दिन पड़ग्या था रोया था तू,
नूर चेहरे का झड़ग्या था
आपणी क्लास मै तै मै
भज़ के आई थी तेरा बस्ता,
तेरी तख़्ती जाकै मन्नै ठाई थी
तेरे ख़ातर खेत मै तै मटर पाड़
के ल्याई थी जोहड़ पै भैसा के पाया
मै तै काढ़ के ल्याई थी
साढ़े बावन रुपये करे थे कट्ठे
चवन्नी-चवन्नी जोड़ कै याद सै
तू काढ़ लेग्या था गुल्लक नै फोड़
कै मै तो रो कै रहगी थी,
पर दुःख ना था भाई राजी था मेरा,
उसतै बड़ा सुख ना था
कितणी ब तू बिना बताये,
देर रात तै आया था मन्नै कहग्या था,
या झूल बोल कै बाबू तै बचाया था
जब तू छोटा था,
मै तेरा पाणा झूलाया करती
रक्षा बंधन Shayari SMS
Raksha Bandhan Shayari- 1
साल भर लड़ने वाले भाई बहन
आज प्यार में डूब जाते हैं
पूरा दिन एक दूसरे के नाम कर जाते है
ये रक्षाबंधन त्यौहार ही ऐसा है
हर भाई बहन एक दूसरे की अहमियत समझाते हैं
रक्षाबंधन पर शायरी – 2
ओस की बूंदों से भी प्यारी है, मेरी बहना
गुलाब की पंखुड़ियों से भी नाज़ुक है, मेरी बहना।
आसमां से उतारी कोई राजकुमारी है
सच कहूँ तो मेरी आँखों की राजदुलारी है मेरी बहना।
हैप्पी राखी 2022
रक्षाबंधन पर शायरी – 3
सब से अलग हैं भैया मेरा
सब से प्यारा है भैया मेरा
कौन कहता हैं खुशियाँ ही सब होती हैं जहाँ में
मेरे लिए तो खुशियों से भी अनमोल हैं भैया मेरा
हैप्पी रक्षा बंधन 2022
शायरी – 4
रक्षाबंधन के दिन की कुछ अलग ही बात है
भाई बहिन के लिए यह पाकीज़ा जज़्बात है
भाई की कलाई पर राखी बांधती है बहना
स्नेह का यह रिश्ता, कितना प्यारा है ना
रक्षा का यह वचन हर हाल में निभाना है
पुकारे जब भी बहिन तो दौड़ चले आना है
सावन के महीने में राखी का त्यौहार आता है
परिवार के लिए जो कि ढ़ेरों खुशियाँ लाता है
रक्षाबंधन के पर्व की कुछ अलग ही बात है
भाई बहिन के लिए पावन प्रेम की सौगात है।
शायरी – 5
साल भर फ़िक्र करता है
लेकिन कभी नहीं दिखलाता है
वो भाई भी आज खूब प्यार लुटाता है
इसलिए तो, रक्षाबंधन इतना खास कहलाता है
Raksha Bandhan Shayari- 6
हर खुशी आज तेरे नाम करता हूं
उम्र भर रक्षा करने का वादा करता हूं
हैप्पी रक्षा बन्धन शायरी
ओ मेरी बहना, इस रक्षा बंधन
मुझे ये उपहार भेंट करना
चाहे जो भी हो जाएं
अपनी होंठो पर हमेशा मुस्कान रखना
शायरी – 7
सुख की छाँव हो या गम की तपिश,
मीठी-सी तान हो या तीखी धुन.
उजियारा हो या अंधकार, किनारा हो या बीच धार।
महफिल हो या तन्हाई…
हर हाल में तुम्हारे साथ है तुम्हारा भाई।
शायरी – 8
बहन चाहे सिर्फ प्यार दुलार,
नही मांगती बड़े उपहार,
रिश्ता बना रहे सदियों तक,
मिले भाई को खुशियाँ हज़ार.
राखी की ढेर सारी शुभ कामनाएँ…
Raksha Bandhan Shayari- 9
भाई-बहिन के प्यार का प्रतीक है ये
स्नेह सुरक्षा सम्मान से प्रदीप्त है ये
रक्षाबंधन का त्यौहार साथ में रिमझिम फुहार
सावन के मौसम में देखो आई खुशियों की बौछार
भाई की कलाई सजेगी बहिन के प्यार से
बहिन का चेहरा खिलेगा भाई के उपहार से
कैसा पवित्र रिश्ता है, कैसा निर्मल नाता है
सबसे पावन पर्व ये, सबके मन को भाता है।
Raksha Bandhan Shayari – 10
ये लम्हा कुछ ख़ास है,
बहन के हाथों में भाई का हाथ है,
ओ! बहना तेरे लिए मेरे पास कुछ ख़ास है,
तेरे सकून की खातिर मेरी बहना,
तेरा भाई हमेशा तेरे साथ है।
रक्षा बंधन से सम्बंधित कुछ प्रश्न और उनके उत्तर
2022 में रक्ष बंधन 11 अगस्त को मनाई जायेगी।
रक्षाबंधन के शुभ दिन पर बहन अपने भाई को एक बांधती हैं और बहन अपने भाई से सुरक्षा का वादा मांगती हैं और अपने भाई की सफलता और उसकी लम्बी आयु के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं।
रक्षा बंधन का शुभ त्यौहार हर वर्ष हिन्दुओं के सबसे पावन माह श्रावण के महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है।
रक्षाबंधन वैसे तो हिन्दुओं का त्यौहार माना जाता हैं लेकिन आज के समय में इसको केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कई जगह पर रक्षाबंधन के त्यौहार को मनाया जाता हैं।